केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ बीजेपी के चक्का जाम की वजह से दिल्ली के कई हिस्सों में भारी जाम लग गया. बीजेपी के कार्यकर्ता सुबह से सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है. इससे दिल्ली के कई इलाकों में भारी जाम लग गया है. एनएच-24 पर 5 किलोमीटर लंबा जाम लगने से बड़ी संख्या में लोग बीच रास्ते में अटके पड़े हैं. इस बीच दिल्ली पुलिस ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख आदेश गुप्ता को हिरासत में ले लिया है. पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
आदेश गुप्ता को पूर्वी दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास धरना स्थल से एहतियातन हिरासत में लिया गया. भगवा पार्टी के ‘चक्का जाम’ विरोध के कारण अक्षरधाम मंदिर सहित राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न स्थानों पर यातायात जाम हो गया है. अक्षरधाम मंदिर के पास विरोध प्रदर्शन के कारण लोगों को भारी यातायात का सामना करना पड़ा. गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, दिल्ली सरकार अपनी नई आबकारी नीति के तहत शहर भर में अवैध रूप से शराब की दुकानें खोल रही है. रिहायशी और धार्मिक स्थलों के पास दुकानें खोली जा रही हैं. हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि नई शराब नीति वापस नहीं ले ली जाती. विरोध के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करने के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने दावा किया कि यह एक सार्वजनिक आंदोलन है और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की नई उत्पाद नीति से छुटकारा पाने के लिए लोग इसे सहन करने के लिए तैयार हैं.
दिल्ली के कई जगहों पर भारी जाम
अन्य स्थानों पर जहां चक्का जाम विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, उनमें विकास मार्ग पर कार बाजार, दयाराम चौक और सिविल लाइंस शामिल हैं.
प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के कई इलाकों में सरकार और उसकी नई आबकारी नीति के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने बार-बार घोषणा की कि सभी आपातकालीन वाहनों को रास्ता दिया जाना चाहिए और सार्वजनिक संपत्ति को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए.
भारतीय जनता पार्टी के चक्का जाम को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा वाले नई आबकारी नीति से बौखलाए हुए हैं क्योंकि अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली में 3500 करोड़ रुपये की कर चोरी रोक दी है। यह पैसा अब जनता के काम के लिए सरकार को मिल रहा है। पहले यह पैसा बीजेपी नेताओं और शराब माफिया की जेब में जाता था।