लुधियाना के टिब्बा रोड स्थित मक्कड़ कालोनी के इलाके में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां कूड़े के ढेर के साथ लगती झुग्गी में मंगलवार देर रात अचानक आग लगने से एक ही परिवार के सात लाेग जिंदा जल गए। मामले की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम व पुलिस मौके पर पुहंची। जहां कुछ ही समय में फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। वहीं आग लगने से झुग्गी में सो रहे एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत से चीखाे-पुकार मच गई। सभी मृत्तक बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले थे। मृत्तकाें में एक दंपती सहित 5 बच्चे शामिल है।
लुधियाना पुलिस के मुताबिक सभी मृतक के प्रवासी मजदूर परिवार से थे। यह हादसा टिब्बा रोड स्थित नगरपालिका के कचरा डंप यार्ड के पास हुआ है, एक झोपड़ी में यह परिवार रहता था। यह सभी बिहार से ताल्लुक रखते थे। झोपड़ी में किस वजह से आग लगी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। लुधियाना के सहायक पुलिस आयुक्त सुरिंदर सिंह के मुताबिक मजदूर पति-पत्नी की 4 बेटियां और 2 बेटे थे। इनका बड़ा बेटा मंगलवार की रात सोने के लिए कहीं और चला गया था लेकिन बाकी 5 बच्चे माता-पिता के साथ इसी झोपड़ी में सो रहे थे। उनमें से कोई भी जिंदा नहीं बचा है।
हादसा इतना दर्दनाक था कि परिवार के सदस्यों के साथ-साथ सब कुछ जलकर खाक हो गया। मृतकों की पहचान सुरेश सहनी, राणा देवी, राखी कुमारी, मनीषा कुमारी, चंदा कुमारी, गीता कुमारी और सनी के तौर पर हुई है। इस परिवार का केवल एक सदस्य राजेश सुरक्षित बच गया है। यह परिवार बिहार के समस्तीपुर जिले का रहने वाला था। समस्तीपुर का रहने वाला सुरेश सहनी अपने परिवार के साथ वहां मजदूरी का काम करता था। राजेश के मुताबिक उसके पिता कबाड़ का काम करते थे और किसी तरह गुजर बसर होती थी।
आग लगने के कारण सामने नहीं आए
घटना की सूचना मिलते ही सिविल अस्पताल से डाक्टरों की टीम, डीसी सुरभि मालिक व पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को बाहर निकाल सिविल अस्पताल पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। फिलहाल आग लगने के कारण सामने नहीं आए है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। फोरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। गाैरतलब है कि गर्मी के माैसम में शहर में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।