शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार का पार्थिव शरीर जब बेगूसराय में उनके परिवार के पास पहुंचा तो वहां माहौल बेहद गमगीन था। सोमवार सुबह में जैसे ही उनके पिता राजीव रंजन सिंह ने 23 साल के बेटे को श्रद्धांजलि दी तो ये तस्वीरें देखकर हर कोई भावुक हो गया। देखिए कैसे बेटे की शहादत पर पिता की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे हैं। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाए।
बेगसराय के शहीद लेप्टिनेन्ट ऋषि की ऐतिहासिक अंतिम यात्रा में सामिल लोगों के गुस्से का संदेश .."देश को खतरा,देश के दुश्मनों से ज्यादा देश के गद्दारों से" https://t.co/rPXYvTXRoI pic.twitter.com/tih6JBRl1e
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) November 1, 2021
सुबह 7 से 9:30 बजे तक शहीद जवान के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की भीड़ जीडी कॉलेज परिसर में जुटी थी। इस दौरान बेगूसराय सांसद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार सरकार के मंत्री शाहनवाज हुसैन भी शहीद ऋषि कुमार को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। अंतिम दर्शन के बाद शहीद ऋषि कुमार की अंतिम यात्रा निकाली गई जो सिमरिया गंगा घाट जाएगी और वहीं अंतिम संस्कार किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह शहादत बेकार नहीं जाएगी लोगों में भी पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश देखा गया है। सरकार शहीद के खून का बदला लेगी।
आपके अंजाम पे हमें रोना आया .. लेकिन ऐसी विदाई हर किसी को कहां नसीब होती है।
बेगूसराय निवासी वीर शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन को नमन। pic.twitter.com/la83hxM0DG
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बेगूसराय के लाल शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर रविवार की रात पटना एयरपोर्ट लाया गया। पटना एयरपोर्ट पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनका पार्थिव शरीर पटना से बाई रोड बेगूसराय उनके आवास पर तकरीबन 12:00 बजे रात में पहुंचा। इसके बाद पूरे बेगूसराय जिले वासियों की आंखें नम हो गईं। साथ ही साथ परिजनों की चीत्कार से पूरा वातावरण गमगीन हो गया। वहीं, मां और पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। सोमवार की सुबह 7:00 बजे शहीद ऋषि रंजन का पार्थिक शरीर जीडी कॉलेज के प्रांगण में लाया गया। जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पटना एयरपोर्ट पर बेगूसराय के शहीद सपूत ऋषि रंजन जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया और परिवारजनों के साथ उनके बेगूसराय पैतृक आवास आ रहा हूं।
आप सब लोगों से निवेदन है कल सुबह बलिदान की ज्योति को प्रणाम करने जी ० डी० कॉलेज के प्रांगण में अवश्य आएं और दाह संस्कार में भी भाग ले। pic.twitter.com/nMUwNXXBX6— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) October 31, 2021
श्रद्धांजलि सभा में हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। वहीं, इस दौरान लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद का भी नारा लगाया और शहीद ऋषि रंजन अमर रहे नारा के साथ पूरे बेगूसराय गुंजायमान होते रहा। मौके पर जिले की तमाम बुद्धिजीवियों सहित विधायक राजवंशी महतो, जदयू जिलाध्यक्ष रूदल राय, जदयू नेता श्याम बिहारी वर्मा, लोजपा नेता संजय पासवान, प्रेम कुमार पासवान, शम्भू देवा, विधायक सूर्यकांत पासवान सहित हजारों जिलेवासी कॉलेज के प्रांगण में मौजूद थे।
6 दिन पहले ही हुई थी मां से बात
शनिवार की शाम ऋषि अपनी टीम के साथ पाकिस्तान के बॉर्डर इलाके में गश्ती कर रहे थे। इसी दौरान शाम करीब 6 बजे आईडी विस्फोट में लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन और एक जवान मनजीत सिंह शहीद हो गए। ऋषि रंजन बेगूसराय के रहने वाले थे, जबकि मनजीत सिंह पंजाब के भंटिडा के रहने वाले थे। शहीद ऋषि कुमार मूलतः लखीसराय के पिपरिया के रहने वाले थे। लेकिन, कई दशक पूर्व से ही उनके दादा जीडी कॉलेज के पास पिपरा रोड में घर बना कर रह रहे थे। दादा रिफाइनरी में कार्यरत थे। इसी वजह से वे सपरिवार बेगूसराय में ही बस गए थे। शहीद के पिता राजीव रंजन ने बताया कि पिछले 6 दिन पहले ही मां से उसकी बात हुई थी। फोन पर उसने कहा था कि वह बहन की शादी में छुट्टी लेकर घर आ रहा है। लेकिन, कंपनी कमांडर ने शनिवार की देर शाम करीब 7:30 बजे पिता को फोन पर घटना की सूचना दी।
नौशेरा सेक्टर में 1 माह पहले हुई थी पोस्टिंग
शहीद ऋषि रंजन एक साल पहले ही आर्मी ज्वाइन किए थे। करीब एक माह पहले जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में पोस्टिंग हुई थी। शनिवार की शाम अपनी टीम के साथ पाकिस्तान के बॉर्डर इलाके में गश्ती कर रहे थे। इसी दौरान शाम करीब 6 बजे आईडी विस्फोट में लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन और एक जवान मनजीत सिंह शहीद हो गए। ऋषि रंजन बेगूसराय के रहने वाले थे। जबकि मनजीत सिंह पंजाब के भंटिडा के रहने वाले थे। ऋषि अपने दो बहनों के इकलौते भाई थे। घटना के बाद बेगूसराय से लेकर लखीसराय तक शोक की लहर फैल गई। परिजन का कहना है कि ऋषि की छोटी बहन की शादी 29 नवंबर को होने वाली थी। शादी की तैयारी में लोग जुटे हुए थे। बहन की शादी में शामिल होने के लिए ऋषि 22 नवंबर को आने वाले थे। लेकिन, यह घटना हो गई।