दो वर्ष बाद नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़़ानें फिर से शुरू करने का सरकार का फैसला निसंदेह हर आम और खास के लिए राहत भरी खबर है। नागरिक उड्ड़यन महानिदेशालय (ड़ीजीसीए) की घोषणा के बाद रविवार यानी २७ मार्च से उड़़ानें शुरू भी कर दी गई हैं। ज्ञातव्य है कि कोरोना महामारी पर नियंत्रण के कारण २३ मार्च २०२० से पाबंदियां लगाई गई थीं। हालांकि कोविड़ काल में द्विपक्षीय एयर बबल समझौते के तहत सीमित उड़़ानों का संचालन हो रहा था। फैसले के तहत ४० देशों की ६० एयरलाइनों को १७८३ उड़़ानों के संचालन की मंजूरी मिली है। वहीं पिछले वर्ष १८ अक्टूबर से राष्ट्रीय उड़़ानें पूरी क्षमता से शुरू हो गई थीं। निश्चित तौर पर इस निर्णय से विदेश में नौकरी या बिजनेस करने के रास्ते फिर से खुलेंगे। साथ ही विदेशी मुल्कों से भारत भ्रमण पर आने वालों की मन की मुराद पूरी होगी। दो वर्ष तक उड़़ानें सीमित रहने से भारतीय व्यापार पर बुरा असर पड़़ा है। अब जबकि चीन को छोड़़कर करीब–करीब ज्यादातर देशों के लिए उड़़ानें शुरू हो गई हैं तो अर्थव्यवस्था भी उछाल मारेगी। विदेशी मेहमानों के आने से पर्यटन सेक्टर आर्थिक संकट से उबर सकेगा। दरअसल‚ कोरोना ने दो साल में सबसे ज्यादा अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाई है। कइयों की नौकरियां खत्म हो गइ‚ छोटे और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को खाने के लाले पड़़ गए। लिहाजा‚ सरकार पर कुछ ठोस कदम उठाने का दबाव भी था। अलबत्ता इसमें कोरोना के मामलों में लगातार हो रही कमी का जरूर अहम रोल रहा। देश में कोरोना के नये मामलों में लगातार गिरावट भी देखी गई। इसके बावजूद नागरिक उड्ड़यन पर बनी संसदीय समिति ने अंतरराष्ट्रीय उड़़ानें शुरू करने से पहले कई चीजें करने का सुझाव दिया। मसलन; विमान के अंदर और हवाईअड्डों पर एचपीईए फिल्टर लगाने‚ सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सूची राज्य सरकारों के साथ साझा करने और उनके स्वास्थ्य की स्थिति पर नजर रखने की हिदायत दी गई। ऐसा करना जरूरी भी है। क्योंकि चीन और उसके पड़़ोसी हांगकांग के अलावा दक्षिण कोरिया‚ जापान और अन्य पूर्वी एशिया के देशों के अलावा यूरोप के कई देशों में कोरोना के नये वेरिएंट ने एक बार फिर वहां कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसे देखते हुए भारत सरकार की चिंता बढ़ गई है। अपने नागरिकों को संक्रमण से बचाना उतना ही जरूरी है जितना अर्थव्यवस्था का मजबूत बने रहना। अच्छी बात है कि अंतरराष्ट्रीय उड़़ान बुकिंग में ३० फीसद तो पूछताछ में ७० फीसद तक उछाल आई है। यह शुभ संकेत माना जाएगा। देखना है‚ बिना किसी अशुभ समाचार के उड़़ानें दूरी तय करती रहेंगी। फिलवक्त सबकुछ अच्छे से होना वक्त की मांग है।
CAIT ने 1 मई से पाकिस्तान के साथ सभी बिजनेस डील खत्म करने का किया ऐलान……
भारत के व्यापारियों की सबसे बड़ी संगठन कनफेगरेशन आफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने यह निर्णय लिया है कि 1 मई...