प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम के नव्य‚ दिव्य और भव्य स्वरूप का लोकार्पण करते हुए कहा कि यहां कई सल्तनतों का उदय और पतन हुआ लेकिन बनारस ने स्वयं को यथावत रखा। इतिहास औरंगजेब के अत्याचार का साक्षी है‚ जिसने तलवार के बल पर सभ्यता को बदलने की कोशिश की लेकिन भारत की माटी की तासीर है कि जब–जब कोईऔरंगजेब आता है‚ तब–तब शिवाजी भी उठ खड़े़ होते हैं। कोई सालार मसूद इधर बढ़øता है‚ तो राजा सुहेलदेव जैसे योद्धा हमारी एकता का लोहा मनवा देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने तीन साल पहले इस धाम का शिलान्यास किया था। अपने इस सपने को साकार होते देख अभिभूत मोदी बोले‚ ‘अपनी माया का विस्तार बाबा ही जानें‚ लेकिन जहां तक दृष्टि जाती है‚ काशी विश्वनाथ धाम से पूरा विश्व जुड़़ा है। सोमवार शिव का प्रिय दिन है और विक्रम संवत २०७८ मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि एक नया इतिहास रच रही है। धाम में अतीत के गौरव की अनुभूति होगी।’ बनारस भारत की प्राचीन नगरी है‚ और यहां बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए विश्व के कोने–कोने से श्रद्धालु पहंुचते हैं। यहां की तंग गलियों और गंदगी के आलम को देखकर तनिक विचलित भी होते हैं। महात्मा गांधी तो यह सब देखकर इतने व्यथित हुए थे कि अपनी पीड़़ा व्यक्त करने को विवश हो गए। राजनीति में आने से पूर्व मोदी भी यहां दर्शनार्थ आते थे। मंदिर की दशा देखकर उनका मन भी यहां कुछ सुधार करने को होता था। बनारस भारत की सांस्कृतिक–आध्यात्मिक राजधानी कही जाती है। बाबा विश्वनाथ मंदिर को आक्रमणकारियों ने तोड़़ा तो महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने पुनर्निर्माण कराया। बाबा विश्वनाथ मंदिर की आभा बढ़ाने के लिए महाराजा रणजीत सिंह ने इसके शिखर पर सोना मढ़वाया था। पीएम मोदी का मानना है कि बाबा के आशीर्वाद से मंदिर को नया रूप देने की उनकी मुराद पूरी हुई। काशी जब करवट लेती है‚ तब देश का भाग्य बदलता है। आज यह घड़़ी देशवासियों के संकल्पबद्ध होने की हैं। वे स्वच्छता‚ सृजन और राष्ट्र की आत्मनिर्भरता का संकल्प लें। मंदिर परिसर‚ जो पहले ३ हजार वर्ग फुट था‚ अब बढ़कर करीब ५ लाख वर्ग फुट का हो गया है। उन्होंने कहा कि यह परिसर साक्षी है हमारे सामर्थ्य का‚ कर्त्तव्य का। ठान लिया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं। शास्रों में वाक्य है–‘दृश्यते सवर्ग सर्वेः काश्याम् विश्वेश्वरः’ यानी काशी में सर्वत्र हर जीव में भगवान विश्वेश्वर के दर्शन होते हैं।
भारत कुछ वर्षों में वैश्विक विकास में 20% योगदान देगा’……….
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के अध्यक्ष और सीईओ बोर्गे ब्रेंडे ने भविष्यवाणी की है कि सुधारों की मदद से भारत...