मुख्यमंत्री ने की धान अधिप्राप्ति की अद्यतन स्थिति की समीक्षा के दौरान कहा की धान अधिप्राप्ति की समय सीमा १५ फरवरी तक निर्धारित करें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लक्ष्य के अनुरूप धान अधिप्राप्ति को लेकर तेजी से काम करने का निर्देश दिया है। १ अणे मार्ग स्थित संकल्प में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडि़यो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से धान अधिप्राप्ति की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने अपने यहां सबसे पहले पैक्स के धान अधिप्राप्ति की शुरुआत करायी‚ जिससे किसानों को काफी लाभ हो रहा है। यह संतोष की बात है कि अब तक ४ लाख ५० हजार किसानों से ३२ लाख ६१ हजार मीट्रिक टन की रिकॉर्ड़ धान अधिप्राप्ति हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष १५ फरवरी तक धान अधिप्राप्ति की समय सीमा निर्धारित की गई है‚ इच्छुक किसान समय सीमा में इसका लाभ उठाएं। मुख्यमंत्री ने यह हिदायत दी कि किसानों को धान अधिप्राप्ति में किसी प्रकार की समस्या न हो‚ इसके लिए निरंतर निगरानी एवं अनुश्रवण करते रहें। लक्ष्य के अनुरुप धान अधिप्राप्ति को लेकर तेजी से काम करें। धान अधिप्राप्ति का भुगतान किसानों को ससमय करते रहें ताकि उन्हें इसका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की हरसंभव सहायता के लिए पूरी तरह तत्पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में उसना चावल की खपत अधिक है। इसको लेकर उसना चावल के मिलों की संख्या और बढायें। अरवा चावल मिलर्स को उसना मिल में कन्वर्ट करने के लिए प्रेरित करें। इससे पहले बैठक में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से धान अधिप्राप्ति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने खरीफ विपणन वर्ष २०२१–२२ के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति की अद्यतन स्थिति‚ लक्ष्य तथा चावल मिलों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चरणबद्ध तरीके से धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरु की गई है। किसानों को ससमय भुगतान किया जा रहा है।
इससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है। बैठक में सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से धान अधिप्राप्ति कायोंर् की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लक्ष्य के अनुरुप सभी जिलों से धान का क्रय किया जा रहा है। अब तक ४ लाख ५० हजार किसानों के माध्यम से ३२ लाख ६१ हजार मीट्रिक टन की रिकॉर्ड़ धान अधिप्राप्ति की गई है। प्रोक्योरमेंट पोर्टेबिलिटी सिस्टम लागू की गई है‚ इसके माध्यम से ३५ हजार किसानों द्वारा अब तक २ लाख ६३ हजार मीट्रिक टन धान अधिप्राप्ति की गई है। उन्होंने बताया कि धान अधिप्राप्ति के लिए १५ फरवरी २०२२ तक की समय सीमा निर्धारित की गई है। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार‚ विकास आयुक्त अतुल प्रसाद‚ मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्यपदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे‚ जबकि वीडि़यो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेशी सिंह‚ खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार एवं सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी जुड़ी हुई थीं।
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