रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे महायुद्ध को दो दिन बीत चुके हैं. रूस ने यूक्रेन को घेरकर ताबड़तोड़ हमले किए हैं. इन हमलों में देश के कई अहम हिस्सों को नुकसान पहुंचा है. रूसी सेनाएं कीव में प्रवेश कर चुकी हैं. ऐसा माना जा रहा है कि कीव पर कब्जा जमाने में रूस को थोड़ा वक्त ही और लगेगा. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि उन्हें इस युद्ध में किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है. यूक्रेन की सेना अपने दम पर युद्ध लड़ रही है. इस बीच रूसी सेनाओं का मुकाबला करने के लिए आम नागरिकों को भी हथियार थमा दिए गए हैं.
निंदा प्रस्ताव पर भारत ने खुद को दूर रखा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निंदा प्रस्ताव पर भारत के स्टैंड को लेकर भी काफी कयास लगाए जा रहे थे. मगर भारत ने इससे खुद को दूर रखा. इसके अलावा चीन और यूएई ने भी परहेज किया.
रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले का आज तीसरा दिन है. यूक्रेन में सुबह होते ही वहां के लोगों में खौफ देखने को मिल रहा है. इस वक्त भीषण गोलीबारी हो रही है. कीव के आसमान में लड़ाकू विमान की गर्जना सुनाई पड़ रही है. सूरज उगा भी नहीं था, तभी से रूसी हमले शुरू हो गए. सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. लोग घरों में दुबके हुए हैं, कुछ लोगों ने अपने घरों को छोड़ दिया है और मौका मिलते ही सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं.
कीव की सड़कों पर रूस-यूक्रेन में जबर्दस्त गोलीबारी
रूस को आगे बढ़ने से यूक्रेन की सेना रोक रही है। इसके लिए जोरदार गोलीबारी कर रूसी सेना को जवाब दे रही है। यूक्रेन के खारकीव पर कब्जे के लिए रूसी टैंक जंगल के रास्ते घुस रहे हैं। दर्जनों टैंक खारकीव में दाखिल हो रहे हैं।
यूक्रेन का दावा: 200 से ज्यादा रूसी सैनिकों को बंधक बनाया
यूक्रेन के राष्टपति के सलाहकार ने दावा किया है कि 3500 से ज्यादा रूसी सैनिक मारे गए हैं। वहीं 200 से ज्यादा रूसी सैनिकों को बंधक बनाया गया है।