तारापुर, मुंगेर पंचायत चुनाव 2021: अरे! यहां तो गजब हो गया। बेलाडीह पंचायत में मृत व गैरहाजिर मतदाताओं ने वोट दे दिए हैं। हार-जीत का अंतर 13 मतों का है। अब इतने कम मतों से हारने वाले प्रत्याशी ने विजयी प्रत्याशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कई आरोप लगाए हैं। चुनाव रद करने की मांग की है। निर्वाचन आयोग को भी लिखा गया है।
जानकारी के अनुसार, पंचायत चुनाव पहले चरण में तारापुर प्रखंड अंतर्गत सभी पंचायतों के चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए। बेलाडीह ग्राम पंचायत के मुखिया पद पर चुनाव परिणाम का अंतर महज 13 वोट से रहा है। मुखिया पद से पराजित उम्मीदवार प्रकाश यादव ने राज्य निर्वाचन आयोग, पंचायती राज विभाग को पत्र भेजकर परिणाम को रद कराकर नए सिरे से मतदान कराने की मांग की है। मुखिया प्रत्याशी ने प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी तथा अनुमंडल निर्वाची पदाधिकारी को लिखित आवेदन दिया है।
आवेदन में कहा है कि 24 सितंबर को मुखिया पद के लिए हुए मतदान में पंचायत के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र संख्या सात में मतदान करने वाले कई मतदाता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है, कई वोटर दूसरे प्रदेशों में रहने के कारण उपस्थित नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि 26 सितंबर को संपन्न हुए घोषित परिणाम के उपरांत मतदाता सूची में अंकित क्रमांक के मिलान से इस बात का खुलासा हुआ। साजन कुमार सिंह मुखिया पद चुनाव चिन्ह केतली छाप के पक्ष में जीत सुनिश्चित करने के लिए ऐसे व्यक्तियों ने मताधिकार का प्रयोग किया है। निर्वाचन आयोग से मांग किया गया है कि स्वच्छ और निष्पक्ष मतदान संपन्न कराने के पक्ष में दिनांक 24 सितंबर को संपन्न हुए मुखिया पद के चुनाव में धांधली बरती गई है।
प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि चुनाव के दिन कोई शिकायत नहीं मिली थी। कुछ देर पहले इस तरह का आवेदन मिला है। जांच करा कर उचित कार्यवाही की जाएगी। अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है, मिलने पर कार्यवाही की जाएगी। प्रकाश यादव ने 38 मतदाताओं की सूची भी समर्पित किया है। सूची में हेमिया देवी, कपिलदेव यादव, सिकंदर यादव व भासो यादव को मृत बताया गया है, फिर मतदान कैसे हुआ। मामूली मतों से जीतने के बाद इस बात की चर्चा हर ओर हो रही है।
13 मतों से जीतने वाले मुखिया साजन कुमार सिंह ने कहा कि हार और जीत के लिए मतों का अंतर काफी कम है। इस कारण पराजित प्रत्याशी चाह रहे हैं कि कोई ना कोई आरोप लगाकर चुनाव रद करवा दें। लेकिन चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष है। अनियमितता नहीं हुई है। वे चुनाव जीत चुके हैं। प्रमाणत्र में उन्हें मिल गया है।