राज्य में अलवर के राजगढ़ में मंदिरों पर बुलडोजर चलाए जाने की खबर है। यहां 300 साल पुराने मंदिरों पर सरकार ने बुलडोजर चलवाया है। बुलडोजर चलाने के दौरान जेसीबी से मूर्तियां खंडित हुई हैं। ड्रील से तोड़ा गया 300 साल पुराना शिवलिंग। लोगों का आरोप है कि विकास के नाम पर साजिश के तहत मंदिर तोड़े गए हैं।
कांग्रेस विधायक के बयान को बता रहे कार्रवाई की वजह
उधर कांग्रेस विधायक का वीडियो सामने आया है जिसमें जौहरी लाल मीणा ये कहते नज़र आ रहे हैं कि कांग्रेस का बोर्ड होता तो बुलडोजर नहीं चलता। अब बबूल का पेड़ बोया है तो आम कहां से आएगा। आप 34 पार्षदों को मेरे घर लेकर आओ कार्रवाई रुक जाएगी। विधायक के इसी बयान को लोग मंदिर तोड़ने से जोड़ रहे हैं। दरअसल, राजगढ़ में फिलहाल BJP का बोर्ड है। इस मामले में हिन्दू संगठनों ने शिकायत दर्ज कराई है।
गौरतलब है कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में भी हिंसा के बाद बुलडोजर चलाने के मामले ने तूल पकड़ा और कोर्ट की कार्रवाई के बाद बुलडोजर की कार्रवाई को बाद में रोका गया। यहां एक पक्ष यह कहता नजर आया है कि उन्हीं के समुदाय विशेष के अतिक्रमण को हटाया गया है, जबकि दूसरे पक्ष के अतिक्रमणों को भी हटाया गया। इस मामले में ओवैसी ने बुलडोजर की कार्रवाई को एकतरफा कार्रवाई बताया था।
बृजभूमि कल्याण परिषद (Brijbhumi Kalyan Parishad) के तत्वाधान राजगढ़ में अतिक्रमण और मास्टर प्लान की आड़ में 250 से भी ज्यादा साल पुराने मंदिरों को तोड़ने, मंदिरों के गुंबदों को गिराने, मूर्तियों, शिवालयों को जूते-चप्पलों से अपमानित करने, खंडित करने, दंगा करवाने की साजिश, धार्मिक भावना भड़काने की साजिश की नामजद रिपोर्ट गुरुवार को दर्ज करवाई गई. राजगढ़ थाने में राजगढ़ नगर पालिका ईओ बनवारी लाल मीणा, एसडीएम केशव कुमार मीणा और विधायक जोहरी लाल मीणा के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है.
कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने पल्ला झाड़ा
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने इस बारे में कहा कि विकास के नाम किसी चीज को हटाने का एक तरीका है. जोशी ने बीजेपी की पिछली सरकार पर भी विकास के नाम पर मंदिरों को तोड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विकास के लिए बुलडोजर नहीं चलाना पड़ता है. उन्होंने मंदिर पर बुलडोजर चलाने की बात को मुद्दा नहीं बनाए जाने की वकालत की. उन्होंने धर्म को निजी आस्था का विषय बताया.