स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे़य ने विभाग में 26 हजार से अधिक कर्मियों की नियुक्ति की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि १०‚२२९ कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इनमें सामान्य चिकित्सक‚ एएनएम‚ स्टार्फ नर्स‚ सामुदायिक चिकित्सा पदाधिकारी आदि शामिल हैं। वहीं फर्मासिस्ट‚ प्रयोगशाला प्रावैधिक‚ शल्य कक्ष सहायक‚ ईसीजी टेक्नीशिनयन आदि के कुल ५५७३ पदों पर नियुक्ति के लिए अनुशंसा बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग को भेजी गयी है। वहीं १०‚५५० एएनएम की नियमित नियुक्ति की जायेगी। राष्ट्रीय उच्च पथ पर १० नये ट्रॉमा सेंटर की स्थापना की जायेगी। मोतिहारी एवं मुंगेर जिला में १५० एमबीबीएस नामांकन क्षमता के दो नये चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना की जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री बिहार विधान सभा में बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग के वित्तीय वर्ष २०२२–२३ की अनुदान मांग पर आयोजित वाद–विवाद का जवाब दे रहे थे। सदन से १६‚१३४.३९ करोड़़ रुपये की अनुदान मांग पारित हो गयी। उन्होंने कहा कि बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड़‚ पटना के क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना की जायेगी। राज्य में कैंसर के मरीजों के ईलाज की समुचित व्यवस्था एवं आधारभूत संचरना सुढृढ़ करने के उद्ेश्य से बिहार कैंसर केयर फाउंडे़शन की स्थापना की जायेगी। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में राज्य ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं का सुढृढ़ीकरण‚ आधारभूत संचरानाओं का विस्तारीकरण और सुढृढ़ीकरण किया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं का डि़जिटाइजेशन किया गया है। आधुनिक चिकित्सा प्रणाली की व्यवस्था‚ स्वास्थ्य शिक्षा‚ विभिन्न स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि १७ मार्च तक राज्य में कोविड़ का १२.२५ करोड़़ टीकाकरण किया गया है। कोविड़ से संक्रमित ११२३० मृतकों के आश्रितों को सहायता राशि उपलब्ध करायी गयी है। राज्य में चिकित्सा शिक्षा के विकास एवं शोध को बढ़ावा देने के उद्ेश्य से बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय अधिनियम २०२१ को मंजूरी दी गयी है। चिकित्सा महाविद्यालयों में एक तिहाई सीट महिलाओं के लिए आरक्षित की गयी है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में १२०० बेड़ वाले नये अस्पताल भवन का निर्माण कराया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य २०२४ तक पूर्ण कर लिया जायेगा। पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल‚ पटना के पुनर्विकास योजना के तहत ५५४०.०७ करोड़़ की लागत से ५४६२ बेड़ के विश्व के दूसरे सबसे बड़े़ अस्पताल के निर्माण हेतु प्रथम फेज का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। राज्य में ११ नये चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों की सीतामढ़ी‚ झंझारपुर‚ पूर्णिया‚ समस्तीपुर‚ सीवान‚ सारण‚ बक्सर‚ जमुई‚ बेगूसराय‚ महुआ (वैशाली)‚ की स्थापना की जा रही है। रहुई‚ नालंदा में नये दंत चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का निर्माण अंतिम चरण में है। शैक्षणिक सत्र २०२२–२३ से आरंभ कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जुलाई तक राज्य के सभी जिला एवं अनुमंड़ल अस्पतालों में जीविका दीदी की रसोई प्रारंभ की जायेगी। फिलहाल ३७ जिला अस्पताल और ४६ अनुमंड़ल अस्पतालों में दीदी की रसोई शुरू कर दी गयी है।
नियमों में नहीं किया गया कोई बदलाव……….
निर्वाचन आयोग ने कहा कि बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य उसके आदेशानुसार किया जा रहा है...