भारत में फिर से कोरोना वायरस अपना कहर बरपा सकता है. विशेषज्ञों को इस बात का डर है कि जिस तरह से दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है, वो चिंता जनक है. एएफपी ने जानकारी दी है कि चीन में एक साल पहली बार कोरोना से मौतों की खबर सामने आ रही है. ये हाल तब है, जब चीन कोरोना के मामलों को लेकर बेहद गंभीर रहता है और एक-दो मामले सामने आते ही लाखों की आबादी वाले शहरों को पूरी तरह से लॉक डाउन में डाल देता है. लेकिन चीन में भी मौतों का होना चिंता जनक खबर है. वहीं, यूरोप की बात करें तो यूरोपीय देशों में महज एक ही दिन में 6 लाख से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं. हालांकि भारत के लिए ये राहत की बात है कि अभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरु नहीं हुई हैं.
उधर चीन में कोरोना के मामले डरा रहे हैं। यहां कई शहरों में लॉकडाउन लगाया गया है। इसी बीच शनिवार को चीन में कोरोना वायरस संक्रमण से दो लोगों की मौत की पुष्टि की गई, जो जनवरी 2021 के बाद से मृतक संख्या में दर्ज पहली बढ़ोतरी है। चीन में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमण के काफी मामले हैं।
चीन के उत्तर-पूर्वी जिलिन प्रांत में हुईं दो मौतें
संक्रमण से दोनों मौत उत्तर पूर्वी जिलिन प्रांत में हुईं, जिसके बाद देश में मृतक संख्या बढ़कर 4,638 हो गई है। चीन में शनिवार को संक्रमण के 2,157 नए मामले सामने आए, जो संक्रमण के कम्यूनिटी स्प्रैड से जुड़े हैं। इनमें से अधिकतर मामले जिलिन प्रांत से सामने आए। संक्रमण के प्रसार को राकने के लिए जिलिन प्रांत में यात्रा प्रतिबंध लगाए गए हैं और लोगों को यात्रा के लिए पुलिस की अनुमति लेना अनिवार्य बनाया गया है। चीन के वुहान से 2019 के अंत में फैले संक्रमण के बाद से अब तक 4,636 लोगों की मौत हुई है। इन आंकड़ों को अप्रैल 2020 में एक बार अपडेट किया गया था।
बता दें कि चीन में कोरोना से हालात फिर बिगड़ते जा रहे हैं। यहां 2020 के बाद से सबसे बुरी स्थिति बताई जा रही है। लगातार केस बढ़ने के चलते चीन के कई हिस्सों में मेडिकल संसाधनों की कमी महसूस की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में चीन की स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव और बढ़ सकता है। माना जा रहा है कि ओमिक्रॉन के चलते केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में चीन को कई शहरों में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। आशंका जताई जा रही है कि चीन की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ सकता है। पिछले 10 हफ्तों में चीन में 14000 से अधिक केस सामने आए हैं।
ओमिक्रोन का सबवेरिएंट ओमिक्रोन बीए.2 मचा रहा कहर
दरअसल, चीन में हाहाकार मचाने वाला कोई और नहीं बल्कि ओमिक्रोन का सबवेरिएंट ओमिक्रोन बीए.2 है, जिसे स्टील्थ ओमिक्रोन के नाम से भी जाना जाता है। यूके हेल्थ एजेंसी (UKHSA) के अनुसार, स्टील्थ ओमिक्रोन को बीए.2 के रूप में भी जाना जाता है। यह ओमिक्रोन का सबवेरिएंट है। अध्ययनों से पता चलता है कि मूल ओमिक्रोन की तुलना में 1.5 गुना अधिक संक्रामक है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने अभी तक BA.2 को ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ नहीं माना है। हालांकि, संगठन इसके प्रसार पर निगरानी बनाए हुए है। BA.2 कई देशों में मूल ओमिक्रोन स्ट्रेन को बदलने लगा है।
ओमिक्रॉन का सब वेरियंट बढ़ा रहा है चिंता
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के ओमिक्रॉन स्वरूप ने तीसरी लहर में खूब तबाही मचाई थी. लेकिन अब उसके एक सबवेरिएंट को कहीं ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है. ओमिक्रॉन के नए सब वेरिएंट BA2 की वजह से दक्षिण कोरिया तक में कोरोना के मामले काफी बढ़ गए हैं. हालांकि भारत में तुरंत नई लहर आने को लेकर भारतीय एक्सपर्ट अभी चिंतित नहीं हैं. इसकी वजह है कि भारत में हाल ही के समय में बहुत बड़ी आबादी को वैक्सीन दी गई है. इस समय लोगों की कोरोना प्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ी हुई है. हालांकि इससे बचाव की जरूरत है. लोगों को कोरोना वायरस की गाइड लाइन्स को अब भी फॉलो करना चाहिए. इस मामले में स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व राज्य महानिदेशक और राज्य सरकार के तकनीकी सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंखे ने कहा कि हम अपनी तैयारी को कम नहीं कर सकते क्योंकि दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह भारत में चौथी लहर आ सकती है. डॉ सालुंखे ने कहा कि चौथी लहर के बारे में केवल एक चीज पता नहीं है कि यह वास्तव में कब होगी और यह कितनी गंभीर होगी.
ओमिक्रॉन के 50 से अधिक म्यूटेशन
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन (Omicron) का पता चला था. इसके बाद से ओमिक्रॉन के ही कम से कम 50 सब वेरिएंट दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से सामने आ चुके हैं. भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के पीछे की वजह ओमिक्रॉन ही था. भारत में तीसरी लहर के दौरान शुरुआत में ही ओमिक्रोन केबीए 1 और बीए 2 दोनों वेरिएंट सामने आए थे. मौजूदा समय में भारत में इसकी रफ्तार धीमी पड़ी है. हालांकि विशेषज्ञ चेता रहे हैं कि जिनके शरीर में एंटीबॉडी का स्तर कम है, उनमें फिर से संक्रमित होने का खतरा हो सकता है. ऐसे में उन्हें कोरोना गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन करते रहना होगा.
तीसरी लहर में 75 फीसदी केस BA.2 वेरिएंट के
कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार के बनाए टास्क फोर्स के मुखिया डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के BA.2 सब वेरिएंट ने कहर ढाया था. BA.2 की वजह से कोरोना वायरस के 75 फीसदी मामले दर्ज हुए थे. उन्होंने कहा कि अगर भारत में कोरोना वायरस की चौथी लहर आती है, तो वो बाहर से आए किसी सब-वेरिएंट की वजह से ही हो सकती है. क्योंकि देश में मौजूद कोरोना वायरस के अधिक तक वेरिएंट्स के खिलाफ लोगों के शरीर में एंटीबॉडी है. इसकी वजह भारत सरकार की बेहतरीन तैयारी है.