बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बुधवार को इंटरमीडि़एट परीक्षा २०२२ का कला‚ विज्ञान‚ वाणिज्य‚ व्यावसायिक पाठक्रमकों का रिजल्ट जारी किया। जिसमें कुल ८०.१५ प्रतिशत विद्यार्थियों ने उत्तीर्णता हासिल की। कला संकाय में गोपालगंज जिले के छात्र संगम राज‚ विज्ञान में नवादा का सौरव कुमार और कॉमर्स संकाय में पटना के छात्र अंकित कुमार गुप्ता ने टॉप स्थान हासिल किया है। तीनों संकायों को मिलाकर देखें तो कुल परीक्षार्थियों में ८२.३९ प्रतिशत लड़़कियां और ७८.०४ प्रतिशत लड़़के उत्तीर्ण हुए हैं। ॥ इस बार भी उत्तीर्णता हासिल करने में लड़़कियां आगे हैं। बिहार शिक्षा के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने रिजल्ट जारी करने के बाद सभी सफल छात्र–छात्राओं को बधाई दी है। मौके पर परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर मौजूद थे। इंटरमीडि़एट वार्षिक परीक्षा २०२२ के परीक्षाफल में तीनों संकायों विज्ञान‚ कला व वाणिज्य को मिलाकर ८०.१५ प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। परीक्षा में कुल १३‚२५‚७४९ परीक्षार्थी शामिल हुए थे। परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि १४ फरवरी को परीक्षा समाप्त हुई थी। २६ फरवरी से मूल्यांकन कार्य प्रारंभ हुआ। मूल्यांकन प्रारंभ होने की तिथि से मात्र १९ दिनों में रिजल्ट दिया गया‚ जो देश में रिकॉर्ड़ है। इंटरमीडि़एट परीक्षा में ४‚५२‚१७१ विद्यार्थी प्रथम श्रेणी‚ ५‚१०‚८३१ द्वितीय श्रेणी व ९९‚५५० विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। कुल ८०.१५ प्रतिशत उत्तीर्णता हासिल की है। परीक्षा में कुल १३‚२५‚७४९ परीक्षार्थी में ६‚८३‚९३० छात्र और ६‚४१‚८२९ छात्राएं शामिल हुई थीं। विज्ञान संकाय में सौरव कुमार ने ४७२ (९४.४० फीसद)‚ वाणिज्य में अंकित गुप्ता ने ४७३ (९४.६० फीसद) व कला संकाय में संगम राज ने ४८२ (९६.४० फीसद) अंक के साथ राज्य में प्रथम स्थान हासिल किया है। इसी तरह वाणिज्य संकाय में अंकित गुप्ता ने ४७३ (९४.६० प्रतिशत) अंक के साथ प्रथम और कला संकाय में संगम राज ने ४८२ (९६.४० प्रतिशत) अंक के साथ पूरे राज्य में प्रथम स्थान हासिल किया है। विद्यार्थी अपना रिजल्ट बिहार बोर्ड़ के वेबसाइट पर देख सकते हैं।
राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बुधवार को इंटरमीडि़एट का रिजल्ट जारी करने के बाद कहा कि इंटरमीडि़एट पास सभी छात्राओं को २५ हजार रुûपये और ग्रेजुएट पास छात्राओं को ५० हजार रुûपये छात्रवृत्ति के रूप में दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि लड़़कियां शिक्षित होंगी तो देश‚ राज्य और समाज विकासित होगा। लड़़कियां शिक्षित होंगी तो नई पीढ़ शिक्षित होगी और जनसंख्या पर लगाम लगेगा। आज देश की जनसंख्या नित्य बढ़øती जा रही है। बिहार सरकार लड़़कियों को पढ़ने के लिए कई योजनाओं काम कर रही है। कुछ योजनाएं चल रहीं हैं। इंटरमीडि़एट का रिजल्ट देखने से लग रहा है कि हमारी बच्चियां शिक्षा के क्षेत्र में आगे आ रहीं हैं।