देश भर में कल मंगलवार को हिंदू और इस्लाम धर्म का पर्व एक ही दिन मनाया जाएगा। देश में सद्भावना की मिसाल दिखाई देगी। एक ओर हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया पर्व पर घर-घर पूजा-अर्चना करके गुड्डा-गुड़िया का ब्याह रचाने की परंपरा निभाई जाएगी। ब्राह्मण समाज भगवान परशुराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाएगा। दूसरी ओर मुस्लिम समाज के लोग मस्जिदों में ईद की विशेष नमाज पढ़कर अमन-चैन की दुआ मांगेंगे और घर-घर में ईद की खुशियां छाएंगी।
अक्षय तृतीया पर निभाएंगे दान की परंपरा
अक्षय तृतीया पर दान को विशेष महत्व दिया गया है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन दान करने से वह अक्षय हो जाता है, पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस दिन प्यासे पथिकों को पानी पिलाने के लिए मिट्टी के मटके में जल भरकर चौक-चौराहों, शहर से बाहर सड़क के किनारे रखना चाहिए ताकि भीषण गर्मी में ठंडा पानी पीकर वे राहत महसूस करें। जरूरतमंदों को मटका का दान करना चाहिए। गरीब, निर्धन वर्ग के लोगों को धूप की तपन से बचाने केलिए जूता, चप्पल, छतरी और मौसमी फलों का दान करने से पुण्य मिलेगा।
ईद का त्योहार इस बार 3 मई यानी मंगलवार को मनाया जाएगा। सऊदी अरब में रविवार को चांद न दिखाई देने के चलते अब ईद कल मनाई जाएगी। इसी के साथ आज रमजान का आखिरी और सबसे लंबा रोजा रखा जाएगा जो कि 15 घंटे 11 मिनट का होगा। ईद (Eid Ul Fitr) मुस्लिम लोगों के लिए काफी बड़ा त्योहार माना जाता है। ईद-उल-फितर को भाईचारे और अमन का पैगाम लाने वाला त्योहार माना जाता है। वहीं पिछले दो सालों से कोरोना प्रतिबंधों को झेल रहे लोग इस बार ईद पर खूब खरीदारी कर रहे हैं। ईद के कारण देशभर के बाजारों में धूम मची है और सभी में लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है।
सनातन धर्म में वैशाख मास को पुण्य माह माना गया है। वैशाख शुक्ल तृतीया का पर्व कल तीन मई मंगलवार को ग्रह-गोचरों के युग्म संयोग में अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र के साथ शोभन योग के अलावे सिद्धयोग विद्यमान रहेगा। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया अबूझ मुहूर्त है तथा इस तिथि पर किया गया स्नान, दान, व्रत, पूजा-पाठ, धार्मिक अनुष्ठान, शुभ कार्य आदि करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैं।
इस दिन गंगा, गंडक, कमला, कौशिकी, बागमती नदी, सागर व तीर्थ में स्नान से कई गुना पुण्यफल प्राप्त होते है। भगवान परशुराम की प्राकट्योत्सव भी इसी दिन मनाया जाएगा। अक्षय तृतीया के दिन स्वर्ण, रजत, धातु, रत्न व अन्य शुभ वस्तुओं की खरीदारी का विशेष महत्व होता है। भविष्य पुराण के अनुसार इसी दिन सतयुग व त्रेता युग का आरंभ तथा महाभारत का अंत हुआ था।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों के शुभ संयोग में, सर्वसिद्ध मुहूर्त या अबूझ मुहूर्त में स्वर्ण, मोती, रत्न आदि खरीदने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। अक्षय तृतीया के दिन स्वर्ण या बहुमूल्य को घर लाने से इस रूप में माता लक्ष्मी और श्रीहरि विष्णु का हमारे गृहस्थ आश्रम में निवास करने लगते हैं। इसके अलावा स्वर्ण की तुलना सूर्य से की जाती है। अक्षय तृतीया पर सूर्य देवता सबसे तेज चमकते हैं। इसीलिए सोना खरीदना शक्ति, शौर्य, प्रखरता व ताकत में वृद्धि दिलाता हैI सोने को हमेशा से बहुमूल्य धातु व धन- समृद्धि का प्रतीक माना गया है। इसलिए अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना गया है।
मिट्टी के पात्र स्वर्ण के बराबर देगा फल
शास्त्रों में मिट्टी की तुलना स्वर्ण से की गयी है। किसी कारणवश अक्षय तृतीया के दिन सोने की खरीदी नहीं कर सकते तो मिट्टी का पात्र या मिट्टी का दीपक भी घर लाना स्वर्ण के बराबर शुभ फल देगा।
पीली सरसों- मुट्ठी भर पीली सरसों इस दिन घर लाने से मां लक्ष्मी का आशीष मिलता है।
कपास- अक्षय तृतीया पर कपास यानी रुई लाना शुभ माना गया है।
इसके अलावे हल्दी, कमलगट्टा, धनिया, कौरी की खरीदारी शुभ होता है।
अक्षय तृतीया में पूजन व खरीदारी का शुभ मुहूर्त
पूजा का शुभ मुहूर्त- प्रातः 05:30 बजे से शाम 05 :20 तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:20 बजे से 12:13 बजे तक
गुली काल मुहूर्त: दोपहर 11:47 बजे से 01:25 बजे तक
चर-लाभ-अमृत योग: सुबह 08 :30 बजे से 01 :25 बजे तक
शुभ योग मुहूर्त: शाम 03 :03 बजे से 04 :42 बजे तक
अमृत योग: सुबह 08:26 बजे से 10:06 बजे तक
अगर आज दिखा चांद, तो कल मनायी जायेगी ईद, पटना में कहां-कितने बजे पढ़े जाएंगे नमाज
इस वर्ष ईद दो या तीन मई को होगी. रविवार की शाम अगर चांद दिख गया तो दो मई को और अगर चांद नहीं दिखता है तो तीन मई को ईद होगी. कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष लोगों ने अपने घरों में ही ईद की नमाज पढ़ी थी. इस बार पहले की तरह गांधी मैदान, ईदगाहों, मस्जिदों में नमाज होगी इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह है. पूर्व की तरह इस बार भी पटना में ईद की नमाज का मुख्य केंद्र गांधी मैदान होगा. जहां एक अनुमान के मुताबिक करीब 40 हजार लोग ईद की नमाज पढ़ेंगे.
गांधी मैदान में ईद की नमाज सुबह आठ बजे होगी
गांधी मैदान में ईद की नमाज सुबह आठ बजे होगी. गांधी मैदान में ईद के दिन नमाजियों का आगमन गेट नं. 5, 7 एवं 10 से होगा.वाहन के साथ आने वाले नमाजियों के वाहनों का प्रवेश गेट नं. 5 एवं 7 से होगा. इन वाहनों की पार्किंग गेट नंबर 5 एवं 7 के बीच बैरिकेडिंग कर की जायेगी. सुरक्षा के दृष्टिकोण से रविवार सुबह दस बजे से गांधी मैदान में आमलोगों का प्रवेश पर रोक रहेगी.
आज रमजान-उल-मुबारक की 29 तारीख है
फुलवारीशरीफ. रहमतों की बारिश का पाक महीना अब अपने अंतिम दौर में है. ऐसे में अब सभी रोजेदार और विशेषकर मुस्लिम धर्मावलंबियों को रमजान उल मुबारक के तोहफा के रूप में अल्लाह ताला द्वारा दिया गया ईद उल फितर के त्योहार का बेसब्री से इंतजार है. बिहार-झारखंड-ओड़िशा के मुसलमानों की सबसे बड़ी एदारा इमारत-ए-शरिया और प्रसिद्ध खानकाह ए मुजिबिया द्वारा एलान किया गया कि आज रमजान-उल-मुबारक की 29 तारीख है. लोगों से गुजारिश है कि 29 को इफ्तार के बाद चांद देखने का एहतेमाम करें. इसलिए कि यह महीना उर्दू का 29 का और 30 का भी होता है.
सभी रोजेदार 30 दिन के रोजा मुकम्मल करेंगे
अगर रविवार को चांद नजर आया तो ईद-उल-फितर की नमाज सोमवार को अदा की जायेगी और रविवार को चांद नहीं नजर आया तो महीना रमजान का पूरे 30 दिन का होगा. सभी रोजेदार 30 दिन के रोजा मुकम्मल करेंगे और मंगलवार को ईद-उल-फितर की नमाज अदा करेंगे. यह अपील खानकाह के मुजिबिया के प्रबंधक हजरत मौलाना सैयद शाह मिनहाजुद्दीन कादरी एवम काजी-ए-शरियत मौलाना मोहम्मद अंजार आलम मरकर्जी दफ्तर इमारत-ए-शरिया बिहार, ओड़िशा व झारखंड ने की है. ईद उल फितर का चांद नजर आने या न आने की जानकारी इमारत शरिया व खानकाह मुजीबिया को दें.
इस नंबर पर दें जानकारी
इमारते शरिया : 0612-2555351, 2555014, 2555668, 7488538606, 9471867660, 9430035947, 9430002303, 9334127964, 9852020820, 9939796296, 9334417330, 8298651630 और 9431649181. खानकाह ए मुजिबिया : 9431507800, 9801591511, 9006306098, 7250433562 और 8757550786.
पटना में कहां, कितने बजे नमाज
हाइकोर्ट मस्जिद — 7:45 बजे
पटना जंक्शन जामा मस्जिद — 8:30 बजे
शनिचरा ईदगाह — 6:00 बजे
वेटनरी ईदगाह — 7:30 बजे
दरियापुर मस्जिद — 8:15 बजे
कोतवाली मस्जिद — 8:15 बजे
हज भवन मस्जिद — 7:00 बजे
करबिगहिया जामा मस्जिद — 8:30 बजे
सब्जीबाग नयी मस्जिद — 8:15 बजे
फकीरबाड़ा मस्जिद — 8:15 बजे
दर्जी टोला मस्जिद — 6:00 बजे
जमाएत इस्लामी मस्जिद — 7:00 बजे
खानकाह मुजीबिया, फुलवारी — 8:50 बजे
छोटी खानकाह फुलवारी — 9:00 बजे
ईदगाह फुलवारी — 8:15 बजे
नया टोला मस्जिद — 7:30 बजे
हारून नगर सेक्टर वन मस्जिद — 8:30 बजे
हारून नगर सेक्टर टू मस्जिद — 7:30 बजे
अल्बा कॉलोनी मस्जिद — 7:30 बजे
शाही ईदगाह गुलजारबाग — 8:30 बजे
खानकाह मुनीमिया — 7:30 बजे
खानकाह एमादिया — 7:00 बजे
पत्थर की मस्जिद — 9:30 बजे
खानकाह फैयाजिया — 7:45 बजे
सेना बैरक ईदगाह — 8:00 बजे
बीबी गंज मस्जिद — 8:00 बजे
पोस्ट ऑफिस मस्जिद दानापुर — 7:30 बजे