कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान एक बार फिर राहुल गांधी को मिल सकती है। पार्टी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगले साल सितंबर में चुनाव होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर G-23 नेताओं समेत सभी सदस्यों ने अपनी सहमति जताई। इससे पहले आज सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू हुई।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि एक नवंबर 2021 से 31 मार्च तक कांग्रेस का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद 1अप्रैल से 15 अप्रैल 2022 के बीच कांग्रेस के सांगठनिक चुनावों में हिस्सा लेने वाले वैध उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जाएगी। 16 अप्रैल से 31 मई तक कांग्रेस में प्राथमिक समितियों, ब्लॉक समितियों एवं अन्य स्तरों पर सांगठनिक चुनाव होंगे। 01 जून से 20 जुलाई 2022 के बीच जिला कांग्रेस के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों एवं कोषाध्यक्षों के चुनाव होंगे। 21 जुलाई से 20 अगस्त के बीच प्रदेश स्तर के सांगठनिक चुनाव होंगे और 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव होगा।
यह बैठक पार्टी के असंतुष्ट खेमे जी 23 समूह के नेताओं की मांग पर बुलाई गई है, मगर जी-23 खेमा कार्यसमिति के केवल मुख्य सदस्यों के बजाय आमंत्रित सदस्यों और राज्यों के प्रभारियों को भी इसमें बुलाए जाने से नाखुश बताया जा रहा है। जी 23 समूह ने पूर्णकालिक और सक्रिय पार्टी अध्यक्ष के साथ-साथ एक संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी। गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, भूपिंदर हुड्डा, पृथ्वीराज चव्हाण, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी और मुकुल वासनिक सहित जी 23 नेताओं के एक समूह ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर पिछले साल अगस्त में पार्टी में तूफान खड़ा कर दिया था।
बैठक में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधान सभा चुनावों की तैयारियों को लेकर भी चर्चा होगी। इन राज्यों में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं। वहीं, इस बैठक में G-23 के नेता एक बार फिर संगठन चुनाव को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया था, इसके बाद से कोई भी स्थाई अध्यक्ष अभी तक नहीं चुना गया है। तब से सोनिया गांधी कार्यकारी अध्यक्ष बनी हुई हैं।
राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को को पत्र लिखकर जल्द ही सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने को कहा था। पार्टी ने 22 जनवरी को आयोजित सीडब्ल्यूसी की बैठक में फैसला किया था कि जून 2021 तक कांग्रेस का नियमित अध्यक्ष चुन लेगी, लेकिन 10 मई को होने वाली सीडब्ल्यूसी की बैठक में कोरोना महामारी की वजह से टाल दिया गया था। माना जा रहा है कि बैठक में मूल्य वृद्धि, किसानों के विरोध प्रदर्शन और देश की आर्थिक स्थिति जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।