मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को गर्दनीबाग में निर्माणाधीन मंत्री आवास का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री आवास अच्छा बना है। पूरे परिसर में हरियाली का दृश्य रहे‚ इसको लेकर चहारदीवारी के आसपास पौधे भी लगाये जायें। इस आवास में रहने की सारी सुविधायें हैं। साथ ही परिसर में ही सिक्युरिटी गार्ड एवं स्टाफ के भी रहने की व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको जल्द से जल्द हैंडओवर करायें। इसके बाद मुख्यमंत्री ने गर्दनीबाग में निर्माणाधीन बापू टावर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गयी। अधिकारियों ने बताया कि मई २०२२ तक इसे पूर्ण कर लिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कहा कि बापू टावर का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करायें। इसका निर्माण जल्द पूर्ण होने से बापू के बारे में हमलोग एक–एक चीजों को नई पीढी को बता सकेंगे। इस परिसर में ग्रीन एरिया भी विकसित करें। उन्होंने कहा कि जब बापू टावर बनकर तैयार हो जायेगा तो बहुत अच्छा दिखेगा और लोग यहां आकर बापू के बारे में कई अन्य जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे। बापू टावर के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन एमएलए फ्लैट का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि १ से २४३ विधानसभा क्षेत्रों की संख्या के अनुसार सभी विधायकों को आवास आवंटित किया जायेगा। इसमें सभी प्रकार की सुविधायें उपलब्ध रहेंगी। एमएलए फ्लैट का निर्माण तेजी से पूर्ण करायें।
एमएलए फ्लैट के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री सौंदर्यीकृत अदालतगंज तालाब पहुंचे और वहां किये गये पुनर्विकास कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल ही इसका उद्घाटन हुआ है। मुझे बहुत अच्छा लगा इसलिये मैं आज यहां आया हूं। मुख्यमंत्री ने अदालतगंज तालाब परिसर में लेजर शो का आनंद लिया। मुख्यमंत्री ने नगर विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि इस तालाब में स्वच्छ जल की व्यवस्था रखें तथा इसकी मात्रा और बढायें। जो पानी गंदा हो जाता है‚ उसे बाहर निकालने का इंतजाम करें। परिसर में लोगों के टहलने का इंतजाम करें। निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी‚ भवन निर्माण मंत्री अशोेक चौधरी‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार‚ नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर‚ मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार‚ भवन निर्माण के सचिव कुमार रवि‚ मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह‚ ड़ीएम चंद्रशेखर सिंह‚ नगर आयुक्त अनिमेष पराशर‚ एसएसपी उपेन्द्र शर्मा सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।
मंदिरी नाले पर बनने वाली सड़़क जेपी गंगा पथ से जुड़े़गी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस संबंध में रविवार को विभागीय अधिकारियों को निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी और इस इलाके का और विकास होगा। दरअसल‚ मुख्यमंत्री ने रविवार को राजधानी के मंदिरी नाले पर शुरू किये गये विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने होटल पाटलिपुत्र अशोका की बगल के रास्ते और मजार के पास से नेहरू पथ होते हुए मंदिरी नाले के क्षेत्र का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि यह ध्यान रखें कि शहर का गंदा पानी गंगा नदी में न जाये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि मंदिरी नाले में बहने वाले गंदे पानी को ट्रीटेड कर पाइप के माध्यम से शहर के बाहर सिंचाई कार्य के लिए उपयोग में लाया जाये। इसके लिए उन्होंने नगर विकास एवं आवास विभाग को जल संसाधन विभाग के साथ मिलकर तेजी से काम शुरू करने को कहा। मुख्यमंत्री ने मंदिरी के ड्रेनेज पंपिंग प्लांट का भी निरीक्षण किया और नाले पर होने वाले सडक निर्माण कार्य के बारे में नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर से विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मंदिरी नाले पर बनने वाली सडक को अशोक राजपथ के ऊपर से एलिवेटेड कर जेपी गंगा पथ से जोडने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस पथ के जेपी गंगा पथ से जुडने पर कई रुटों के लोगों के लिए आवागमन और सुगम होगा। उन्होंने कहा कि मंदिरी नाले पर बनने वाली सडक से लोगों के आवागमन में काफी सहूलियत होगी और इस इलाके का और विकास होगा। इस बीच‚ मुख्यमंत्री के मंदिरी क्षेत्र में पहुंचने पर लोगों में भारी उत्साह दिखा।