ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन (Boris Johnson) दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। जानसन ने शुक्रवार को पीएम नरेन्द्र मोदी से दिल्ली में स्थित हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच कई अहम समझौतों पर मुहर लगी है।
पीएम मोदी जानसन से मुलाकात के बाद पत्रकारों को इसकी जानकारी दे रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘मैं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन का भारत में स्वागत करता हूं। आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री बोरिस जानसन की भारत यात्रा ऐतिहासिक है।’
स्वागत से अभिभूत हुए बोरिस जॉनसन
बोरिस जॉनसन ने कहा कि जिस तरह से भारत में उनका स्वागत हुआ उससे उन्हें बेहद खुशी हुई। उन्होंने कहा कि वे तेंदुलकर और अमिताभ की तरह महसूस कर रहे हैं। बोरिस जॉनसन अपने बयान की शुरुआत में पीएम मोदी को अपना खास दोस्त कहा। ‘खास दोस्त’ शब्द का उच्चारण बोरिस जॉनसन ने हिंदी में किया।
आज हमारी शानदार बातचीत हुई और हमने अपने रिश्ते को हर तरह से मजबूत किया है। भारत और ब्रिटेन के बीच साझेदारी हमारे समय की परिभाषित दोस्ती में से एक है: दिल्ली में ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन
हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त, खुला और नियम-आधारित रखने में दोनों देशों का साझा हित है। दोनों देश वायु, अंतरिक्ष और समुद्री खतरों से निपटने के लिए सहमत हुए हैं। हम स्थायी, घरेलू ऊर्जा के लिए कदम उठाएंगे। इस यात्रा ने दोनों देशों के संबंधों को गहरा किया है: ब्रिटेन PM बोरिस जॉनसन
ब्रिटेन नौकरशाही को कम करने और रक्षा खरीद के लिए डिलीवरी के समय को कम करने के लिए एक भारत विशिष्ट खुला सामान्य निर्यात लाइसेंस बना रहा है: दिल्ली में ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन
यूक्रेन में तुरंत युद्धविराम और बातचीत पर जोर-पीएम मोदी
हमने यूक्रेन में तुरंत युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए डायलॉग और डिप्लोमेसी पर बल दिया। हमने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान का महत्त्व भी दोहराया: पीएम मोदी
राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने का आमंत्रण-पीएम मोदी
आज हमने अपनी जलवायु और उर्जा पार्टनरशिप को और अधिक गहन करने का निर्णय लिया। हम UK को भारत के राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं: पीएम मोदी
इस साल के अंत तक FTA के समापन का निर्णय-पीएम मोदी
पिछले साल हमने दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी की भी स्थापना की। हमने रोडमैप 2030 को भी लांच किया था। FTA के विषय में दोनों देशों की टीम काम कर रही है और बातचीत में प्रगति हो रही है। हमने इस साल के अंत तक FTA के समापन का निर्णय लिया है: पीएम मोदी
राष्ट्रपति भवन में जोरदार स्वागत
बता दें कि ब्रिटिश पीएम गुरुवार को अहमदाबाद पहुंचे थे। शु्क्रवार सुबह वह राजधानी दिल्ली पहुंचे। राष्ट्रपति भवन पहुंचने पर पीएम मोदी ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान पत्रकारों से उन्होंने कहा, ‘शानदार स्वागत के लिए धन्यवाद। मुझे नहीं लगता कि चीजें हमारे बीच कभी उतनी मजबूत या अच्छी रही हैं जितनी अभी हैं।’ इसके बाद जानसन ने राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित की और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। pic.twitter.com/MvNebtOisS
रूस-यूक्रेन युद्ध पर बातचीत संभव
बताया जा रहा है कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर भी बातचीत की संभावना है। यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद बदलती वैश्विक व्यवस्था और वैश्विक अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलाव को देखते हुए भारत और ब्रिटेन किस तरह से अपने द्विपक्षीय रिश्तों को आगे बढ़ाएं, यह इन नेताओं के बीच होने वाली वार्ता का एक अहम हिस्सा होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ जानसन की बातचीत का मुख्य फोकस हिंद-प्रशांत की स्थिति पर होगा क्योंकि ब्रिटेन इस क्षेत्र में किसी भी तरह की जबरदस्ती का कड़ा विरोध करता है।
रूस के साथ संबंधों पर दबान डालने से बचेंगे जानसन
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा में जब भारत ने रूस के पक्ष में वोटिंग से अनुपस्थित रहने का फैसला किया था तब जानसन सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्रियों ने तल्खी भरी टिप्पणी की थी, लेकिन अमेरिका में टू प्लस टू वार्ता में भारत के दो टूक जवाब ने माहौल बदल दिया है। इसके मद्देनजर रूस के साथ संबंधों को लेकर जानसन कोई दबाव डालने से बचेंगे।
इससे पहले जानसन गुरुवार को अहमदाबाद में साबरमती आश्रम पहुंचे। उन्होंने महात्मा गांधी को असाधारण व्यक्ति बताया। पंचमहल में नई जेसीबी फैक्ट्री का दौरा करने पहुंचे ब्रिटिश पीएम ने कहा कि भारत और ब्रिटेन को सुरक्षा और रक्षा साझेदारी को गहरा करना चाहिए। भारत और यूके दोनों दुनिया भर में निरंकुशता के बारे में चिंताओं को साझा करते हैं, हम दोनों लोकतंत्र हैं और हम एक साथ रहना चाहते हैं।