कोरोना की रफ्तार थमने के तीन साल बाद इस बार बिहार दिवस समारोह का जश्न मनेगा। 22 मार्च से 24 मार्च तक मुख्य समारोह पटना के गांधी मैदान में होगा। 22 मार्च को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समारोह का उद्घाटन करेंगे जबकि राज्यपाल २४ मार्च को इसके समापन समारोह में शिरकत करेंगे। इस बार बिहार दिवस–२०२२ का थीम ‘जल जीवन–हरियाली’ है। आयोजन पर करीब साढ़े आठ करोड़़ रुपये खर्च किये जायेंगे। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पत्रकार सम्मेलन में जानकारी देते हुए बताया कि तीन वर्ष की लम्बी अवधि के बाद बिहार सरकार द्वारा बडे पैमाने पर बिहार दिवस २०२२ का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन के लिये हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शिक्षा विभाग‚ बिहार सरकार नोडल विभाग है। यह आयोजन २२‚ २३ एवं २४ मार्च को पटना के स्थानीय गांधी मैदान एवं श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि समारोह का उद्घाटन २२ मार्च को संध्या ०५.३० बजे मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा एवं इस समारोह का समापन २४ मार्च को संध्या ५.३० बजे होगा‚ जिसके मुख्य अतिथि राज्यपाल होंगे।
इस अवसर पर गांधी मैदान‚ पटना में वीईपी पवेलियन‚ किलकारी पवेलियन‚ जन शिक्षा पवेलियन एवं स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के लिए सांस्कृतिक पवेलियन तैयार किया गया है‚ जिसमें तीनों दिन विभिन्न कार्यक्रम संचालित होंगे। इसके अतिरिक्त इस अवसर पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण‚ उद्योग विभाग‚ कृषि विभाग‚ वन पर्यावरण जलवायु परिवर्तन विभाग‚ पर्यटन विभाग‚ जीविका इत्यादि विभागों द्वारा तैयार पवेलियन में सरकार की उपलब्धियों को दर्शाया जायेगा। उद्योग विभाग द्वारा अपने पवेलियन में दिल्ली हाट की तर्ज पर पटना हाट लगाया जा रहा है‚ जिसमें उद्योग विभाग द्वारा प्रोत्साहित उत्पादों को प्रदर्शित किया जायेगा। एनबीटी के सहयोग से पुस्तक मेला भी लगेगा। मंत्री ने बताया कि श्रीकृष्ण विज्ञान केन्द्र के सहयोग से विज्ञान प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है। पर्यटन विभाग द्वारा पटना में पहली बार ड्रोन शो का आयोजन किया जा रहा है‚ जिसमें ५०० ड्रोन शामिल होंगे। बिहार दिवस–२०२२ के अवसर पर बिहार राज्य पयर्टन निगम द्वारा व्यंजन मेला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें स्थानीय व्यंजनों से संबंधित विभिन्न फूड स्टॉल लगाये जायेंगे। गांधी मैदान के मुख्य मंच से ‘जल–जीवन–हरियाली’ की थीम पर आधारित लेजर शो की प्रस्तुति की जायेगी। गांधी मैदान में बिहार का पयर्टन मानचित्र तैयार किया जा रहा है‚ जिसमें बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों को प्रदर्शित किया जायेगा। गांधी मैदान में बिहार के विभिन्न जिलों से गुजरने वाली सभी नदियों को राज्य के मानचित्र पर दर्शाते हुए प्रदर्शित किया जा रहा है। बिहार दिवस–२०२२ के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर के ख्यातिप्राप्त कलाकारों द्वारा गांधी मैदान‚ पटना के मुख्य मंच पर प्रस्तुति जायेगी‚ जिसके तहत २२ मार्च को कैलाश खेर व उनके दल‚ २३ मार्च को श्रीमती रेखा भारद्वाज व उनके दल‚ २४ मार्च को सुखविन्दर सिंह को आमंत्रित किया गया है। इसी तरह श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल‚ पटना में तीनों सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है‚ जिसमें महमूद फारूखी द्वारा कर्ण कथा‚ अहमद हुसैन मोहम्मद द्वारा गजल‚ श्रीमती सुनंदा शर्मा द्वारा ठुमरी‚ लव बंदिश द्वारा फ्यूजन एवं अन्य कलाकारों द्वारा कथक की प्रस्तुति की जायेगी। बिहार दिवस–२०२२ के अवसर बीएमपी‚ पटना द्वारा किया जाने वाला डॉग शो एवं पुलिस बैंड आकर्षण का केंद्र रहेगा। बिहार दिवस–२०२२ के अवसर पर स्थानीय विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के छात्र–छात्राओं की सहभागिता सुनिश्चित करायी गयी है‚ जिसके तहत उनके द्वारा श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल‚ पटना में विभिन्न प्रकार कार्यक्रम प्रस्तुति जायेगी। इस अवसर पर सभी ३८ जिलों से बच्चे एवं शिक्षक उपस्थित रहेंगे। बिहार दिवस पर सहभागी विभागों की सूचीः कृषि विभाग‚आपदा प्रबंधन विभाग‚ ऊर्जा विभाग‚ उद्योग विभाग‚ लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग‚ग्रामीण विकास विभाग‚ पर्यटन विभाग‚ स्वास्थ्य विभाग‚ महिला विकास निगम‚ सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग‚ परिवहन विभाग‚ पर्यावरण‚ वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग‚ बेल्ट्रान‚ बिहार रिन्युएबुल इनर्जी डे़वलपमेंट एजेंसी‚ पशुपालन विभाग‚ श्रम संसाधन‚ जन शिक्षा‚ किलकारी॥
ड्रोन शो में 500 ड्रोन कैमरे होंगे शामिल, लेजर शो भी देख सकेंगे
शिक्षा मंत्री ने बताया कि गांधी मैदान पटना में बीईपी पवेलियन, किलकारी पवेलियन, जन शिक्षा पवेलियन और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के लिए सांस्कृतिक पवेलियन तैयार किए गए है जिसमें 3 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, उद्योग विभाग, कृषि विभाग, वन पर्यावरण जलवायु परिवर्तन विभाग पर्यटन विभाग, जीविका आदि विभागों द्वारा पवेलियन तैयार किया जा रहा है। उद्योग विभाग द्वारा अपने पवेलियन में दिल्ली हाट की तर्ज पर पटना हाथ लगाया जा रहा है जिसमें उद्योग विभाग द्वारा प्रोत्साहित उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।
इस अवसर पर एनबीटी के सहयोग से पुस्तक मेला का भी आयोजन किया जा रहा है। श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र के सहयोग से विज्ञान प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा पटना में पहली बार ड्रोन शो का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 500 की संख्या में ड्रोन शामिल होंगे। गांधी मैदान पटना में बिहार का पर्यटन मानचित्र तैयार किया जा रहा है जिसमें बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों को प्रदर्शित किया जाएगा। पटना में बिहार के विभिन्न जिलों से गुजरने वाली सभी नदियों को राज्य के मानचित्र पर दर्शाते हुए प्रदर्शित किया जा रहा है।
गीत, कथक, ठुमरी और पुलिस बैंड होगा आकर्षण का केंद्र
उन्होंने बताया कि 22 मार्च को कैलाश खेर द्वारा, 23 मार्च को रेखा भारद्वाज द्वारा और 24 मार्च को सुखविंदर सिंह द्वारा कार्यक्रम किए जाएंगे। श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में महमूद फारुकी द्वारा कर्ण कथा, अहमद हुसैन मोहम्मद हुसैन द्वारा गजल, सुनंदा शर्मा द्वारा ठुमरी, लव बंदिश लिप्स द्वारा फ्यूजन और अन्य ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा लोकगीत व कथक की प्रस्तुति की जाएगी। बीएमपी पटना के द्वारा डॉग शो और पुलिस बैंड आकर्षण का केंद्र रहेगा। शिक्षा मंत्री ने बताया कि पहली बार स्थानीय विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं की सहभागिता सुनिश्चित कराई गई है जिसके तहत उनके द्वारा 3 दिन श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में भिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इस अवसर पर सभी 38 जिलों से बच्चे और शिक्षक आमंत्रित किए गए हैं।

गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम
- कैलाश खेर का गायन- 22 मार्च को शाम 7:45 से 10:00 तक
- रेखा भारद्वाज का गायन- 23 मार्च को 10:30 से 9:30 बजे तक
- पटना विमेंस कॉलेज की छात्राओं द्वारा जल जीवन हरियाली थीम पर नृत्य- 22 मार्च को संध्या 7:30 से 7:45 बजे तक
- उर्वशी चौधरी का कार्यक्रम -23 मार्च को संध्या 7:15 से 7:30 बजे तक
- सत्येंद्र कुमार संगीत का गायन- 24 मार्च को संध्या 7:15 से 7:30 बजे तक
श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में प्रस्तुत होने वाले कार्यक्रम
- महमूद फारूकी कर्ण कथा सुनाएंगे – 22 मार्च को संध्या 6:30 बजे से 7:00 बजे तक
- रंजना झा का लोकगीत – 22 मार्च को रात्रि 10:00 बजे से 7:45 बजे तक
- प्राची पल्लवी साहू का कथक नृत्य- 22 मार्च को रात्रि 8:00 बजे से 8:30 बजे तक
- नीतू कुमारी नूतन लोक गीत गाएंगे 22 मार्च को रात्रि 8:40 से 9:30 बजे तक
- नीलम चौधरी द्वारा निनाद- 23 मार्च संध्या 6:30 से 7:30 बजे तक
- अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन द्वारा गजल गायन – 23 मार्च को रात्रि 7:45 से 9:30 बजे तक
- लावणी राज द्वारा कथक नृत्य- 24 मार्च को शाम 6:30 बजे से 7:00 बजे तक
- सुनंदा शर्मा द्वारा ठुमरी गायन- 24 मार्च को रात्रि 7:10 बजे से 8:00 बजे तक
- लव बंदिश ब्लिस द्वारा फ्यूजन- 24 मार्च को रात्रि 8:10 से 9:30 बजे तक
आर्टिस्ट से भास्कर ने की बात, बताया- बिहार की उड़ान, उसकी हरियाली खास
भास्कर ने अमृत प्रकाश साह से बात की। वे कहते हैं कि जल-जीवन- हरियाली थीम पर इसे बनाया गया है। हमने खुशहाली को दर्शाने के लिए इसे बनाया है। इसे बनाने के लिए मार्बल डस्ट, फाइवर, आयरन जैसी मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है। पक्षी को बनाने के लिए ढ़िबरी बनाने वाला मटेरियल का प्रयोग किया गया है। वे बताते हैं कि पक्षी, जीवन और उसकी उड़ान को दर्शाता है। यह उड़ान बिहार की उड़ान है। बिहार के हर आदमी की उड़ान है।
पेंटिंग में चार दिशा को इंगित किया गया है। एक तरफ मां एक बकरी को पुचकार रही है, एक बच्ची खेल रही है, बैकग्राउंड में गांव है और गांव का चापाकल भी। इसके विपरीत तरफ एक बच्चे की वह फीलिंग है जिसमें वह मेला में जाकर खुश हो जाता है। कागज की घिरनी घुमा रहा बच्चा हमारी प्रगति का प्रतीक है। यह प्रतीक भारत के तिरंगे पर भी है। पेटिंग में किसान को हल चलाते हुए भी दिखाया गया है। एक गाय के बछड़े को एक छोटी बच्ची पानी से नहला रही है। इसमें भी नेचर की खूबसूरती दिखती है।

कई विभागों की ओर से खूबसूरत स्टॉल लगेंगे
विभिन्न विभागों की ओर से यहां स्टॉल लगाए जा रहे हैं। खास तौर से पर्यटन विभाग, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग का स्टॉल खास होगा। किलकारी का भी स्टॉल खूबसूरत होगा। जानकारी है कि 2020 में बिहार दिवस का आयोजन जल-जीवन-हरियाली को केन्द्रित कर होना था। लेकिन कोरोना की वजह से आयोजन नहीं हो पाया था। अब इसी विषय पर बिहार दिवस का आयोजन हो रहा है।
गांधी मैदान में लगाए जा रहे स्टॉल पर तरह-तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। बिहारी खान-पान से जुड़े स्टॉल भी यहां रहेंगे। बता दें कि हर साल बिहार दिवस के आयोजन में अंजनी कुमार सिंह काफी सक्रिय रहते हैं। अब वे बिहार म्यूजियम के महानिदेशक है। जानकारी है कि सरकार के अन्य अफसरों के साथ ही वे इस बार भी वे काफी एक्टिव हैं।