बिहार में एक बार फिर से सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिता के हत्यारों को सजा नहीं मिलने पर 14 साल के बेटे ने खुद को आग लगा ली और तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। वह नीचे से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट के तारों पर गिरकर बुरी तरह झुलस गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन शुक्रवार सुबह उसने इलाज के दाैरान ही दम तोड़ दिया।
रोहित अपने पिता को इंसाफ दिलाने की मांग लेकर गुरुवार को मोतिहारी के एसपी ऑफिस पहुंचा था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी एसपी से मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद वह परेशान होकर घर लौट गया और रात में उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया। रोहित के पिता दिवंगत विपिन अग्रवाल एक RTI एक्टिविस्ट थे। उनकी पिछले साल हत्या कर दी गई थी।

पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तीसरी मंजिल से कूदा
अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने की मांग करने के लिए रोहित मोतिहारी के एसपी से मिलने गया था, लेकिन वहां से उसे मायूस होकर खाली हाथ ही लौटना पड़ा। उसकी एसपी से मुलाकात नहीं हो पाई। इससे निराश, हताश रोहित ने गुरुवार रात पड़ोस के एक घर की छत पर अपने ऊपर केरोसिन डाला और आग लगा ली।
इसके बाद पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वह नीचे कूद गया। रोहित छत के नीचे से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट के बिजली के तार पर गिरा और बुरी तरह झुलस गया। इसके बाद परिजनों ने उसे मोतिहारी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां इलाज के दाैरान ही शुक्रवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया।

सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ लड़ रहे पिता की हुई थी हत्या
रोहित के पिता RTI एक्टिविस्ट विपिन अग्रवाल की 24 सितंबर 2021 को हत्या कर दी गई थी। हरसिद्धि ब्लॉक ऑफिस गेट के पास दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। इलाज के लिए मोतिहारी ले जाने के दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी। परिजनों ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हरसिद्धि थाने में FIR दर्ज कराई थी।
घटना के बाद पुलिस जांच में कई लोगों के नाम सामने आए, जिसमें 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इनमें शूटर मनीष पटेल, सचिन सिंह, लाइनर नीरज कुमार के साथ ही फाइनेंसर किनदेव प्रसाद, अभिमन्यु सिंह, राजेश सिंह और अजय सिंह गिरफ्तार हुए हैं।
वहीं रोहित का आरोप था कि उसकी पिता की हत्या में कई बड़े लोग शामिल हैं, लेकिन पुलिस उन पर कार्रवाई करने से बच रही है। इसी की शिकायत लेकर रोहित गुरुवार को एसपी ऑफिस पहुंचा था, लेकिन वह एसपी से नहीं मिल पाया।

विपिन अग्रवाल हरसिद्धि इलाके की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे। इसी मुद्दे को लेकर उनकी हत्या कराई गई थी। हत्या के पीछे कई सफेदपोशों के नाम आए थे, जिसे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही थी। इसी वजह से विपिन का परिवार प्रशासन से नाराज चल रहा था। कई बार हरसिद्धि में सड़क जाम कर प्रशासन को चेतावनी भी दी गई थी।

पहले बेटे को खोया अब पोते को
रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने कहा कि पहले बदमाशों ने मेरे बेटे की हत्या कर दी अब पोते को भी छीन लिया। उन्होंने बताया कि उनका पोता मोतिहारी एसपी से मिलने गया था। लेकिन, एसपी ने उससे मुलाकात नहीं की। इससे नाराज हो कर वह घर आया था। हालांकि मोतिहारी एसपी का कहना है कि रोहित उनसे मुलाकात करने नहीं आया था।
रोहित के दादा पर पुलिस बना रही दबाव
रोहित के दादा ने उसके मरने के बाद अस्पताल से ही एक वीडियो जारी किया था। उसमें उन्होंने बताया कि पोते की मौत के बाद पुलिस उनके ऊपर अपने हिसाब से बयान दिलवाने के लिए दबाव बना रही है।

अंतिम संस्कार की तैयारी
फिलहाल रोहित के घर पर अरेराज SDPO, हरसिद्धि के DSP के साथ ही सुगौली, अरेराज और पहाड़पुर सहित कई थानों की पुलिस पहुंची है। अधिकारियों ने बंद कमरे में रोहित के दादा से बात की है। इसके बाद परिजन शव के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए हैं। बाकी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।