केन्द्रीय इस्पात मंत्री व जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने उत्तर प्रदेश चुनाव में जदयू के अलग लडने के सवाल पर कहा कि लोग मनोरंजन करते हैं‚ उन्हें करने दीजिए। बिहार की जनता ने २०२० में २०२५ तक उन्हें काम करने के लिए अवसर दिया है। साथ ही एनडीए ने बिहार के लिए काम करने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को काम करने के लिए बैठाया गया है तो वो काम करेंगे। बीच में किसी को दाएं–बाएं करने की क्या जरूरत है। श्री सिंह ने कहा कि जो हमारे शुभचिंतक हैं‚ जो सपोर्टर हैं उनको क्या लगेगा। जिन्हें भजन‚ कीर्तन और कव्वाली करना है वो करते रहें। उन्हें जो काम दिया जाता है वो उसे बहुत ही ईमानदारी से करते हैं। उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए आरसीपी सिंह का नाम लिस्ट में नहीं है। इस पर आरसीपी सिंह ने कहा कि लिस्ट में जिन १५ लोगों का स्टार प्रचारक में नाम है उनमें आप कितने को जानते हैं‚ ये सब लोग सक्षम हैं‚ ये सब चलता रहता है। जीवन लंबा है‚ धैर्य रखें। उन्होंने कहा कि जदयू में नेता नीतीश कुमार हैं और उनके अनुसार सब लोग काम करते हैं। सबको उनके नेतृत्व में काम करने के लिए ही जनता ने जनादेश दिया है। सबको जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए। बिहार में एनडीए एकजुट है और आगे भी एकजुट रहेगा। उन्होंने कहा कि एनडीए में जिनको जो दायित्व है वे उसके अनुसार बिहार की जनता के लिए काम करते रहें॥।
कितने स्टार प्रचारकों को लोग पहचानते हैं
खुद को यूपी विधानसभा चुनाव में जदयू के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किए जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जिन 15 लोगों को उस सूची में जगह मिली है, उनमें ऐसे कितने लोग हैं जिन्हें लोग पहचानते हैैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जीवन लंबा है, धैर्य रखना चाहिए। अपने ऊपर टिप्पणी के संबंध में उन्होंने कहा कि हम तो 2017 में भी यूपी चुनाव को लेकर सक्रिय थे। लोग उनके ऊपर बोलकर मनोरंजन करते हैैं, तो करते रहना चाहिए। मैैंने हमेशा पार्टी और नीतीश कुमार को सशक्त करने को काम किया है। सभी लोगों को दायें-बायें नहीं कर काम करना चाहिए।
यूपी विधानसभा में अकेले उतरा है जदयू
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में जदयू अकेले मैदान में है। भाजपा से गठबंधन नहीं होने के बाद पार्टी मैदान में उतरी है। इसको लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्रीय मंत्री और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह को जिम्मेदार ठहरा दिया था। उन्होंने कहा था कि आरसीपी सिंह को जिम्मेदारी दी गई थी। उनके भरोसे ही हम रहे। उनसे भाजपा की क्या बात हुई ये तो वही जानें। आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार की जनता ने 2025 तक काम करने का अवसर दिया है। एनडीए को काम करने के लिए जनता ने बैठाया है। ऐसे में किसी को दाएं-बाएं करने की क्या जरूरत है।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने शनिवार को यह स्पष्ट किया कि केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जदयू प्रत्याशियों के लिए वोट मांगेंगे। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान ने इस संबंध में एक प्रेस वक्तव्य जारी किया है। उन्होंने कहा कि आरसीपी प्रचार करेंगे या नहीं इस बात को लेकर किसी तरह का भ्रम नहीं रहना चाहिए। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि पार्टी के अधिकांश उम्मीदवार यूपी चुनाव के चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण में इलेक्शन लड़ रहे हैं। इसलिए स्टार प्रचारकों की सूची उसी के अनुसार घोषित की जाएगी। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद एक बार फिर साफ किया कि पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू प्रत्याशियों के लिए वर्चुअल रैली करेंगे।
एनडीए का हिस्सा जदयू यूपी में भाजपा से अलग होकर चुनाव में हाथ आजमा रहा है। उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे के लिए जदयू ने आरसीपी को जिम्मेदारी सौंपी थी। आरसीपी की ही भाजपा नेताओं से सीटों को लेकर बातचीत चल रही थी। अचानक पता चला कि भाजपा और जदयू में तालमेल नहीं बन पाई। इसको लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आरसीपी से सवाल किया था। पूछा था कि यूपी में सीटों को लेकर भाजपा के साथ यूपी कितनी ईमानदारी से आफर था, आरसीपी को आकलन करना चाहिए। इसके बाद शुक्रवार को जदयू की ओर से जारी हालांकि ललन की इस बात का आरसीपी ने शनिवार को जवाब दिया था। उन्होंने कहा जिन्हें कीर्तन-भजन और कव्वाली करना है, वे करते रहें। हमें तो जनता ने काम करने का मौका दिया है सो हम काम करते रहेंगे। वहीं स्टार प्रचारकों को लेकर उन्होंने कहा था कि जिन 15 लोगों को स्टार प्रचारकों की सूची में जगह दी गई है उनमें से कितनों को लोग जानते हैं। फिर भी जीवन लंबा है, धैर्य रखना चाहिए।