राज्य में इस वर्ष १७ से २४ फरवरी तक होने वाली वार्षिक माध्यमिक परीक्षा (मैट्रिक परीक्षा) की तैयारी पूरी कर ली गयी है। परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़़बड़़ी नहीं‚ हो इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़़ी गयी है। कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण परीक्षा के संचालन के लिए परीक्षा केंद्रों के पास धारा १४४ लागू रहेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में परीक्षा केंद्र के २०० मीटर तथा शहरी क्षेत्रों में १०० मीटर की परिधि में धारा–१४४ लागू करने का सख्त निर्देश दिया गया है। परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर ही परीक्षार्थियों की कडाई से फ्रिस्किंग की जायेगी। हर परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार के समीप एक सुरक्षित पर्दानुमा कक्ष की व्यवस्था रहेगी‚ ताकि छात्राओं की सघन फ्रिस्किंग सुरक्षित रूप से की जा सके। परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के निर्धारित समय से १० मिनट पहले परीक्षा भवन में प्रवेश करना अनिवार्य होगा। निर्धारित समय के बाद अर्थात विलंब से आने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। परीक्षा केंद्र पर मोबाइल‚ ब्लूटूथ एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। हालांकि पटना जिलाधिकारी के मुताबिक‚ परीक्षा में सम्मिलित होनेवाले परीक्षार्थी जूता–मोजा पहन कर परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर सकेंगे। कोविड–१९ के संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रोटोकॉल के तहत मास्क पहनना‚ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तथा हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करना होगा। दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा में स्वयं राइटर लाने का विकल्प रहेगा। जिला स्तर पर भी दिव्यांगता की अलग–अलग कोटि के अनुरूप राइटर का पैनल बनाया जायेगा और दिव्यांग परीक्षार्थियों द्वारा मांगे जाने पर उन्हें राइटर उपलब्ध कराया जायेगा।
दिव्यांगजनों को मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी‚ सिविल सर्जन‚ सरकारी स्वास्थ्य संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक द्वारा निर्गत इस आशय का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा कि वह लिखने में शारीरिक रूप से असमर्थ हैं तथा परीक्षा में लेखन के लिए उसे राइटर की आवश्यकता है। राइटर की सुविधा लेने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा में क्षतिपूर्ति के रूप में अधिकतम २० मिनट प्रति घंटा अतिरिक्त समय मिलेगा।
इंटर परीक्षा समाप्त‚ ४६४ निष्कासित‚ ५७ गिरफ्तार
इंटरमीडि़एट वार्षिक परीक्षा २०२२ सोमवार को समाप्त हो गयी। यह परीक्षा १ फरवरी २०२२ से शुरू हुई थी। परीक्षा दो पालियों में आयोजित हुई। परीक्षा संचालित करने के लिए राज्य भर में १‚४७१ परीक्षा केंद्र बनाये गये थे।
परीक्षा के अंतिम दिन सोमवार को प्रथम पाली में मैथिली‚ संस्कृत‚ प्राकृत‚ मगही‚ भोजपुरी‚ अरबी‚ पर्सिय‚ पाली और बांग्ला‚ दूसरी पाली में कंप्यूटर साइंस‚ मल्टी मीडि़या एंड़ वेब टेक्नोलॉजी‚ योगा एवं फिजिकल एजुकेशन विषय की परीक्षा हुई। ॥ परीक्षा २०२२ में १३‚४५‚९३९ विद्यार्थियों ने फार्म भरा था जिसमें ६‚९७‚४२१ छात्र और ६‚४८‚५१८ छात्राएं हैं। परीक्षा में कुल ४६४ विद्यार्थियों को कदाचार में निष्कासित किया गया जबकि ५७ विद्यार्थियों को दूसरे के बदले परीक्षा देते हुए पकड़़ा गया। परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षा में शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा संचालित करने के लिए सभी जिलों के जिलाधिकारी‚ पुलिस अधीक्षक‚ जिला शिक्षा पदाधिकारी‚ केंद्राधीक्षक‚ दंड़ाधिकारी‚ वीक्षकों और पुलिस बल व अधिकारियों और कर्मियों को बधाई दी है। परीक्षा से पटना से ७‚ नालंदा से ७८‚ भोजपुर से २९‚ गया से ८‚ नवादा से २‚ अरवल से १‚ सारण से ६८‚ सुपौल से २६‚ मधेपुरा से ३७‚ भागलपुर से १७‚ बांका से २‚ खगडि़़या से १०‚ लखीसराय से २‚ बक्सर से २‚ रोहतास से ३०‚ कैमूर से ६‚ सीतामढ़ी से २‚ वैशाली से ६२‚ सीवान से ३‚ दरभंगा से १‚ मधुबनी से १७‚ समस्तीपुर से २‚ सहरसा से १२‚जमुई से ३१‚ बेगूसराय से ४ और शेखपुरा से ५ छात्र निष्कासित किये गये। फर्जी परीक्षार्थीः नालंदा में ४‚ नवादा में ३‚ सुपौल में १६‚ मधेपुरा में २‚भागलुपरमें २२‚ बांका में ६ और जहानाबाद में ४ फर्जी परीक्षार्थी पकड़े़ गए हैं।