सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार को मतदान कराया जाएगा। शीर्ष अदालत ने गुरुवार को सुनाए अपने फैसले में अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के डिप्टी स्पीकर के आदेश को रद कर दिया था। इस बीच, विपक्ष नेशनल असेंबली ने डिप्टी स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेगा।
पाकिस्तान में सियासी घमासान जारी है। आज नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी। गौरतलब है कि हालही में इमरान खान ने ये संकल्प लिया था कि वह आखिरी गेंद तक पाकिस्तान के लिए लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूत्रों के हवाले से ये खबर सामने आई है कि पीटीआई में राष्ट्रीय व प्रांतीय विधानसभाओं में विधायकों के इस्तीफे पर विचार हो रहा है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि आशंका जताई जा रही है कि इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के वक्त हार सकते हैं।
वहीं विपक्ष इस मौके पर इस्लामाबाद में साझा रैली निकाल सकता है, जिसे पाक पूर्व पीएम नवाज शरीफ वर्चुअल तरीके से लंदन से संबोधित कर सकते हैं। गौरतलब है कि इमरान सरकार के संकट में आने के बाद से ही नवाज शरीफ लंदन से काफी एक्टिव हो गए हैं।
दरअसल ये माना जा रहा है कि शनिवार को इमरान की सरकार गिर सकती है क्योंकि पाकिस्तान की संसद के 342 सदस्यों में बहुमत के लिए 172 सांसदों का होना जरूरी है। लेकिन इमरान के पास बहुमत नहीं है। वहीं विपक्ष 199 सांसदों के साथ इमरान सरकार पर हावी है। पीएमएल-एन नेता शहबाज शरीफ के पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री बनने की संभावना जताई जा रही है।
इमरान की हार तय
आज होने वाली वोटिंग में पीएम इमरान खान की हार तय मानी जा रही है। 3 अप्रेल को जब नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर के फैसले के बाद हंगामा हुआ था, तब विपक्ष ने अपना स्पीकर बिठाकर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करवाई थी। इस वोटिंग में विपक्ष के 172 वोट पड़े थे, जबकि दो सांसद गैर मौजूद रहे थे। अब देखना होगा कि आज वोटिंग के दौरान विपक्ष कितने नंबर नेशनल असेंबली में अपने पक्ष में दिखा पाता है।
संबोधन में इमरान ने की भारत की तारीफ
इससे पहले शुक्रवार रात को उन्होंने देश के नाम दिए अपने संबोधन में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अफसोस जताया था। इमरान ने कहा था कि उन्हें उम्मीद थी कि सुप्रीम कोर्ट उनकी सरकार को गिराने में विदेशी साजिश की बात को सुनेगा और मानेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने भारत का भी जिक्र किया और कहा कि भारत की तरफ कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता है। वहां की विदेश नीति इतनी मजबूत है कि सारी दुनिया रूस पर प्रतिबंध लगा रही है लेकिन भारत सीना ठोककर रूस से तेल खरीद रहा है।
भारत के खिलाफ नहीं उठा सकता कोई आंख
कोई भी देश उसके खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं कर रहा है। वहीं पाकिस्तान में विदेशी ताकतों के इशारे पर विपक्ष नाच रहा है। इमरान ने कहा कि वो बाहरी ताकतों की बिठाई गई सरकार को कभी मंजूर नहीं कर सकते हैं।इमरान ने कल ही अपने पार्टी सांसदों और कैबिनेट की भी बैठक बुलाई थी। इसमें विदेशी साजिश में शामिल सभी नामों की जांच के लिए एक आयोग को गठित करने का भी फैसला लिया गया है।