देश में कोरोना के मामलों में भले ही दैनिक संक्रमण में कमी दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में यहां कोरोना संक्रमण के 2,541 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान कोरोना से 30 लोगों की मौत हुई है। परंतु लगातार तीसरा दिन है जब कोरोना के कुल मामले ढाई हजार से ज्यादा आए हैं। इससे पहले, 22 अप्रैल को 2,527 और 23 अप्रैल को 2,593 मामले सामने आए थे।
16,500 के पार हुए एक्टिव केस
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटे में कोरोना के 1,862 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। देश में अब एक्टिव केस बढ़कर 16,522 हो गए हैं।
कुल मामले- 4,30,60,086
सक्रिय मामले:- 16,522
कुल रिकवरी- 4,25,21,341
कुल मौतें- 5,22,223
कुल वैक्सीनेशन- 1,87,71,95,781
दिल्ली में लगातार तीसरे दिन एक हजार से ज्यादा केस
कोरोना के सबसे ज्यादा मामले दिल्ली में सामने आ रहे हैं। दिल्ली में लगातार तीसरे दिन कोरोना के एक हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। दिल्ली में कल कोरोना के कुल 1,083 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान एक मरीज की मौत भी हुई है। दिल्ली में बीते पांच दिनों से कोरोना के कारण मौत दर्ज की जा रही है।
यूपी में 213 नए मामले
उधर, यूपी में कोरोना के बीते 24 घंटे में 213 नए मामले सामने आए हैं। इसके अलावा 133 मरीज ठीक भी हुए हैं। यूपी में एक्टिव केस बढ़कर 1199 हो गए हैं। कोरोना के सबसे ज्यादा 98 मामले नोएडा में मिले हैं। वहीं, गाजियाबाद में 56 केस मिले हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया कि भारत में कल कोरोना वायरस के लिए 3,02,115 सैंपल टेस्ट किए गए, कल तक कुल 83,50,19,817 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 192.74 करोड़ से ज्यादा डोज उपलब्ध कराई गई है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी वैक्सीन की 19.93 करोड़ से ज्यादा डोज उपलब्ध है।
देश में कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है। बिहार में अभी हालात सामान्य है, लेकिन संक्रमण बढ़ रहा है। 10 दिन में कोरोना के 25 नए मामले आए हैं ,जिससे एक्टिव मामलों की संख्या 16 हो गई है। 12 अप्रैल को राज्य में कोरोना का एक भी नया मामला नहीं आया,लेकिन अब बढ़ रहा है।
एक्सपर्ट का कहना है कि मई में कोरोना की रफ्तार बढ़ जाएगी। इसके पीछे तर्क पहली-दूसरी और तीसरी लहर का ट्रेंड है। माइक्रो वायरोलॉजी विभाग के एक्सपर्ट का कहना है कि अब तक का ट्रेंड यही रहा है, अन्य राज्यों की अपेक्षा बिहार में देरी से संक्रमण बढ़ता है, लेकिन बहुत जल्दी बेकाबू हो जाता है। झारखंड में कोरोना से दो की मौत के बाद अब कोरोना डराने लगा है।
बिहार में 16 एक्टिव केस
मौजूदा समय में कोरोना के एक्टिव मामले 16 हैं। राज्य में 12 अप्रैल के बाद से कोरोना केस बढ़ रहा है। हर दिन 4 से 5 मामले आ रहे हैं। बिहार में 22 अप्रैल को कुल 96549 लोगों की कोरोना जांच हुई है जिसमें 4 नए मामले आए हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि दूसरी और तीसरी लहर में ऐसे ही हुआ था। जब देश में कोरोना का मामला बढ़ रहा था तो बिहार में दो-चार मामले आ रहे थे, लेकिन अचानक से संक्रमण की रफ्तार बढ़ी। इस बार भी ऐसे भी हो रहा है, चौथी लहर को लेकर भी वैसे ही हालात बन रहे हैं।
15 दिन में बढ़ सकता है मामला
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग के साइंटिस्ट डॉ अभय का कहना है कि 15 दिनों में कोरोना का मामला बढ़ जाता है। जांच की संख्या बढ़ा दी गई है। डॉ अभय का तर्क है कि देश के कई राज्यों में कोरोना केस बढ़ रहे हैं। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में मामला तेजी से बढ़ा रहा है, बिहार का कनेक्शन उन सभी राज्यों से है जहां कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है।
झारखंड में 14 घंटे में 3 संक्रमितों की मौत से हड़कंप है। ऐसे में बिहार में खतरा बढ़ रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि जिस तरह से पड़ोसी राज्यों में कोरोना बढ़ रहा है, इससे यह बात साफ है कि आने वाले 15 दिन बिहार के लिए चुनौती भरे रहेंगे।
कोरोना फिर दुनियाभर में पैर पसार रहा है। चीन में हालात बुरे हैं। यहां शंघाई में कोरोना से पिछले 24 घंटे में 39 मौतें हुई हैं, जबकि 21,058 संक्रमित भी मिले हैं। शंघाई में अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 87 तक पहुंच गई है। वहीं कोरोना से जर्मनी और फ्रांस में मौतों की संख्या में एक हफ्ते में इजाफा हुआ है। कोरोना का ग्राफ अफ्रीका और अमेरिका में भी तेजी से बढ़ रहा है।
शंघाई में कोरोना से मृतक संख्या संख्या बढ़कर 87 हुई
चीन के शंघाई में कोरोना से अबतक कुल 87 लोगों की मौत हुई हैं, जिनकी औसत आयु लगभग 81 वर्ष थी। नगरपालिका स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को यह जानकारी दी।। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने आयोग के हवाले से कहा कि मृतकों में सबसे बुजुर्ग 101 साल के थे। जिन लोगों का इस महामारी से निधन हुआ है, उनमें गंभीर स्वास्थ्य समस्यां जैसे कि घातक ट्यूमर, कोरोनरी हृदय रोग और उच्च रक्तचाप इत्यादि थी। शंघाई में गंभीर हालत में 157 कोविड मरीज हैं और 18 गंभीर हालत में नामित अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। पिछले 24 घंटों में, शंघाई ने 1,401 स्थानीय रूप से प्रसारित कोविड -19 मामलों और 19,657 स्थानीय असिम्प्टोमटिक मामलों की पुष्टि की।
चीन में कोरोना से मरने वालों की औसत उम्र 79 साल
शंघाई हेल्थ कमीशन के मुताबिक मृतकों की औसत उम्र 79 साल है, जो कुछ न कुछ बीमारियों से पीड़ित थे। मार्च से अब तक शंघाई में 87 मौतें हो चुकी हैं। चीन में कोरोना को लेकर जीरो कोविड पॉलिसी लागू है। बता दें, चीन के वुहान शहर से ही पहली बार कोरोना का मामला सामने आया था।
फ्रांस में 58 हजार और US में करीब 12 हजार नए केस
वर्ल्डोमीटर की रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस में पिछले 24 घंटे में 58,000 और अमेरिका (US) में करीब 12,000 केस मिले हैं। साउथ कोरिया में सबसे अधिक 64,725 नए केस सामने आए हैं। मौत की संख्या की बात करें तो , फ्रांस में 40 और US में 14 लोगों की जान गई है।
82 गरीब देशों में कोविड के वैक्सीनेशन की गति धीमी
पिछले वर्ष के मध्य में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जून 2022 तक हर देश में कोविड-19 के खिलाफ 70% वैक्सीन लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य आगे बढ़ाया था। उसका कहना था कि महामारी के अंत के लिए ऐसा जरूरी है। अब स्पष्ट हो चुका है कि दुनिया लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएगी। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कम आय वाले अधिकतर देश लक्ष्य से बहुत पीछे रह जाएंगे। अमेरिकी सहायता बंद होने और सरकारों, दानदाताओं की प्राथमिकताओं में बदलाव की वजह से एSसा होगा।
वैक्सीनेशन कम होने से नए वैरिएंट का खतरा बढ़ा
अफ्रीका के चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो वैक्सीनेशन अभियान पटरी से उतर गया है। विश्व के सबसे अधिक गरीब 82 देशों में केवल कुछ देशों में 70% वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा हो सका है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी डेटा के अनुसार कई देश तो 20% से नीचे हैं। इसके विपरीत विश्व के दो तिहाई अमीर देशों में 70% वैक्सीन (अमेरिका में 66%) लग चुकी है।
वैक्सीन अभियान अधूरा छूटा तो नया वैरिएंट पनपने की चिंता
विशेषज्ञ कहते हैं, वैश्विक अभियान अधूरा छोड़ने से नए खतरनाक वैरिएंट का उदय हो सकता है। पूर्वी यूरोप और मध्य पूर्व सहित विश्व के विभिन्न भागों में अभी हाल के महीनों में वैक्सीनेशन की दर बहुत कम हो गई है। यह लगभग 35 प्रतिशत है। अफ्रीका में 17 प्रतिशत से कम वैक्सीन लगाई गई है।