वैश्विक महामारी कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष हुए लॉकडाउन के बाद अक्षय तृतीया पर बुधवार को सर्राफा बाजार में जमकर खरीदारी हुई। ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) ने राजधानी में ४६ करोड रुपये के कारोबार का अनुमान जताया है। वहीं‚ देश में ७५०० करोड़ रुपये के कारोबार का दावा किया गया है। ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) के बिहार अध्यक्ष अशोक वर्मा ने बताया कि पटना में हॉलमार्क पंजीकृत जेवेलर्स की संख्या ७६१ है। उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया पर राजधानी पटना में सोना–चांदी का कुल कारोबार ४६ करोड रुपये का हुआ। इस दिन ७६ किलोग्राम स्वर्णाभूषण की खरीद–बिक्री हुई‚ जो ४० करोड रुपये की रही। इसी तरह १००० किलोग्राम चांदी के आभूषणों का कारोबार हुआ‚ जो ६ करोड रुपये का रहा। अशोक वर्मा ने बताया कि तीन वर्ष पहले यानी वर्ष २०१९ में अक्षय तृतीया के मौके पर सोने और चांदी के भाव में ज्यादा अंतर नहीं था। उस वक्त सोने का भाव ३२‚७०० रुपये प्रति १० ग्राम था‚ जबकि चांदी ३८‚३५० रुपये प्रति किलोग्राम थी। तुलनात्मक रूप से देखा जाये‚ तो इस वर्ष अक्षय तृतीया के मौके पर सोना ५३ हजार रुपये प्रति १० ग्राम तथा चांदी ६६‚६०० रुपये प्रति किलो के आस–पास ही है।
कोरोना महामारी के कारण वर्ष २०२० और २०२१ में अक्षय तृतीया पर देश भर में सर्राफा दुकानें बंद थीं। श्री वर्मा ने यह भी बताया की वर्ष २०१९ में देश में सिर्फ अक्षय तृतीया पर ही लगभग १० हजार करोड रुपये के सोने की बिक्री हुई थी‚ लेकिन‚ वर्ष २०२० में अक्षय तृतीया पर मई माह में सोने की बिक्री शगुन के रूप में महज ५ फीसद यानी करीब ५०० करोड रुपये के आसपास ही हुई थी। इस वर्ष अक्षय तृतीया पर देश भर में लगभग गोल्ड बार‚ सोने के सिक्के और ज्वेलरी के रूप में लगभग १३ टन सोने (लगभग ६८२५ करोड रुपये) और १३० टन चांदी (लगभग ८४५ करोड रुपये) की बिक्री होने का अनुमान है।