पाकिस्तान की संसद ने सोमवार को शहबाज शरीफ को निर्विरोध देश का २३वां प्रधानमंत्री चुन लिया। पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक–ए इंसाफ के संसद में मतदान में भाग नहीं लेने और वॉकआउट करने की घोषणा की थी‚ जिसके बाद ७० साल के शहबाज प्रधानमंत्री पद की दौड़़ में अकेले उम्मीदवार रह गये थे। पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद शहबाज़ शरीफ ने पहले ही भाषण में कश्मीर से अनुच्छेद ३७० को खत्म करने का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि घाटी में लोगों का ‘खून बह’ रहा है और पाकिस्तान उन्हें ‘कूटनीतिक और नैतिक समर्थन’ देने के साथ–साथ हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह मुद्दा उठाएगा। इमरान खान का स्थान लेने वाले ७० वर्षीय नेता ने कहा कि वह भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं‚ लेकिन कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना इसे हासिल नहीं किया जा सकता है। इससे पहले स्पीकर अयाज सादिक ने इस सत्र की अध्यक्षता की और नतीजों की घोषणा की जिसके अनुसार‚ शरीफ को १७४ वोट मिले हैं और उन्हें पाकिस्तान इस्लामी गणराज्य का प्रधानमंत्री घोषित किया जाता है। इससे पहले डि़प्टी स्पीकर कासिम सूरी ने कहा था कि उनकी अंतरात्मा सत्र के संचालन की इजाजत नहीं देती। ३४२ सदस्यीय सदन में जीत के लिए कम से कम १७२ सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी। प्रधानमंत्री के रूप में सदन में अपने पहले भाषण में शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव कामयाब हुआ है। उन्होंने कहा‚ बुराई पर अच्छाई की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए आज बड़़ा दिन है‚ जहां एक चुने हुए प्रधानमंत्री को कानूनी और संवैधानिक तरीके से घर भेज दिया गया है।
अब ‘गया जी’ के नाम से जानी जाएगी पौराणिक मोक्ष नगरी…………….
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार (16 मई, 2025) को कैबिनेट की बैठक हुई. बैठक में गया शहर का...