अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में मुख्यमंत्री के द्वारा नए–नए योजना के तहत जहां एक से बढ़कर एक विकास का काम किया जा रहा है। इसी तरह के विकास कार्य के नए अध्याय के रूप में नए साल यनि २०२२ में मिलने वाली हैं फोरलेन एलिवेटेड़ कारीड़ोर की सौगात। शीघ्र ही इसका निर्माण शुरू होने वाला है। इस नए कार्य के लिए केंद्र सरकार एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। इसके निर्माण में करीबन १३ सौ करोड़ की लागत होने वाले है।
इस कारीड़ोर की लंबाई ८.७ किमी है। निर्माण होनेे वाले कारीड़ोर पर रोपवे के पास चढ़ने व उतरने के लिए रैंप भी बनाया जाएगा। इस एलिवेटेड़ कारीड़ोर रोड़ से राजगीर के हरे–भरे जंगलों का खूबसूरत नजारा आने वाले समय में लोगों को देखने को मिलेगा। लोग राजगीर की हरे भरे सुंदर वादियों का आनंद अभी पूरी तरह से नहीं ले पाते हैं ना ही देख पाते हैं। इस कारिड़ोर का निर्माण होने के बाद पर्यटक लोग राजगीर के हरे भरे सुंदर व मनमोहक वादियों का आनंद खुले नेत्र से जहां ले सकेंगें। इस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों पर सवार पर्यटक व यात्री लोग जू सफारी कुछ क्षेत्रों का .श्य देखने साथ राजगीर के अन्य पर्यटन स्थलों को देख सकेंगे। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी परियोजनाओं के तहत एक नए अध्याय के रूप में राजगीर एलिवेटेड़ रोड़ निर्माण के लिए भारत सरकार ने मंजूरी दे दी है। मिली जानकारी के अनुसार राजगीर के उत्तर की ओर दक्षिण जाने वाले वाहनो को राजगीर–बिहारशरीफ मुख्य मार्ग स्थित अनुमंड़ल कार्यालय के पास एलिवेटेड़ कारीड़ोर रोड़ के निर्माण होगा यनि उक्त स्थल से ही इस पुल पर वाहनों का चढ़ाव शुरू होगा और दक्षिण की ओर नालंदा–नवादा सीमा के पास अवस्थित वानगंगा स्थान पर जाकर वाहन पुल से नीचे उतरेगा।
मिली जानकारी के अनुसार निर्माण होने वाले एलिवेटेड़ कारीड़ोर रोड़ के लिए मुख्यमंत्री के द्वारा निरीक्षण किया जा चुका है। बताया जाता है कि कुल ८.७ किमी कारीड़ोर में एलिवेटेड़ हिस्से की लंबाई ७.४० किमी होगा। इस परियोजना को पूरा करने के लिए भूमि अधिग्रहण करने की योजना बनायी जा चुकी है। इस परियोजना के लिए १८ एकड़ जमीन का आवश्यकता पड़ेगा। मिली जानकारी के अनुसार इस परियोजना को पूरा निर्माण करने के लिए ३० महीने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना का निविदा इसी साल करने की योजना है। इस रोड़ का निर्माण होने से आने वाले समय में मलमास मेला हो व १ जनवरी जाम का सामना पर्यटक व अन्य यात्रियों को नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि मलमास मेला के समय बिहारशरीफ से गया जाने व गया से बिहारशरीफ आने वाले वाहनो को भीड़ के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस रोड़ का निर्माण होने से पर्यटक सहित आम यात्रियोंं को बेहतर सुविधा राजगीर आने–जाने मेें मिलेगा।