प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इंदौर में बने बायो-सीएनजी प्लांट का उद्घाटन किये. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी वर्चुअली शामिल हुए। वे दोपहर 1 बजे वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए इंदौर के गोबर-धन नामक बायो-सीएनजी प्लांट का उद्घाटन हुआ। देश के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में इंदौर लगातार पांचवे साल टॉप पर बरकरार है। वहीं अब इंदौर में कचरे से बायो सीएनजी बनाने का प्लांट स्थापित किया गया है। ये बायो सीएनजी प्लांट पीपीपी मॉडल पर आधारित है।
▶️देखें लाइव- प्रधानमंत्री श्री @narendramodi वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से #इंदौर, मध्य प्रदेश में गोबर-धन (बायो-सीएनजी) प्लांट का कर रहे हैं उद्घाटन।https://t.co/ts1OC4sWl1
— PIB in Bihar 🇮🇳 (@PIB_Patna) February 19, 2022
देश के शहरों को कचरामुक्त बनाना है इस मिशन का मकसद
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार प्रधानमंत्री ने हाल में ही स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 को लान्च किया है जिसका मकसद शहरों को कचरा मुक्त बनाना है। संसाधनों से होने वाली रिकवरी को अधिकतम किया जा सके इसलिए इस मिशन को ‘वेस्ट टू वेल्थ’ और ‘सर्कुलर इकोनामी’ व्यापक सिद्धांतों के तहत लागू किया जा रहा है। इन दोनों का इस्तेमाल इंदौर बायो-सीएनजी प्लांट में किया गया है।
जानिए क्या है इस प्लांट की खूबियां
इंदौर में यह सीएनजी प्लांट देवगुराड़िया ट्रेंचिंग ग्राउंड में स्थापित किया गया है। यह संयंत्र प्रधानमंत्री की वेस्ट-टू-वेल्थ की अवधारणा को साकार करने और स्वच्छता के क्षेत्र में नवाचार के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। यहां प्रतिदिन 550 मीट्रिक टन गीले कचरे का निपटान होगा। यह प्लांट पूरे एशिया महाद्वीप में जैविक अपशिष्ट से बायो सीएनजी का सबसे बड़ा और देश का पहला प्लांट है। इस बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित रहेंगे।
इस प्लांट की स्थापना पर जहां एक ओर नगर निगम, इंदौर को कोई वित्तीय भार वहन नहीं करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर प्लांट को स्थापित करने वाली एजेंसी आईईआईएसएन नई दिल्ली द्वारा नगर निगम, इंदौर को प्रतिवर्ष ढाई करोड़ रुपये प्रीमियम के रूप में दिए जाएंगे।
बायो सीएनजी से चलेंगी इंदौर की 50 फीसदी बसें, उद्योग भी लाभांवित होगा
इस प्लांट में प्रतिदिन 550 एमटी गीले कचरे (घरेलू जैविक कचरे) को उपचारित किया जाएगा, जिससे 17 हजार 500 किलोग्राम बायो सीएनजी गैस और 100 टन उच्च गुणवत्ता की आर्गेनिक कम्पोस्ट का उत्पादन होगा। इस प्लांट से उत्पन्न होने वाली बायो सीएनजी में से 50 प्रतिशत गैस नगर निगम, इंदौर को लोक परिवहन की संचालित बसों के उपयोग के लिए उपलब्ध होगी शेष 50 प्रतिशत गैस विभिन्न उद्योग एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को बेची जा सकेगी।