उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बिहार विधानमंडल में सोमवार को राज्य का आम बजट पेश किया। वित्तीय वर्ष २०२२–२३ के लिऐ २‚३७‚६९१.१७ करोड रुपये का बजट पेश किया। पेश बजट में जदयू कोटे के मंत्रियों की बल्ले बल्ले है। जदयू कोटे के मंत्रियों के विभाग को करीब १‚१७‚८९३ करोड रुपये और भाजपा कोटे के मंत्रियों के विभागों को लगभग ६२‚६०० करोड रुपये आवंटित किये गये हैं। जदयू कोटे के मंत्रियों के विभागों का बजट आकार करीब दोगुना है। इससे स्पष्ट है कि भले भाजपा विधायकों की संख्या ज्यादा है‚ लेकिन बिहार राजग में अब भी नीतीश कुमार सबसे ताकतवर हैं। वित्त मंत्री भले ही भाजपा के हों‚ लेकिन विधानमंडल में उन्होंने जदयू कोटे के मंत्रियों को भर–भर कर पैसे दिए हैं।
बड़े बजट वाले विभागों की बातें की जाये तो जदयू कोटे के शिक्षा विभाग को ३९१९१.८७ करोड़़‚ग्रामीण विकास १५४५६.४७ करोड़़‚ गृह विभाग को १४‚३७२.७६ करोड़़‚ ग्रामीण कार्य विभाग को १०६११.९६ करोड़़‚ ऊर्जा विभाग को ११४७५.९७ करोड़़‚ समाज कल्याण विभाग को ८२०१.१२ करोड़़‚जल संसाधन विभाग को ४३१०.५७ करोड़़‚ योजना एवं विकास विभाग को २१८७ करोड़़ रुपये आवंटित किये गये हैं। वहीं भाजपा कोटे के विभाग की बातें की जाये तो स्वास्थ्य विभाग को १६१३४.३९ करोड़़‚ नगर विकास एवं आवास विभाग को ८१७५.९४ करोड़़‚ पथ निर्माण विभाग को ५८१९.०३ करोड़़‚ पंचायती राज विभाग को ९८०१.४१ करोड़़‚ आपदा प्रबंधन विभाग को ३६९६.९८ करोड़़ रुपये आवंटित किये गये हैं। वहीं हम कोटे से मंत्री संतोष कुमार सुमन के लघु जल संसाधन विभाग को १०२३.५५ करोड़़ और अनुसूचित जाति एवं जन जाति कल्याण विभाग को १७२९.६० करोड़़ रुपये आवंटित किया गया है। वीआईपी के कोटे से मंत्री मुकेश सहनी के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को १५८९.६९ करोड़़ रुपये आवंटित किये गये हैं।
नीतीश सरकार ने केंद्र से 32 पन्नों का विकास प्रस्ताव भेजा………..
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से विकास के लिए...