लोजपा (रामविलास) के सुप्रीमो व जमुई के सांसद चिराग पासवान ने राजभवन मार्च के दौरान पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को दुःखद दृश्य देखने को मिला है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहारियों के खून के प्यासे हैं। पटना पुलिस की टीम वही कर रही थी‚ जिसे करने के लिए ऊपर से निर्देश दिया गया था। लोजपा (रामविलास) के नेताओं और कार्यकर्ताओं को रौंदने का आदेश उन्हें मुख्यमंत्री की तरफ से मिला था। आंसू गैस का गोला छोडकर और लाठीचार्ज कर पुलिस ने उसी आदेश का पालन किया। लाठीचार्ज में पार्टी के कुछ नेता और कई कार्यकर्ताओं को गंभीर चोट आई थी। प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी एवं प्रदेश प्रधान महासचिव संजय पासवान सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में संवाददाता सम्मेलन में चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब भी बड़़ी आपराधिक वारदात हुई है उस पर वो कुछ नहीं बोलते हैं। श्री पासवान ने आरोप लगाया कि उस दौरान पुलिस ने महिला कार्यकर्ता के गाल पर मारा‚ पार्टी के युवा नेता को ऐसा मारा कि उनकी रीढ की हड्डी में फ्रेक्चर हो गया है। पार्टी के १–१ कार्यकर्ता को ३–३ पुलिस वालों ने घेर कर मारा। कार्यकर्ताओं को दौडा–दौडाकर मारा गया। इस पर चिराग ने पूछा कि ऐसा क्यों किया गया ॽ क्या हम आतंकी–उपद्रवी हैंॽ चिराग ने सवाल कोतवाली थाना में दर्ज हुए एफआईआर और उसमें लगाई गई धाराओं पर भी उठाया। चिराग ने एक बार फिर से मध्यावधि चुनाव का दावा करते हुए कहा है कि बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट के मुद्दे पर लडाई लडते हुए नीतीश सरकार को उखाड फेंकेंगे। हम सरकार बनाएंगे। संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रेणु कुशवाहा‚ प्रदेश प्रवक्ता चंदन सिंह‚ शंकर झा‚ डॉ. शाहनवाज अहमद कैफी‚ प्रवक्ता राजेश ‚ संसदीय बोर्ड के प्रधान महासचिव मयंक मौली‚ मीडिया प्रभारी निशांत मिश्रा‚ कार्यालय प्रभारी ओम प्रकाश भारती सहित अन्य कई नेता उपस्थित थे।
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