लखीमपुर हिंसा का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस हिरासत मं 28 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। प्रियंका की रिहाई के लिए सीतापुर में पीएसी गेस्ट हाउस के बाहर कांग्रेस समर्थकों का विरोध भी जारी है। वहीं अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी की हिरासत पर बोलते हुए कहा निडर और सच्चे कांग्रेसी हार नहीं मानेंगे। साथ ही कहा कि सत्याग्रह नहीं रुकेगा।
बता दें कि बीते दिन भी राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के समर्थन में ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि प्रियंका, मैं जानता हूं तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं। न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे।
बता दें कि रविवार को तड़के प्रियंका गांधी को सीतापुर पुलिस ने हिरासत में लिया था। उसके बाद से अब तक प्रियंका गांधी पुलिस की हिरासत में ही हैं। उनकी रिहाई के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता सीतापुर में पीएसी गेस्ट हाउस के गेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 30 घंटे से अधिक हिरासत में रखी गई प्रियंका गांधी के कमरे के ऊपर यूपी पुलिस का ड्रोन कैमरा है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है। सच्चाई ये है कि हमें पता भी नहीं कि ये ड्रोन है किसका? यहां खड़े अधिकारी और पुलिस कह रहे हैं। उन्हें कोई संज्ञान नहीं।
उधर, प्रियंका गांधी का हिरासत में रहते हुए झाडू लगाने वाला वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। अब प्रियंका ने पुलिस हिरासत में अपना एक वीडियो जारी किया है। इसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वह वीडियो देखने के लिए बोल रही हैं, जिसमें किसानों पर गाड़ी चलाने का दावा किया जा रहा है। साथ ही सांसद के बेटे को गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठाया? प्रियंका ने इसके साथ ही कहा कि किसानों ने ही देश को आजादी दिलाई। साथ ही कहा कि लखीमपुर आइए और किसानों की पीड़ा सुनें। उनकी सुरक्षा करना आपका धर्म है।
यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में कहा जा रहा था कि गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र ने किसानों पर गाड़ियां चढ़वा दीं। हालांकि सोमवार को यहां धरना स्थल पर मौजूद किसानों में से ज्यादातर का दावा है कि यहां केवल गाड़ियां ही नहीं चढ़वाई गईं, बल्कि गोली भी चलाई गईं। कुछ किसानों ने लोगों की गोली लगने से मौत का दावा किया था, हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार किसी की भी मौत गोली लगने से नहीं हुई है। पांच लोगों की मौत गाड़ी से कुचलने के कारण बताई गई है।
रविवार को घटना के समय मौजूद रहे तमाम लोगों ने दावा किया कि एक किसान की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना का किसानों ने एक वीडियो भी दिखाया जिसमें एक शख्स बंदूक लेकर लोगों के पीछे भाग रहा है। हालांकि यह इसी घटना का वीडियो ही यह स्पष्ट नहीं है।
जिला प्रशासन से बनी थी यह सहमति
सोमवार को तिकुनिया पार्क में जुटे किसानों ने घटना का मंजर बयान किया। उन्होंने बताया कि रविवार को किसान डेप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को काला झंडा दिखाने के लिए हैलिपैड के पास मौजूद थे। हालांकि जब यह तय हुआ कि वह सड़क मार्ग से आएंगे तो डीएम और एसएसपी ने आकर कहा कि अगर किसान काफिले के सामने न आएं तो इसी रास्ते के सामने से उनका काफिला निकलवा दिया जाए।
रूट बदलने की गुजारिश
किसानों का आरोप है कि कुछ किसान नेताओं ने रूट बदलवाने की गुजारिश की, जिसपर प्रशासन ने सहमति दी। किसानों ने बताया कि इसके बाद मंच से ही घोषणा हुई कि डेप्युटी सीएम का रूट बदल गया है। हमें अब वापस चलना है। किसान वापस जाने लगे थे। इस बीच तीन गाड़ियां तेज रफ्तार से उस पतली सी सड़क पर आईं और किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दी गईं। किसानों का दावा है कि एक गाड़ी में मंत्री का बेटा भी था।
ड्राइवर को पीटकर मार डाला
निघासन के पास मिले कुछ लोगों ने बताया कि किसानों ने ड्राइवर को पीटकर मार डाला। ये लोग भी रविवार को घटना स्थल पर होने का दावा कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि हरिओम भाजपा कार्यकर्ता है और मंत्री व उसके बेटे के लिए गाड़ी चलाता है।
पिटाई का वीडियो हुआ वायरल
किसानों ने उसे लाठी और डंडे से रविवार को इतना पीटा की उसकी मौत हो गई। इस घटना से जुड़ा एक विडियो भी ये लोग दिखाते हैं, जिसमें एक व्यक्ति को पीटा जा रहा है। विडियो में पीटा जा रहा युवक छोड़ देने की गुजारिश भी कर रहा है। वहीं विडियो में गोलियां चलने की भी आवाजें आ रही हैं।
25 सेकंड के वीडियो में, किसानों को गाड़ी से टकराकर जमीन पर गिरते हुए देखा जा सकता है जबकि अन्य किसान गाड़ी के सामने से हटने का प्रयास करते हुए नजर आ रहा है. सायरन बजाते हुए एक अन्य वाहन किसानों को टक्कर मारने वाली SUV के पीछे आते हुए दिख रहा है.
वीडियो रविवार को मौके पर मौजूद किसानों द्वारा एनडीटीवी को दिए गए विवरण से मेल खाता है, जिन्होंने कहा कि वाहन ने उन्हें पीछे से टक्कर मारी थी. वीडियो में किसानों को टक्कर मारने वाली SUV की बनावट और रंग भी घटनास्थल से जुड़े अन्य दृश्यों से मेल खाता नजर आ रहा है.
लखीमपुर खीरी के तिकोनिया इलाके में प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह ने रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा और राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. किसान मिश्रा के हाल में दिए भाषण से नाराज थे.
किसानों का दावा है कि मंत्री के काफिले की एक कार के प्रदर्शनकारियों को रौंदने के बाद हिंसा भड़की. घटनास्थल से प्राप्त दृश्यों में आगजनी और वाहनों को आग लगाते हुए दिखाया गया है. उनका आरोप है कि कार केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष चला रहा था.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या
लवप्रीत सिंह के शरीर में कई चोट के निशान मिले हैं। उन्हें शरीर में घसीटने के भी निशान हैं। उनकी मौत शॉप और हेमरेज के कारण हुई। वहीं गुरविंदर सिंह के शरीर पर भी घसीटने के निशान मिले हैं। इसके अलावा शरीर पर धारदार और नुकीली चीज से चोटें मिली हैं। उनकी मौत भी शॉक और हेमरेज की वजह से हुई है। दलजीत सिंह की मौत भी घसीटने के कारण हुई है। छत्र सिंह के शरीर पर भी घसीटने के निशान मिले हैं।
शुभम मिश्रा की मौत लाठी-डंडों से पीटे जाने के कारण हुई है। शरीर पर अनगिनत चोट से निशान मिले हैं। हरिओम मिश्रा की मौत भी पिटाई से हुई है। इसके अलावा श्याम सुंदर और रमन की मौत भी पिटाई के कारण होना बताया गया है।