इफ्तार पार्टी के बहाने बिहार में राजनीति पूरे जोर पर है। आरजेडी और जदयू के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया। इसमें सत्ता पक्ष और विरोधी भी शामिल हुए। सीएम नीतीश कुमार, LJP(R) प्रमुख चिराग पासवान, VIP के मुखिया मुकेश सहनी, सुशील मोदी, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन शामिल हुए।
हालांकि सीएम के जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे। इसके पहले वह कांग्रेस की इफ्तार पार्टी में वे शामिल हुए। कुछ देर बाद लालू के बड़े बेटा तेजप्रताप यादव भी मांझी की इफ्तार पार्टी में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूरे मांझी परिवार के साथ अलग से तस्वीर खिंचवाई। हालांकि जैसे ही मांझी के घर से वह बाहर निकले। कुछ लोग उनका विरोध करने लगे। कहने लगे- तेजप्रताप भइया दो मिनट दीजिए। तेजप्रताप इसे नजरअंदाज करके आगे बढ़ने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने तेजप्रताप को कार में बैठाकर रवाना किया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों और विरोध कर रहे लोगों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। इसके बाद नारेबाजी होने लगी।
सीएम नीतीश साथ बैठे तो शराबबंदी पर नजदीक आए मांझी
इफ्तार पार्टी में सीएम नीतीश कुमार जीतन राम मांझी के साथ बैठे। इसके बाद मंच पर जीतन राम मांझी ने शराबबंदी पर बने पोस्टर शराब हराम है… दिया है। यह एक बड़ा परिवर्तन माना जा रहा है। शराबबंदी के पक्ष में जीतन राम मांझी नहीं दिखे।

तेजस्वी ने पहले निभाया गठबंधन का धर्म
बिहार कांग्रेस की तरफ से कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में दावत ए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। इस पार्टी में राजद और जदयू के लोग भी शामिल हुए। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कांग्रेस के दावते इफ्तार में पहुंचे। यहां उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा,कांग्रेस के विधायक दल नेता जी शर्मा से मुलाकात की। यहां से फिर वे मांझी के कार्यक्रम में गए। कांग्रेस के दावत ए इफ्तार में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी शामिल हुए। उनके साथ उनके पार्टी के नेता और बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार भी इस दावत ए इफ्तार पार्टी में पहुंचे। मांझी के यहां से चिराग पासवान और सहनी कांग्रेस की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए।
सहनी कहीं नहीं हुए थे शामिल
VIP मुखिया मुकेश सहनी अभी तक किसी भी पार्टी के दावत में शामिल नहीं हुए हैं। BJP की तरफ से आयोजित शाहनबाज के इफ्तार और JDU के इफ्तार में उन्हें बुलाया नहीं गया था। RJD के दावत में उन्हें आमंत्रण तो था लेकिन मुंबई में होने के कारण वे खुद शामिल नहीं हुए थे। इस दावत में शामिल होने के लिए चिराग भी दिल्ली से पटना पहुंच चुके हैं।
शाहनवाज बोले- जहाज पर किसी और दल के नेता हों तो उससे कूद नहीं जाते
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि दावत-ए-इफ्तार को किसी सियासत से जोड़कर मत देखिए। इसमें सियासत के चश्में से देखने की जरूरत नहीं है। जब वो दिल्ली में इफ्तार पार्टी दिया करते थे तो उसमें मनमोहन सिंह भी पहुंचते थे। तेजस्वी के आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब हम एक जहाज पर बैठते हैं और उसमें दूसरे दल के नेता बैठ जाएं तो उससे कूद जाएं।