चुनाव प्रचार के लिए छपरा पहुंचे उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से जब पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बयान पर योगी मॉडल की जरूरत के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार बेहतर काम कर रही है. इस दौरान उन्होंने योगी मॉडल को लागू करने की बात कही.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की प्रचंड जीत का सबसे ज्यादा सियासी असर बिहार में हुआ है. आए दिन बिहार की सियासत में राजनीतिक खींचतान लगी रहती. ताजा मामला यूपी के योगी के बुलडोजर मॉडल को लेकर है. जिस पर खुलकर बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने अपनी बात रखी.
छपरा (Chhapra) पहुंचे तारकिशोर प्रसाद से जब पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के बयान पर योगी मॉडल की जरूरत के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार (Nitish Government) बेहतर काम कर रही है, शासन-प्रशासन अपराध रोकने में सक्षम हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में योगी मॉडल की जरूरत है.
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के बयान का समर्थन करते हुए बीजेपी के प्रवक्ता राम सागर सिंह ने इससे एक कदम आगे बढ़कर कहा कि यूपी का योगी मॉडल वही है जो बिहार में 2005 से 2010 तक नीतीश मॉडल था.
बिहार में नीतीश मॉडल 16 सालों से है सफल
डिप्टी सीएम और बीजेपी के प्रवक्ता के बयान के बाद जेडीयू भी योगी और नीतीश मॉडल में से कौन सा बेहतर है इस बहस में कूद गई है. जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि बिहार मॉडल पिछले 16 सालों से सफल मॉडल है. नीतीश सरकार ने स्पेशल कोर्ट बनाकर सैकड़ों अपराधियों को सजा दिलाई. यूपी में जो योगी सरकार ने घोषणाएं की हैं फिलहाल उसे वो लागू करें.
योगी मॉडल समझ के परे हैः तेजस्वी यादव
वहीं, बिहार के प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश मॉडल को ज्यादा अच्छा बताया है. तेजस्वी यादव ने कहा, ‘यूपी का योगी मॉडल क्या है, यह कैसा मॉडल है यह समझ से परे है. बीजेपी को अबतक क्या बिहार में सर्कस मॉडल लग रहा था. अगर बुलडोजर चलाना ही योगी मॉडल है, तो फिर योगी को बेरोजगारी और क्राइम पर बुलडोजर चलाना चाहिए था. कोरोना में यूपी में जितनी जानें गई और व्यवस्थाएं खत्म रही उसे भी देखना चाहिए था.’
इधर, कांग्रेस के नवनियुक्त और युवा प्रवक्ता असितनाथ तिवारी भी मैदान में कूद पड़े हैं. उन्होंने योगी मॉडल पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में क्राइम को खत्म करने के लिए दूसरा क्राइम मॉडल की मांग हो रही है अब तो नीतीश कुमार को समझ लेना चाहिए.