प्रदेश में लंबे समय से नये जिले‚ अनुमंड़ल और प्रखंड़ बनाने की जनता की मांग जल्द पूरी होने वाली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने पुराने लोकसभा क्षेत्र बाढ़ के भ्रमण के दौरान नये जिला बनाने पर जल्द फैसला करने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ को जिला बनाने की वहां के लोगों की मांग पर अपनी सहमति भी दे दी।
उन्होंने कहा कि बाढ़ को जिले का दर्जा देने की मांग यहां के लोग काफी दिनों से करते रहे हैं। कुछ दिनों के बाद हमलोग इन सब चीजों के बारे में फैसला लेंगे‚ तो भला बाढ को कैसे छोड देंगे। इसको लेकर आप लोगों को सोचने की जरूरत नहीं है।मुख्यमंत्री ने बेलछी प्रखंड के बेलछी‚ बाढ प्रखंड के बाढ एवं अथमलगोला प्रखंड के सबनीमा में अपने संघर्ष के दिनों के साथियों से मुलाकात की और उनका हाल–चाल जाना। मुख्यमंत्री ने अपने पुराने सहयोगियों एवं कार्यकर्ताओं से कहा कि बाढ से मेरा पुराना लगाव है। सबसे पहले हम यहीं से सांसद बने थे। जब हम विधायक थे‚ तब भी यहां आते रहते थे और यहां की समस्याओं को लेकर आवाज उठाते थे। वर्ष १९८९ से हम यहां काम करते रहे हैं। यहां पर सब कुछ हुआ है। यहां के लोगों की इच्छा को पूरा करते रहे हैं और आगे भी करेंगे। उन्होंने कहा कि हमको जब भी यहां आने का मौका मिलता है‚ तो आते रहते हैं। बाढ के दौरान भी हमलोगों ने हवाई सवæक्षण किया था। पहले जब हम सांसद थे‚ तो हर जगह घूम लेते थे‚ लेकिन अब मौका नहीं मिल पाता है। बहुत दिनों से मेरे मन में था कि अपने पुराने क्षेत्र में एक बार फिर जायें और उसी सिलसिले में आपलोगों से मिलने आये हैं। शनिवार को मोकामा के इलाके में घूमकर मुझे काफी अच्छा लगा था। इसी तरह आज बाढ के इलाके में घूमकर अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने मुझे जो स्नेह दिया है और मुझे कहां से कहां पहुंचाया है‚ उसे हम कभी भूल नहीं सकते हैं। जब तक मेरा जीवन है‚ तब तक हम इसे भूल नहीं सकते हैं। यहां के लिए हम सब कुछ करते रहते हैं। यहां आते रहते हैं‚ आगे भी आते रहेंगे। भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने कई जगहों पर रुककर अपने पुराने साथियों एवं कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निजी जनसंवाद यात्रा पर बाढ़ विधानसभा क्षेत्रों का भ्रमण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से उनका पुराना नाता रहा है। सबसे पहले सांसद इसी क्षेत्र से बने जिसके कारण मेरी पहचान बनी। इस दौरान वह पूरे क्षेत्र में घूम–घूम कर समस्या का निवारण करते रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि १९८९ से लगातार वह बाढ़ के लोगों की मांगों को भी पूरी करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ को जिला बनाने की बात उनके मन में है। सही समय पर इसे भी साकार करेंगे। जब दूसरी जगहों को हम जिला का दर्जा देंगे तो बाढ़ को कैसे छोड़ देंगे। इस बारे में सोचने की जरूरत नहीं है। हर हाल में बाढ़ को नहीं भूलेंगे।
उन्होंने कहा कि जब भी मौका मिलता है या कोई बात होती है तो वह बाढ़ के इलाकों में आते रहे हैं। इस बार मेरे मन में पुराने क्षेत्र में घूमने की इच्छा थी। इसी को लेकर निजी यात्रा शुरू की है। गौरतलब हो कि एक दिन पूर्व यानि शनिवार को उन्होंने मोकामा विस क्षेत्र का भ्रमण किया। एमएलसी चुनाव के कारण निजी यात्रा के दौरान टाल इलाके की स्थिति से अवगत हुए। उन्होंने कहा कि बाढ़ के लोगों ने उन्हें जो स्नेह दिया है इस बात को मैं जीवनपयत नहीं भूल सकता। मौके पर सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह‚ एमएलसी नीरज कुमार‚ वरिष्ठ जदयू कार्यकर्ता शंकर सिंह‚ ड़ॉ. कौशलेंद्र‚ जितेंद्र कुमार जीतू‚ नवीन कुमार‚ संजय यादव आदि मौजूद थे। इस मौके पर जदयू कार्यकर्ताओं ने फूलों का हार मुख्यमंत्री को पहनाया। राजेश कुमार राजू ने अनुमंड़ल अस्पताल को जिला अस्पताल का दर्जा देने का मांग पत्र सौंपा। जदयू जिला सचिव लीना सिंह के द्वारा बाढ़ नगर में ब्लड़ बैंक बनाने की मांग की गई। मुख्यमंत्री ने सभी मांग पत्रों पर गंभीरता से विचार करने का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने निजी यात्रा के दौरान बेलछी‚ नदावा‚ बेढ़ना‚ दाहौर‚ अथमलगोला के लोगों से भी हालचाल पूछा।
जगह–जगह पर लोगों ने मुख्यमंत्री का फूल–मालाओं‚ पुष्प वर्षा एवं जयकारे से स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने भी रूक–रूककर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। भ्रमण के दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।