अतिपिछडा समाज लोक जनशक्ति पार्टी (रालविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को बिहार का मुखिया बनाने के लिए कृत संकल्पित है। दलित अतिपिछडा की गोलबंदी के बाद सवर्ण समाज को सत्ता परिवर्तन का हथियार देगा। ये बातें रविवार को लोजपा (रामविलास) के राज्य मुख्यालय में आयोजित अतिपिछडा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्षों एवं राज्य के पदाधिकारियों बैठक को पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यानंद शर्मा ने सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि कालचक्र अपनी गति से चलता है। आज समय और परिस्थिति की मांग है कि सत्ता परिवर्तन हो। समाज का जो तबका सत्ता में बैठता है‚ वही समय के अनुसार सत्तासीन लोगों को सत्ता से बाहर कर देता है।
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक सतीश कुमार ने कहा कि आज पूरे बिहार की जनता हमारे नेता चिराग पासवान की ओर देख रही है। बिहार बदहाल है और विधि–व्यवस्था ध्वस्त है। बिहार को बचाने की जरूरत है। बिहार की जनता सत्ता परिवर्तन करना चाहती है। हम सबों को सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। बैठक की अध्य्क्षता अतिपिछडा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन सिकन्दर शर्मा ने की। बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने कहा कि अतिपिछडों को ही सत्ता परिवर्तन का जिन्न कहा जाता रहा है। ३६ फीसद वोट बैंक है आज यह समाज चिराग पासवान को अपना नेता मान रहा है। यह बिहार के भविष्य के लिए शुभ संकेत है।
बैठक को युवा लोजपा–(रा) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान‚ पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नन्द किशोर यादव‚ किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र ठाकुर‚ पार्टी के प्रदेश महासचिव विभीषण शर्मा‚ पार्टी के प्रदेश सचिव दिलीप यादव‚ पार्टी के प्रदेश सचिव सह कार्यालय प्रभारी ओम प्रकाश भारती‚ पार्टी के प्रदेश सचिव कुन्दन पासवान‚ उमेश दास‚ विन्दा पासवान‚जय चन्द्र सहनी‚ दिनेश सहनी‚ सुरेन्द्र चंद्रवंशी‚ रामाधार पंडित‚ सुरेन्द्र मंडल आदि ने सम्बोधित किया।