बिहार में पंचायत चुनाव हो रहे हैं। तीन चरणों का चुनाव संपन्न हो चुका है लेकिन चुनाव परिणाम में कई जगहों से गडबडी की शिकायत मिल रही है। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने सख्त रुख अपनाया है। आयोग ने वैसे अधिकारियों–कर्मियों पर केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव ने बेगूसराय के डीएम को पत्र लिखा है। आयोग ने कहा है कि पंचायत चुनाव में मतदान के बाद मतों की गणना के समय परिणाम की ऑनलाइन इंट्री किए जाने का प्रावधान है। मतदान केंद्रों तथा अभ्यर्थियों से संबंधित मतों का विवरण ऑनलाइन एंट्री करने एवं मिलान कर यह सुनिश्चित करना है कि डाटा सभी तरह से सही है। फाइनलाइज बटन दबाकर मतगणना परिणाम को संरक्षित किया जाना है। लेकिन कुछ अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा मतगणना जैसे संवेदनशील मुद्े को नजरअंदाज करते हुए मतगणना परिणाम की पूरी इंट्री ऑनलाइन किए बिना ही फाइनलाइज किया जा रहा है। यह गंभीर लापरवाही है। आयोग ने अपने आदेश में कहा कि ऐसे में संबंधित अधिकारियों एवं कर्मियों से स्पष्टीकरण एवं संबंधित डाटा एंट्री ऑपरेटर‚ संबंधित पदाधिकारी जिन्हें मिलान कर हस्ताक्षर करना था तथा संबंधित मतगणना हॉल के सहायक निर्वाचित पदाधिकारी पर सुसंगत धाराओं के तहत तुरंत एफआईआर दर्ज करें। राज्य निर्वाचन आयोग ने केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने के साथ आयोग को सूचित करने को भी कहा है। इसके साथ ही निर्वाची पदाधिकारी से भी स्पष्टीकरण पूछने और भूमिका की जांच का निर्देश दिया गया है।
दोनों प्रखंडों में २० अक्टूबर को सुबह सात बजे से संध्या पांच बजे तक पड़ें़गे वोट
चौथे चरण में जिले में बिहटा और दुल्हिन बाजार प्रखंड में त्रिस्तरीय पंचायत सदस्यों का निर्वाचन होना है। दोनों प्रखंडों में मतदान २० अक्टूबर को सुबह सात बजे से संध्या पांच बजे तक होगा। बिहटा में २९५ मतदान केंद्र हैं। जिला परिषद सदस्य के तीन‚ पंचायत समिति सदस्य पद के २९‚ मुखिया पद के २२‚ सरपंच के २२‚ वार्ड सदस्य के २९५ तथा पंच के १३३ पदों पर निर्वाचन होना है। दुल्हिन बाजार में कुल १८१ मतदान केंद्र हैं। जिला परिषद सदस्य के २‚ पंचायत समिति सदस्य के १७‚ मुखिया के १४‚ सरपंच के १४‚ वार्ड सदस्य के १७५ तथा पंच के १३० पदों पर निर्वाचन होना है। निर्वाचन कार्य के सुचारु संचालन के लिए १८ अक्टूबर को मतदान कर्मियों को तथा १९ अक्टूबर को पीसीसीपी का डिस्पैच निर्धारित है। सभी मतदान कर्मियों को अपनी–अपनी डियूटी पर ससमय उपस्थित रहने तथा आवंटित कार्य का पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन करने का सख्त निर्देश दिया गया है। चुनाव डियूटी से अनुपस्थित रहने वाले कर्मियों के विरुद्ध विधि सम्मत आनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।