राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामले को देखते हुए राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को नया आदेश जारी किया। नये आदेश के तहत राज्य के सभी स्कूल‚ कॉलेज और कोचिंग संस्थान तत्काल प्रभाव से आगामी २१ दिसम्बर तक बंद रहेंगे। हालांकि स्कूल–कॉलेजों एवं कोचिंग संस्थानों के कार्यालय ५० प्रतिशत की उपस्थिति के साथ खुले रहेंगे। नये आदेश के अनुसार‚ स्कूल–कॉलेजों और कोचिंग संस्थान की ओर से ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी। इसके साथ ही राज्य सरकार के सभी कार्यालयों तथा बोर्ड़–निगमों के कार्यालय भी ५० प्रतिशत की उपस्थिति के साथ खुले रहेंगे। मालूम हो कि मंगलवार को राज्य सरकार ने स्कूलों में नौवीं से ऊपर तक की कक्षाओं को छोड़़ एक से आठवीं तक की कक्षाएं बंद करने का फैसला किया था‚ लेकिन इधर‚ कोरोना की बढ़ते रफ्तार को देखते हुए राज्य सरकार ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस बीच‚ गुरुवार से राज्यभर में नाइट कफ्र्यू लागू हो गया। शहर की दुकानें शाम सात बजे से ही बंद होनी शुरू हो गयीं। इसके अलावा धर्मस्थलों‚ पार्क‚ जिम‚ सिनेमाघर‚ शॉपिंग मॉल आदि सार्वजनिक स्थलों पर सन्नाटा पसरा रहा। शहर की कुछ चुनिंदा जगहों पर रेस्टोरेंट खुले थे‚ लेकिन वहां ग्राहकों की उपस्थिति काफी कम रही।
बिहार में अब सभी स्कूल-कॉलेज, कोचिंग, शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान, उनके हॉस्टल तत्काल प्रभाव से 21 जनवरी तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। अभी तक 8वीं क्लास के ही स्कूलों को बंद किया गया था। हालांकि इन सभी स्कूलों के ऑफिस को 50% स्टाफ के साथ खोलने की अनुमति दी गई है। ऑनलाइन शिक्षण कार्य कराया जा सकता है। हालांकि पुलिस और मेडिकल सेवा से जुड़े शिक्षण संस्थान और उनके हॉस्टल बंद नहीं होंगे।
इसके साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की ओर से ली जाने वाली परीक्षाएं भी आयोजित हो सकेंगी। विद्यालय बोर्डों की परीक्षाएं भी ली जा सकेंगी। गृह विभाग की विशेष शाखा ने आज देर शाम यह आदेश जारी किया है।
बता दें कि बिहार में कोरोना की स्थिति विस्फोटक हो गई है। पटना सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बन गया है। राज्य में गुरुवार को 2379 नए मामले आए। अब एक्टिव मामलों की संख्या 5785 हो गई है। इसमें से 396 लोग पटना से बाहर के हैं, लेकिन उनकी जांच यहां हुई थी। 1203 लोग राजधानी के हैं, जिसमें 17 साल से कम उम्र के 18 बच्चे भी शामिल हैं। यह डराने वाले आंकड़े सिर्फ 4 घंटे के हैं। शाम तक आंकड़ा बढ़ जाएगा।
वहीं, BJP के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, ‘कल जांच में कोरोना पॉजिटिव आया है। सम्पर्क में आए लोग जांच करा लें।’ साथ ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और मंत्री जनक राम की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पटना में 3 माह का मासूम भी संक्रमित मिला है। उसे NMCH में भर्ती कराया गया है।
पटना AIIMS में 215 की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
इधर, IGIMS के 15 डॉक्टर भी संक्रमित पाए गए। पटना AIIMS में गुरुवार को 4076 लोगों की कोरोना जांच हुई जिसमें 215 पॉजिटिव आए हैं। जांच में 3706 निगेटिव पाए गए हैं। वहीं, AIIMS में 5 नए संक्रमित भर्ती किए गए हैं। अब पटना AIIMS में भर्ती संक्रमितों की संख्या 23 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया, ‘बिहार में कोरोना मरीज 3 से 5 दिन में ठीक हो रहे हैं। घबराने की जरूरत नहीं है। सिर्फ 63 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। 98% होम आइसोलेशन में ही ठीक हो रहे हैं। कोई मरीज 60 साल से अधिक उम्र का है और पहले से बीमारी है तो ऑक्सीजन लेवल मॉनिटरिंग करते रहें। कोरोना का बढ़ता ट्रेंड इंडीकेट करता है कि यह कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन है। बिहार में डेल्टा व डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस भी हैं। नए वैरिएंट की पहचान के लिए IGIMS में एक और मशीन लगेगी।’
राज्य कैबिनेट की बैठक के पूर्व हुई जांच में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी और चार अन्य मंत्री पॉजिटिव पाए गए। सभी कैबिनेट की मीटिंग में नहीं गए। सब ने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है। विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह को फिर कोरोना हो गया है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी पॉजिटिव पाए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, बिहार में होम आइसोलेशन की अवधि 7 दिन कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि माइल्ड व एसिंप्टोमैटिक मरीजों के लिए आइसोलेशन की अवधि को 10 दिन नहीं, 7 दिन कर दी गई है। 7वें दिन मरीज बिना टेस्ट कराए ही खुद को स्वस्थ घोषित कर सकता है। बशर्ते उसे लगातार तीन दिनों से बुखार न आया हो। ऐसे मरीजों को दोबारा जांच की आवश्यकता नहीं है। मरीज के परिजनों में भी अगर कोई लक्षण नहीं है तो उन्हें टेस्ट की जरूरत नहीं है पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन होना चाहिए।