बिहार विधान परिषद की सीटों को लेकर खींचतान अब तक जारी है। जदयू-भाजपाने आपसी सहमति से सीटों का बंटवारा कर लिया है, लेकिन सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी को यह बात अब तक रास नहीं आ रही। परिषद की सीट को लेकर वीआइपी के संस्थापक और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी के निर्देश पर राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी और प्रवक्ता देवज्योति ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम एक पत्र जारी किया है और मांग की है कि परिषद चुनाव में वीआइपी की हिस्सेदारी सुनिश्चित हो।
अलग-अलग भेजे पत्र में दोनों नेताओं ने कहा है कि पाटलिपुत्र की यह धरती सामाजिक न्याय, समाजवाद, और भागीदारी के लोकतंत्र की साक्षी रही है। पत्र में मुख्यमंत्री से जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों के आज प्रासंगिक बनाने की मांग की है। परिषद चुनाव का हवाला देकर कहा गया है कि बिहार विधान परिषद के प्रतिनिधियों में समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चत करना आज की बड़ी जरूरत है। अभी विधान परिषद के सदस्यों के चुनाव में सामाजिक न्याय व वर्गीकरण की कोई व्यवस्था नहीं।
संतोष सहनी और देवज्योति ने मुकेश सहनी के हवाले मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि समाज के सभी वर्गो का साथ लेकर चलना जिम्मेदारी समझी जाए और विधान परिषद में आरक्षण बहाल करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। पत्र में कहा गया है इस कार्य में राजनीतिक, सामाजिक और व्यक्तिगत तौर पर विकासशील इंसान पार्टी मुख्यमंत्री के साथ है।
गौरतलब है कि विधान परिषद चुनाव में वीआइपी को एनडीए में एक भी सीट नहीं दी गई है। इस कारण मंत्री मुकेश सहनी काफी नाराज चल रहे हैं। उन्होंने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया है। यूपी विधानसभा चुनाव में भी उन्होंंने अपने उम्मीदवार उतारे हैं।