पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में थोड़ी देर में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होगी। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इमरान खान ने विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव वापस लेने के बदले नेशनल असेंबली को भंग करने की पेशकश की है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने इस ऑफर को ठुकराते हुए कहा कि इमरान को अब कोई बैकडोर एग्जिट नहीं मिलेगी। उन्हें इज्जत के साथ कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। अगर वो इसके लिए तैयार नहीं हैं तो संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करें।
अगले 48 घंटे पाकिस्तान के लिए काफी अहम
पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद का कहना है कि अगले 48 घंटे काफी ज्यादा अहम हैं। इन 48 घंटे में राजनीतिक हालात एक नया मोड़ ले सकते हैं। उन्होंने देश को शनिवार की रात तक इंतजार करने के लिए कहा है।
पाकिस्तान सियासत के ताजा अपडेट्स…
- नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने गुरुवार को शाम 6 बजे राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति की बैठक बुलाई।
- अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने उनके सीक्रेट लेटर वाले दावे को झूठा बताते हुए कहा कि पाकिस्तान में चल रहे अविश्वास प्रस्ताव के मामले में उनका कोई हाथ नहीं है।
- चीन ने साफ किया है कि अगर पाकिस्तान में सरकार को अस्थिर करने के पीछे अमेरिका का हाथ है तो वो पाकिस्तान के साथ खड़ा रहेगा।
- मंगलवार को PTI सांसदों को लिखे एक लेटर में इमरान ने कहा- नेशनल असेंबली के सभी सदस्य वोटिंग से दूर रहेंगे या वोटिंग के दिन असेंबली की बैठक में शामिल नहीं होंगे।
- सोमवार को विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDM) ने पूर्व PM नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था।
मालूम हो कि सत्ताधारी गठबंधन में शामिल एक अहम दल मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने भी इमरान का साथ छोड़ दिया है। एमक्यूएम-पी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान का एलान किया है जिससे इमरान खान की सरकार अल्पमत में आ गई है। इमरान खान ने सरकार गिराने के पीछे विदेश साजिश बताया है। साथ ही इससे जुड़े एक पत्र के कुछ मजमून को अपने कैबिनेट के सहयोगियों से साझा किया है। इमरान ने रविवार को रैली में इस पत्र लहराते हुए कहा था कि विदेशी ताकतें उनकी सरकार गिराना चाहती हैं।
हालांकि इमरान खान ने इस पत्र को मीडिया से साझा नहीं किया है। उनका कहना है कि पत्र में परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी। वहीं इस्तीफे की अटकलों के बीच पाक के गृह मंत्री राशिद खान ने दावा किया है कि इमरान अंतिम गेंद तक खेलेंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान विदेशी साजिश वाले पत्र और इसके असर को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा समिति और इसके नेताओं के साथ बैठक की योजना बना रहे हैं। सत्ता पक्ष का कहना है कि विपक्ष की सरकार गिराने की कोशिश विफल होगी। अविश्वास प्रस्ताव पर तीन अप्रैल को नेशनल एसेंबली में मतदान कराए जानें की संभावनाएं हैं।
सीक्रेट लेटर सार्वजनिक करने पर हाई कोर्ट की रोक
इमरान के सीक्रेट लेटर पर चल रहे विवाद के बीच बुधवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने चिट्ठी को सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी। हालांकि, इस फैसले के पहले ही इमरान ये लेटर देश के चुनिंदा पत्रकारों और पार्टी के लोगों के साथ साझा कर चुके हैं। इससे पहले PM खान ने कहा था कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ये चिट्ठी संसद में पेश करेंगे।