राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अरसे बाद रविवार को राजधानी पटना पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद सियासी हलचल के साथ–साथ पारिवारिक घमासान भी शुरू हो गया है। लालू के साथ दिल्ली से रविवार को उनकी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बड़ी पुत्री एवं राज्यसभा सांसद मीसा भारती भी जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंची। उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर लालू के छोटे बेटे व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव‚ तेजप्रताप यादव और प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह‚ संजय यादव‚ सुनील सिंह समेत राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
राजद अध्यक्ष अपने काफिले के साथ हवाईअड्डे से सीधे पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के १० सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास के लिए रवाना हो गये। राजद अध्यक्ष के साथ हवाईअड्डा से आये उनके बड़े पुत्र एवं विधायक तेजप्रताप यादव को राबड़ी आवास के मुख्य प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया गया। इससे नाराज तेजप्रताप ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि मुझे आवास के मुख्य प्रवेश द्वार तक ही आने की अनुमति थी। मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर मैंने राजद अध्यक्ष को अपने आवास पर पांच मिनट के लिए चलने के लिए कहा‚ लेकिन पिताजी (लालू यादव) को जगदानंद सिंह‚ सुनील यादव और संजय यादव ने रोक दिया। पिताजी के लिए उन्होंने अपने आवास पर अलग से व्यवस्था की थी‚ लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। साथ ही राजद अध्यक्ष के बड़े पुत्र एवं विधायक श्री यादव अपने राजधानी स्थित सरकारी आवास के बाहर धरना पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक पिताजी (लालू यादव) उनके घर नहीं आएंगे वह पूरी रात इसी तरह धरना पर बैठे रहेंगे। उनके साथ छात्र जनशक्ति परिषद जिसके वह अध्यक्ष भी हैं के कार्यकर्ता भी धरना पर बैठे गयेे। देर रात लालू अपने बड़े़ पुत्र तेजप्रताप के आवास पर पहुंचे। वहां तेजप्रताप ने लालू के पैर धोये। इसके बाद तेजप्रताप नरम पड़़ गये।
इससे पहले‚ राजद अध्यक्ष ने दिल्ली से रवाना होने से पूर्व पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस के बिहार मामलों के प्रभारी भक्त चरण दास को ‘भकचोनहर दास’ बताते हुए कहा था कि कुशेश्वरस्थान सीट कांग्रेस को हारने और जमानत जब्त कर आने के लिए दे देते। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी से क्या गठबंधन होगा‚ क्या मतलब है गठबंधन का। उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व कांग्रेस प्रभारी भक्तचरण दास ने राजद पर आरोप लगाया था कि राजद पर्दे के पीछे से भाजपा से मिली हुई है। बिहार में कांग्रेस महागठबंधन का अब घटक नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सभी ४० सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।