देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की एंट्री के साथ बिहार में भी इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस बीच राज्य में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते नए मामलों को देखते हुए तीसरी लहर की आशंका गहरा गई है। इसके बाद बिहार सरकार ने इस महामारी से बचाव की नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके अनुसार सभी शिक्षण संस्थानों में आनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। सभी धार्मिक व सार्वजनिक आयोजन कोविड प्रोटोकोल के तहत ही होंगे। साथ विदेशों से आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन रखा जाएगा।
शिक्षण संस्थानों को जारी रहेगी आनलाइन शिक्षा
राज्य सरकार ने अपने दिशा-निर्देश में शिक्षण संस्थानों को आनलाइन शिक्षा जारी रखने को कहा है। साथ ही बच्चों को शारीरिक दूरी के पालन व मास्क के उपयोग की जानकारी दी जाएगी। अभिभावकों को भी जागरूक किया जाएगा।
आधी क्षमता के साथ खुलेंगे सिनेमा हाल व जिम
सभी सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक, राजनीतिक, मनोरंजन व खेलकूद आदि के आयोजन कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत ही होंगे। सिनेमा हाल व जिम 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही खोले जाएंगे।
सार्वजनिक वाहनों में खड़े होकर यात्रा प्रतिबंधित
सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में भीड़ पर सख्ती की जाएगी। ऐसे वाहनों में बगैर मास्क पहले व खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं रहेगी। निजी वाहनों में भी मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है।
एयरपोर्ट एवं रेलवे व बस स्टेशनों पर निगरानी
स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक दिन कोरोना संक्रमण की दो लाख से अधिक जांच करेगा। जांच में लगातार वृद्धि करेगा। साथ ही एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और राज्य की सीमा से लगने वाले जिलों में विशेष निगरानी रखी जाएगी।
बिहार में अलर्ट मोड में रखे जाएंगे अस्पताल
बिहार के सभी जिलाधिकारियों, आरक्षी अधीक्षकों और सिविल सर्जनों को ओमिक्रोन के संक्रमण के प्रसार की आशंका को देखते हुए पहले से तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है। अस्पतालों की व्यवस्था, विशेषकर आइसीयू व आक्सीजन की उपलब्धता की रखी जाएगी। प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों को भी तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।
गाइडलइन के उल्लंघन पर होगी कड़ी कार्रवाई
कोरोनावायरस के प्रसार को रोककर महामारी पर लगाम लगाने के लिए बनाई गई गाइडलइन के उल्लंघन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम व भारतीय दंड विधान के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
बीते 15 दिनों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत
विदित हो कि बिहार में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। फिलहाल राज्य में कुल सक्रय मरीज 87 हैं। इनमें सबसे ज्यादा 61 सक्रिय केस पटना जिले में हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना से एक मौत की पुष्टि भी की है। बीते 15 दिनों में कोरोना से पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में तीन और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में एक की मौत हो चुकी है। अभी तक की बात करें तो राज्य में कोरोना की पहली व दूसरी लहर मिलाकर कुल 12092 लोगों की मौत हो चुकी है।
ओमिक्रॉन की दहशत के बीच पटना में पहला जिला कोविड केयर सेंटर चालू कर दिया गया है। 24X7 सेवा देने वाले इस 112 बेड वाले सेंटर में दवाओं की व्यवस्था भी कर दी गई है। सेंटर में 150ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के साथ 400 ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए हैं जिससे संक्रमितों को ऑक्सीजन की समस्या नहीं होने पाए। तीसरी लहर की आशंका को लेकर प्रशासन ने सेंटर को बुधवार को आनन फानन में शुरु कराया है। कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्रा स्पोर्ट्स कंपलेक्स में जिला कोविड केयर सेंटर में अफसरों को पूरी जवाबदेही के साथ लगाया गया है।
DM ने कहा संभावित है तीसरी लहर का खतरा
DM डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बुधवार को कोविड केयर सेंटर का शुभारंभ करते हुए कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे काे देखते हुए तैयारी की जा रही है। ओमिक्रॉन के खतरे के बीच अगर किसी संक्रमित को कोविड से संबंधित बेड एवं ऑक्सीजन की जरूरत होगी तो उन्हें तुरंत भर्ती किया जाएगा। तीसरी लहर को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारी जारी है।

संक्रमितों की सुविधा को लेकर तैयारी
पाटलिपुत्रा स्पोर्ट्स कंपलेक्स कंकड़बाग में 112 बेड हैं। इसमें 400 ऑक्सीजन सिलेंडर युक्त कोविड केयर सेंटर है। इस सेंटर पर सेंट्रल ऑक्सीजन मैनीफोल्ड, 150 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं बेड पर पाइपलाइन द्वारा ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की गई है। इसके साथ ही सीसीटीवी मॉनिटरिंग की सुविधा है। 9 एचडीयू बेड की भी व्यवस्था है जिसमें 10 लीटर का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, मॉनिटर एवं दवा उपलब्ध कराया गया है। यह सेंटर 24×7 काम करता रहेगा तथा कंट्रोल रूम अथवा अन्य माध्यमों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आवश्यकता अनुसार उन्हें बेड एवं ऑक्सीजन युक्त सुविधा तत्काल देगा।
मेडिकल कॉलेजों में भी तैयारी तेज
पटना के तीनों मेडिकल कॉलेज अस्पताल पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस में क्रायोजेनिक टैंक ऑक्सीजन लग चुके हैं। जहां लिक्विड ऑक्सीजन पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन बेड तक उपलब्ध रखने की व्यवस्था की गई है। जिला कोविड केयर सेंटर पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर की कोई कमी नहीं है। यहां पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की व्यवस्था है। इस बार दूसरी लहर की तरह दिक्कत नहीं होगी। इसके लिए डॉक्टर की भी व्यवस्था की गई है और मेडिसिन भी उपलब्ध करवाया गया है। किसी को भी अगर एडमिट होने की जरूरत है तो यह सब पहले से तैयार रहेगा।
ऑक्सीजन को लेकर इस बार तैयारी
कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन को लेकर काफी मारामारी हुई थी। इस कारण से इस बार ऑक्सीजन को लेकर विशेष तैयारी है। पटना के बड़े मेडिकल कॉलेज पीएमसीएच एनएमसीएच में क्रायोजेनिक टैंक ऑक्सीजन को लेकर विशेष सतर्कता है। बताया जा रहा है कि यहां लिक्विड ऑक्सीजन पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन बेड तक उपलब्ध रखने की व्यवस्था की गई है। कोरोना को लेकर चल रही तैयारी को लेकर डीएम ने कहा एक तरफ इलाज की व्यवस्था कराई जा रही है और दूसरी तरफ कोरोना से बचाव को लेकर सख्ती दिखाई जा रही है।
पटना में पांच फ्लाइंग स्क्वाड धावा दल को निकाला गया है जो कि भीड़भाड़ वाले इलाके जैसे सब्जी मंडी, मार्केट में बिना मास्क घूमने वाले पर निगरानी कर रही है और माइक के द्वारा भी सावधान करने का काम किया जा रहा है। जहां संक्रमित लोग मिल रहे हैं उस जगह को या अपार्टमेंट में जो लोग मिल रहे हैं वहां पर सभी को फिर से टेस्ट करवाया जा रहा है। प्रशासन ने लोगों को कोविड की आशंका को देखते हुए सावधान एवं सतर्क रहने तथा मास्क का अनिवार्य प्रयोग करने की अपील की है।