सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के लिए बने मंच के पास हुई दलित शख्स लखबीर सिंह की हत्या के मामले में जिस निहंग सरबजीत सिंह ने कल पुलिस के सामने सरेंडर किया था, आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। सरबजीत को दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस कोर्ट से सरबजीत की 14 दिनों की रिमांड मांगेगी। इससे पहले सरेंडर करने के बाद आरोपी निहंग सरबजीत सिंह का कल देर रात मेडिकल हुआ और उसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। सूत्रों के मुताबिक इस निर्मम हत्याकांड मामले में अभी कई और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। आज दोपहर तक हरियाणा पुलिस बड़ा खुलासा भी कर सकती है। एक तरफ पुलिस जांच कर रही है तो दूसरी ओर हत्या का ये मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है, जिसमें सिंघु बॉर्डर को खाली करवाने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि इस मामले की जल्द से जल्द सुनवाई होनी चाहिए।
सिंघू बॉर्डर पर मारे गए युवक की पहचना तरन तारन निवासी लखबीर सिंह के रूप में हुई है। उसके परिवार ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि वो नशे का आदी था और उसे सिंघू बॉर्डर ले जाने के लिए लालच दिया गया था। लखबीर के ससुर ने शुक्रवार को बताया कि उसे वहां जाने का लालच दिया गया। इसकी जांच होनी चाहिए और उसे न्याय मिलना चाहिए।
लखबीर सिंह एक मजदूर के रूप में काम करता था। उनकी बहन ने मीडिया को बताया, “उसने 50 रुपये लिए और कहा कि वह चबल में काम करने जा रहा है और 7 दिनों के बाद वापस आ जाएगा। मुझे लगा कि वह वहां काम करने गया है। वह ऐसा व्यक्ति नहीं था (गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने के लिए)। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।”
चीमा कलां गांव में मृतक लखबीर सिंह के घर पर पहुंचे ASI कबाल सिंह ने बताया कि उनके परिवार में पत्नी, तीन बेटियां हैं जिनमें सबसे छोटी 8 साल की और सबसे बड़ी बेटी 12 साल की है। ASI कबाल सिंह ने बताया कि 5-6 साल पहले लखबीर सिंह को उसकी पत्नी ने उन्हें छोड़ दिया था और वो अलग रहती हैं।
आपको बता दें कि दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर किसानों के कुंडली स्थित प्रदर्शन स्थल के नजदीक एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई और उसका हाथ काट दिया गया। उसके शरीर पर धारदार हथियार से हमले के करीब 10 जख्म बने थे और उसके शव को अवरोधक से बांधा गया था। इस घटना के लिए कथित रूप से निहंगों के एक समूह को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
इस नृशंस हत्या के घंटों बाद सिखों की निहंग परंपरा के तहत नीले लिबास में एक व्यक्ति मीडिया के समक्ष आया और दावा किया कि उसने पीड़ित को पवित्र ग्रंथ की ‘बेअदबी’ करने की ‘सजा’ दी है। अन्य निहंगों ने दावा किया कि उसने पुलिस के समक्ष ‘आत्मसमर्पण’ कर दिया है, जबकि पुलिस का कहना है कि उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “कश्मीर सिंह के बेटे सरबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है जो पंजाब के गुरदासपुर जिले के विटवहा का रहने वाला है।” अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक पूछताछ में सरबजीत ने दावा किया कि वह “पवित्र धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी” बर्दाश्त नहीं कर सका। सरबजीत के “आत्मसमर्पण” से पहले निहंगों ने उसे सम्मानित करते हुए एक वस्त्र दिया और कहा कि उसने ऐसे व्यक्ति को सजा दी जिसने कथित तौर पर पवित्र ग्रंथ की बेअदबी की।
जानिए संयुक्त किसान मोर्चा ने क्या कहा?
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से लगती सीमाओं पर तीन स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के साझा मंच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बताया कि इस नृशंस हत्या की जिम्मेदारी निहंगों के समूह ने ली है। उनका दावा है कि मृतक ने सिखों की पवित्र किताब सरबलोह ग्रंथ की बेअदबी करने की कोशिश की थी। वरिष्ठ किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने बताया कि निहंगों के समूह ने कथित तौर पर उस व्यक्ति की हत्या की है और वे एसकेएम के प्रदर्शन का हिस्सा नहीं है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मृतक कुछ समय से निहंगों के उसी समूह के साथ रह रहा था।
पुलिस ने बताया कि मृतक लखबीर सिंह पंजाब के तरण तारण जिले के चीमा खुर्द का रहने वाला था और पेशे से मजदूर था। उसकी आयु 35 वर्ष के आसपास है। उसका शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 10 महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा बनाए एक मंच के नजदीक है। किसानों का प्रदर्शन स्थल दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास सिंघू बार्डर पर स्थित है। एसकेएम ने कहा कि वह किसी भी धर्म के ग्रंथ या प्रतीक के अपमान के खिलाफ है लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। किसान निकाय ने कहा, ‘‘मौके पर मौजूद निहंग समूह ने घटना की जिम्मेदारी ली है और कहा कि यह इसलिए हुआ क्योंकि मृतक ने सरबलोह ग्रंथ की बेअदबी करने की कोशिश की थी।’’ एसकेएम ने मांग की कि हत्या और बेअदबी के पीछे की साजिश की जांच के बाद दोषियों को कानून के तहत सजा दी जानी चाहिए।
मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
सोनीपत पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘कुंडली पुलिस थाने को सुबह 5 बजे सूचना मिली कि किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास एक शव मिला है।’’ उन्होंने बताया कि मृतक ने केवल पतलून पहन रखी थी। पुलिस महानिरीक्षक, रोहतक रेंज, संदीप खिरवार ने बताया, ‘‘हमने एक मामला दर्ज किया है और दोषियों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है।’’ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत सिविल अस्पताल में भेजा गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
गौरतलब है कि, हरियाणा में सोनीपत जिले के कुंडली में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास शुक्रवार को एक व्यक्ति का शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला। शव का एक हाथ कटा हुआ था। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को जमीन पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति के पास खड़े हुए देखा गया है और उसका बायां हाथ कटा हुआ पड़ा है। निहंगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृत व्यक्ति को सिखों की पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए सजा दी गयी है।