बिहार लोक सेवा आयोग 67वीं पीटी एग्जाम के पेपर लीक होने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने आरा के बड़हरा के बीडीओ समेत चार लोगों को लंबी पूछताछ के बाद मंगलवार को अरेस्ट कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने पूछताछ के बाद साक्ष्य के आधार पर बड़हर बीडीओ जयवर्द्धन गुप्ता, कुंवर सिंह कालेज के प्राचार्य सह केन्द्राधीक्षक, सुशील कुमार सिंह, कंट्रोलर और अगम कुमार सहायक केन्द्राधीक्षक को अरेस्ट कर लिया है।
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने चारों की गिरफ्तारी की जानकारी दी है. ईओयू के द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक 67वीं बीपीएससी संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न पत्र वायरल होने के संबंध में आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या-20/2022, दिनांक 09.05.2022, धारा-420/467/468/ 120(बी) भादवि, 66 आईटी एक्ट एवं धारा-3/10 बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम-1981 दर्ज किया गया है.
अभी तक के अनुसंधान एवं संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ के क्रम में प्राप्त साक्ष्य (सबूत) के आधार पर आर्थिक अपराध इकाई के विशेष अनुसंधान दल द्वारा जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है, वो हैं…
1. जयवर्द्धन गुप्ता, प्रतिनियुक्त स्टैटिक दंडाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी, बड़हरा, जिला – भोजपुर
2. डॉ योगेन्द्र प्रसाद सिंह, पे स्व. गोपाल जी सिंह, सा.-बखोरापुर, थाना- बड़हरा, जिला- भोजपुर, वर्तमान प्राचार्य सह सेंटर सुपरइंटेंडेंट, कुंवर सिंह कॉलेज, आरा
3. सुशील कुमार सिंह, पे० स्व. हरिवंश सिंह, सा.-हरिजी का होता, थाना- नवादा, जिला- भोजपुर, वर्तमान व्याख्याता सह कंट्रोलर, कुंवर सिंह कॉलेज, आरा
4. अगम कुमार सहाय, ग्राम- फरना, थाना- बड़हरा, जिला- भोजपुर, व्याख्याता सह सहायक
सेंटर सुपर इंटेंडेंट, कुंवर सिंह कॉलेज, आरा
गौरतलब है कि रविवार को 800 पदों के लिए बीपीएससी 67वीं की पीटी परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के लिए लगभग छह लाख युवाओं ने आवेदन दिया था। लेकिन आरा कुंवर सिंह कालेज से एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ और पेपर लीक होने की बात सामने आई। जिसके बाद आयोग ने तुरंत एक्शन लिया और तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की। कमेटी ने देर शाम रिपोर्ट सौंपी जिसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। इस मामले में सीएम नीतीश कुमार ने भी सोमवार को जनता दरबार कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि जल्द ही जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी और दोषी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।