बिहार विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे की २४ सीटों पर चार अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए बुधवार को अधिसूचना जारी की जायेगी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जायेगी। इस चुनाव में करीब १.३८ लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। ग्राम पंचायत के मुखिया‚ ग्राम पंचायत सदस्य‚ पंचायत समिति सदस्य‚ नगरपालिकाओं के वार्ड़ सदस्य‚ विधायक और सांसद मतदान करेंगे॥। केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार चुनाव की अधिसूचना नौ मार्च को जारी की जायेगी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि १६ मार्च निर्धारित की गयी है। नामांकन पत्रों की जांच १७ मार्च को होगी। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि २१ मार्च निर्धारित की गयी है। मतदान चार अप्रैल को सुबह आठ से दोपहर बाद चार बजे तक होगा। मतगणना सात अप्रैल को होगी। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव को चुनाव के दौरान कोविड़ १९ की गाइड़ लाइन को सख्ती से पालन करने की हिदायत दी है। इस चुनाव में ८०७२ ग्राम पंचायत मुखिया‚ १‚१३‚३०७ ग्राम पंचायत सदस्य‚ १११०४ पंचायत समिति सदस्य‚ ११६० जिला परिषद सदस्य‚ विधान सभा के २४३ सदस्य‚ सभी ५६ सांसद और नगरपालिकाओं के निर्वाचित करीब ४२०० सदस्य अपने मतदाधिकार का प्रयोग करेंगे। मालूम हो कि बिहार विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे के २४ सदस्यों का कार्यकाल १६ जुलाई २०२१ को ही समाप्त हो गया था। कोरोना के कारण समय पर पिछले साल पंचायत चुनाव नहीं होने के कारण समय पर विधान परिषद का चुनाव नहीं कराया गया था। दिसंबर २०२१ में पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकार कोटे की सीट पर चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गयी है क्योंकि इस चुनाव में बड़़ी संख्या में त्रिस्तरीय पंचायत निकायों के प्रतिनिधि ही मतदाता होते हैं।