बिहार विधान परिषद में स्थानीय निकाय के 24 सीटों पर होने वाला चुनाव साख की लड़ाई बन गई है। विधान परिषद में फिलहाल NDA गठबंधन (BJP और JDU) का दबदबा है। मौजूदा 51 में से 40 सदस्य NDA के हैं। इस तरह परिषद में सिर्फ 11 विपक्षी सदस्य हैं, जिनमें RJD के पार्षदों की संख्या सबसे ज्यादा 5 है। ऐसे में RJD के लिए इन 24 सीटों पर जीत हासिल करना बहुत जरूरी हैं।
राजद के लिए यह चुनाव नाक की लड़ाई बनी हुई है। 75 सदस्यीय सदन में उनके कम से कम 8 सदस्य होने चाहिए, ताकि नेता प्रतिपक्ष का पद सुरक्षित रह सके। NDA अगर सभी सीटें हार भी जाती है, जो की उसकी सबसे बुरी स्थिति होगी, फिर भी सदन में उनका दबदबा कायम रहेगा। उनके पास 40 सीटें रहेंगी ही। अभी जानिए, सदन में सभी दलों की दलगत स्थिति क्या है…
किस दल के कितने विधान पार्षद
भाजपा 15
जदयू 23
VIP 01
हम 01
राजद 05
कांग्रेस 03
लेफ्ट 02
निर्दलीय 01
कांग्रेस-VIP ने कई सीटों पर चुनाव को दिलचस्प बनाया
इन चुनावों में RJD की तरफ से पूरी ताकत लगाई जा रही है, क्योंकि इन्हीं सीटों के आधार पर विधान परिषद में वो अपनी स्थिति मजबूत कर सकता है। उधर, इन 24 सीटों में से अधिकतर BJP और JDU की ही हैं, इसलिए दोनों दल इन्हें खोना नहीं चाहते हैं। इसके लिए दोनों दलों की ओर से हरसंभव कोशिश हो रही है, लेकिन बागियों के मैदान में आने के कारण मुश्किलें जरूर बढ़ गई हैं। कांग्रेस और VIP की तरफ से उम्मीदवार उतारे जाने के बाद कई सीटों पर चुनाव दिलचस्प बन गया है।
इस चुनाव में खास बात यह है कि सत्ता और विपक्ष दोनों के ही गठबंधन के सारे दलों की भागीदारी नहीं है। सत्ता पक्ष से केवल BJP और JDU के ही उम्मीदवार मैदान में होंगे तो, विपक्ष में बैठी कांग्रेस को RJD ने दरकिनार कर दिया है। कांग्रेस अपने बूते चुनाव लड़ रही है। इधर, VIP ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
बता दें, बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के लिए 4 अप्रैल को वोटिंग होनी है। वोटों की गिनती 7 अप्रैल को होगी। हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनावों में चुनकर आए लगभग 1 लाख 32 हजार पंचायत प्रतिनिधि वोट डालेंगे।