सुप्रीम कोर्ट ने जहांगीरपुरी में MCD की कार्रवाई पर रोक लगा दी है. कोर्ट ने जहांगीरपुरी में उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश.
सुप्रीम कोर्ट ने जहांगीरपुरी में MCD की कार्रवाई पर रोक लगा दी है. कोर्ट ने जहांगीरपुरी में उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में कल यानी बुधवार को सुनवाई करेगा.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल की गई हैं. पहली याचिका यूपी, एमपी समेत देश के अन्य हिस्सों में बुलडोजर की कार्रवाई के खिलाफ दायर की गई है. वहीं, दूसरी याचिका दिल्ली के जहांगीरपुरी में एमसीडी की कार्रवाई के खिलाफ दायर की गई है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब आगे क्या?
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब एमसीडी का बुलडोजर अवैध संपत्तियों और अतिक्रमण के खिलाफ नहीं चल पाएगा. कोर्ट ने जहांगीरपुरी में यथा स्थिति बनाए रखने का आदेश दिया. यानी ये कार्रवाई जारी रहेगी, या रोक लगेगी, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट अब बुधवार को सुनवाई करेगा.
दो दिन चलनी थी कार्रवाई
जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा हुई थी. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने हिंसा के आरोपियों की अवैध संपत्तियों और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया था. इसके तहत 20 और 21 अप्रैल को बुलडोजर चलना था. इसी के तहत बुधवार को नगर निगम के अधिकारियों ने जहांगीरपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अब इस कार्रवाई पर रोक लगा दी है.
बीजेपी ने की थी मांग, ओवैसी ने जताया विरोध
दरअसल, बीजेपी ने हिंसा के आरोपियों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की मांग की थी. इसके बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने जहांगीरपुरी इलाके में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने का फैसला किया था. इससे पहले यूपी, एमपी और गुजरात में भी इस तरह की कार्रवाई हुई थी.
उधर, एमसीडी की इस कार्रवाई को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और आप नेता अमानतुल्लाह ने विरोध जताया. ओवैसी ने इसे लेकर केजरीवाल की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए. AIMIM नेता ओवैसी ने कहा, बीजेपी ने गरीबों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है. अतिक्रमण के नाम पर यूपी और एमपी की तरह दिल्ली में भी घर तोड़े जाएंगे. कोई नोटिस नहीं, कोर्ट जाने का मौका नहीं… यह सिर्फ गरीब मुस्लिमों को सजा है. केजरीवाल को अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए.
इससे पूर्व दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा मामले में आज एमसीडी ने एक्शन शुरू कर दिया है. एमसीडी ने बुलडोजर की फौज उतार दी है, जिनका साथ देने के लिए दिल्ली पुलिस के 400 जवान मोर्चा संभाले हुए हैं. बुलडोजरों के पहुंचते ही अवैध कब्जाधारियों ने अपना सामान हटाना शुरू कर दिया. एमसीडी की टीम ने उन्हें बुलडोजर चलाने से पहले सामान हटाने की मोहलत भी दी थी. बता दें कि हिंसा के बाद एमसीडी ने जहांगीरपुरी में बने अवैध मकानों को तोड़ने का फैसला लिया था, जिसे आज अंजाम दिया जा रहा है.
एनडीएमसी ने दी थी अतिक्रमण रोधी अभियान की जानकारी
इस बीच, पूरे इलाके में भारी तादाद में पुलिसकर्मी तैनात दिख रहे हैं. दरअसल दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में लंबे समय से अतिक्रमण को हटाने की मांग उठ रही थी. वहीं शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है. नार्थ दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की ओर से जारी एक निर्देश में कहा गया है कि एमसीडी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में 20 और 21 अप्रैल को अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाएगी. इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस के 400 जवान मौके पर तैनात हैं.
अवैध कब्जे हटा रही एमसीडी
जानकारी के मुताबिक, कुशल सिनेमा चैराहे के सामने सीडी पार्क झुग्गी के बाहर अवैध कब्ज़ा है. एमसीडी इन्हें ही हटा रही है. सुबह लोगों को जैसे ही पता चला कि आज ये अवैध निर्माण हटाए जाएंगे तो अफरा-तफरी मच गई. सभी लोगों ने वहां से अपना सामान हटाना शुरू कर दिया. लोगों का कहना है कि हमारी रोज़ी रोटी है, लेकिन मजबूरी में हमें यहां से सबकुछ हटाना पड़ रहा है.
30 फोन नंबरों की जांच में जुटी पुलिस
दिल्ली पुलिस अभी तक जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) मामले में 23 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है. यही नहीं सूत्रों के मुताबिक पुलिस को 30 फोन नंबर भी मिले हैं जो जहांगीरपुरी हिंसा का पूरा सच खोलेंगे. ये 30 फोन नंबर अंसार, सोनू और एक नाबालिग आरोपी से जुड़े हैं. क्राइम ब्रांच की टीम अंसार, असलम और सोनू के भी घटना वाले दिन की लोकेशन से लेकर कॉल डिटेल रिकॉर्ड को खंगालने में जुटी है.