जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के दो बड़े नेताओं का अंदरूनी विवाद गहराता जा रहा है. यह मामला तब और गंभीर हो गया जब पार्टी दफ़्तर से एक पत्र जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) की तरफ से जारी किया गया है. पत्र में जो बातें लिखी गई है उससे विवाद और गहरा गया है. उमेश कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू के सदस्यता अभियान की शुरुआत समय पर होगी जो इशारा करता है कि यह बात केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता आर.सी.पी सिंह (RCP Singh) के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है. क्योंकि आर.सी.पी सिंह ने कहा था कि एक मार्च से जिस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का जन्मदिन भी है वो बिहार का दौरा शुरू करेंगे और सदस्यता अभियान चलाएंगे. साथ ही पार्टी के चार लाख सदस्य भी बनाएंगे.
बिहार जेडीयू अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के तरफ से पत्र में जो बातें लिखी गई हैं वो बेहद महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत पूर्व निधारित समय पर होगी और सदस्यता अभियान चलाने का निर्णय राष्ट्रीय स्तर पर लिया जाता है. इसकी शुरुआत राष्ट्रीय अध्यक्ष के हस्ताक्षर से होती है. पार्टी इसकी शुरुआत ससमय करेगी, जो अक्टूबर से होगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश संगठन के साथी पार्टी के स्वैच्छिक सहयोग राशि संग्रह अभियान में पूरे उत्साह के साथ लगे हैं. इस अभियान को लेकर सभी जिलों से जैसी सूचना मिल रही है, वो हम सबके लिए हर्ष का विषय है. स्वयं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह इस अभियान की नियमित समीक्षा कर रहे हैं. हमें पूर्ण विश्वास है कि इस अभियान में अपेक्षा से बढ़कर सफलता मिलेगी.
बिहार JDU अध्यक्ष के पत्र से दो बड़े नेताओं का अंदरूनी विवाद गहराया
उमेश कुशवाहा ने आगे कहा कि जेडीयू पूरी तरह कार्यकर्ताओं की पार्टी है और दल का हर कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विचारों का वाहक है. जेडीयू का शीर्ष नेतृत्व इस बात को लेकर पूरी तरह सजग है कि पार्टी के हर समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ता को उसकी योग्यता और क्षमता के अनुरूप स्थान मिले.
जाहिर है इस पत्र से स्पष्ट हो जाता है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की ही पार्टी में चलेगी और आर.सी.पी सिंह ने जब सदस्यता अभियान चलाने की घोषणा की थी तब ललन सिंह ने कहा था कि उन्हें नहीं पता कौन क्या चला रहा है. लेकिन, उनकी जानकारी में ऐसा कोई सदस्यता अभियान पार्टी के तरफ से नहीं चलाया जा रहा है.
वहीं, जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा था कि सदस्यता अभियान चलाने के पहले आर.सी.पी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुमति ले लेना चाहिए था तब इसकी शुरुआत करनी चाहिए. बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऐसा कोई काम शुरू करना सही नहीं है.