केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस और लोजपा संस्थापक राम विलास पासवान के बेटे एवं जमुई सांसद चिराग पासवान के बीच की दूरी कम हो रही है. अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर में रविवार को एक निजी कार्यक्रम में पशुपति कुमार पारस ने चिराग पासवान को प्रायश्चित करने की न केवल सलाह दी, बल्कि यहां तक कह दिया कि चिराग अपनी गलती को ठीक कर लेते हैं, तो मिलना संभव है.
गौरतलब है कि रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा में दो फाड़ होने के साथ ही चाचा-भतीजे में तनातनी चली आ रही है. केंद्रीय मंत्री की शिकायत है कि भतीजे चिराग पासवान ने उनके साथ बहुत खराब व्यवहार किया.
मंत्री का कहना था कि व्यक्ति नहीं समय बलवान होता है. समय की जब पुकार होगी तो क्या होगा, भविष्य में कहना मुश्किल है. चिराग पासवान जब तक प्रायश्चित नहीं करेंगे, तब तक एक होने की संभावना नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी एनडीए का हिस्सा है.
हाजीपुर में चिराग पासवान के लगातार सक्रिय रहने एवं भविष्य में चिराग पासवान से उनके मिलने के सवाल का पारस जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि गलत उसने किया है उसे प्रायश्चित कर आना होगा। समय आने पर इसका निर्णय लिया जाएगा। जीतन राम मांझी के द्वारा ब्राह्मणों के बारे में दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे बड़े नेता हैं। उनके बारे में मैं क्या बोल सकता हूं। यहां प्रजातंत्र हैं। सबको मौलिक अधिकार मिला हुआ है। पारस ने कहा कि मांझी को ऐसी आपत्तिजनक बातें नहीं बोलनी चाहिए थी। यूपी चुनाव में गठबंध के तहत चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि अभी तक यहां कोई निर्णय नहीं हुआ है। इस दिशा में गठबंधन के बैठक होना है उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं नए वर्ष में हाजीपुर को विशेष तोहफा देने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे नार्थ बिहार में सर्वे करा रहे हैं। हाजीपुर के आसपास उनके विभाग का विश्वविद्यालय खुलना है, जिसे जल्द ही खोला जाएगा। वहीं विभाग की ओर से लीची, केला एवं आम के प्रोसेसिंग का कारखाना खुलेगा, जिसमें इस इलाके के लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी। इस दिशा में काफी तेजी से काम चल रहा है।