राजद अध्यक्ष लालू यादव (Lalu Yadav Jail Update News) के लिए चारा घोटाला (Fooder Scam) काफी नुकसानदेह साबित हुआ है। उम्र के आखिरी पड़ाव पर इस मामले के कारण उन्हें फिर से जेल जाना पड़ा है। कोर्ट ने इस बार उन्हें चारा घोटाला (Chara Ghotala) के सबसे बड़े मामले डोरंडा ट्रेजरी केस (Doranda treasury case) में दोषी ठहराया है। उनके खिलाफ चारा घोटाले के कई मामले चल रहे हैं। चार मामलों में लालू यादव (Lalu Yadav Convicted) को पहले ही सजा सुनाई जा चुकी है। आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि उन्हें 27 साल की सजा पहले ही सुनाई जा चुकी है। करीब एक साल पहले ही उन्हें खराब स्वास्थ्य के कारण कोर्ट ने जमानत मंजूर की थी। अब उन्हें फिर से न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला हो चुका है।
RJD प्रमुख लालू प्रसाद के वकील ने बताया कि रांची में सीबीआई की विशेष अदालत ने जेल अधिकारियों को उनके खराब स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें रिम्स भेजने का आदेश दिया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में सातवीं बार जेल जायेंगे. रांची स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट नेडोरंडा ट्रेजरी से 139.5 करोड़ की अवैध निकासी के मामले में मंगलवार को दोषी करार दिया है। इसके तुरंत बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में ले लिया है. लालू प्रसाद यादव ने सीबीआई अदालत में दरख्वास्त लगाई है कि उनका स्वास्थ्य बेहद खराब है.
21 फरवरी को सुनाई जा सकती है सजा
सीबीआइ की विशेष कोर्ट ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को चारा घोटाले के एक अन्य मामले में दोषी करार दिया है। इस मामले में कोर्ट सजा का ऐलान 21 फरवरी को करेगी। लालू प्रसाद सजा का ऐलान होने तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। जानकारी के अनुसार उन्हें फिलहाल होटवार जेल में रखा जाएगा। राजद अध्यक्ष प्रसाद को सीबीआइ ने मंगलवार को जिस मामले में दोषी करार दिया है है वह मामला डोरंडा कोषागार से करीब 139 करोड़ रुपए की अवैध निकासी से जुड़ा मामला है। डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी का मामला चारा घोटाला का पांचवां मामला है। इससे पहले कोर्ट चार मामले में तकरीबन 27 साल की सजा सुना चुकी है।
पहले मामले में चार साल की सजा हुई थी
बता दें चारा घोटाले के पहले मामले में लालू प्रसाद को पांच साल की सजा सुनाई गई थी। पहला मामला चाईबासा कोषागार से अवैध तरीके से 37.7 करोड़ रुपए निकालने का है। इस मामले में लालू यादव समेत 44 आरोपी थे। इस मामले में राजद प्रमुख को पांच साल की सजा हुई है। साथ ही इस मामले में 25 लाख रुपए का जुर्माना भी हुआ था।
डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में लालू प्रसाद यादव दोषी करार दिए गए हैं। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। कोर्ट का फैसला आते ही कार्यकर्ताओं के चेहरे पर मायूसी छा गई है। राजद कार्यकर्ताओं से दैनिक भास्कर ने बातचीत की।
सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक लालू प्रसाद हैं
कार्यकर्ताओं ने कहा कि लालू प्रसाद को फंसाया जा रहा है। देश में बड़े-बड़े घोटाले हो रहे हैं। कई घोटाले सामने भी आ रहे हैं। उन सब पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। राजद सुप्रीमो को इसलिए फंसाया जा रहा है। लालू प्रसाद ने हमेशा गरीबों पिछड़ों और दलितों की आवाज बुलंद की। उन्होंने सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी।
वहीं, इस पूरे मामले पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। अंतिम रूप से जब तक न्यायपालिका का आदेश जब तक नहीं हो जाता तब तक हम आशा करते हैं कि न्याय मिलेगा ही। इस देश के सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक लालू प्रसाद हैं।
पार्टी पर नहीं पड़ेगा असर
राजद के प्रवक्ता इकबाल अहमद ने कहा कि लालू प्रसाद गंभीर रूप से बीमार चल रहे हैं। यह न्यायालय को भी देखना चाहिए। लालू प्रसाद को दोषी करार दिए जाने का कोई असर पार्टी पर नहीं पड़ेगा। राष्ट्रीय जनता दल लगातार मजबूत हो रही है। यह इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में भी लोगों ने देख लिया। लालू प्रसाद के मामले में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि लालू प्रसाद को दोषी करार दिए जाने से वह दुखी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रसाद को फंसाया जा रहा है। लालू प्रसाद ने गरीबों-पिछड़ों को आवाज दी हा।