बिहार के शुभम कुमार ने प्रतिष्ठित सिविल सर्विसेज परीक्षा‚ २०२० में शीर्ष स्थान हासिल किया है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने परीक्षा के परिणाम शुक्रवार को जारी किये। जागृति अवस्थी और अंकिता जैन ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है। बिहार के कटिहार जिले के कदवां प्रखंड़ के कुम्हरी गांव के रहने वाले शुभम कुमार ने आईआईटी बंबई से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (सिविल इंजीनियरिंग) में स्नातक किया है और यूपीएससी परीक्षा के लिए उन्होंने मानव शास्त्र को वैकल्पिक विषय चुना था। शुभम के पिता देवानंद सिंह ग्रामीण बैंक में मैनेजर हैं। पिछली सिविल सेवा परीक्षा में शुभम ने २९०वां रैंक हासिल किया था। सिविल सेवा परीक्षा में समस्तीपुर जिले के तीन लड़़कों ने भी सफलता हासिल की है। जिले के पूसा प्रखंड़ स्थित दीघरा निवासी व ड़ॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कर्मी अखिलेश शर्मा के पुत्र सत्यम गांधी ने भी टॉप टेन में अपना स्थान बनाया। उन्होंने १०वां स्थान हासिल किया। वहीं शहर के न्यू कॉलोनी निवासी एवं आरएसबी इंटर महाविद्यालय के सेवानिवृत शिक्षक मो. इम्तेयाज अहमद के पुत्र अल्तमश गाजी ने परीक्षा में २८२वां रैंक हासिल किया। इनके अलावा जिले के जाने–माने चिकित्सक सह एसीएमओ ड़ॉ बीके सिंह के पुत्र प्रशांत किरण ने १४४वां स्थान हासिल किया। यूपीएससी द्वारा जारी बयान के मुताबिक‚ जागृति अवस्थी महिला उम्मीदवारों के बीच टॉपर रहीं। अवस्थी ने समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय चुनकर परीक्षा दी थी। उन्होंने मौलाना आाजद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी‚ भोपाल से इले्ट्रिरकल इंजीनियरिंग में बी. टेक किया है। अंकिता जैन तीसरे स्थान पर रहीं। परीक्षा में कुल ७६१ उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए हैं‚ जिनमें ५४५ पुरुष और २१६ महिलाएं हैं और आयोग ने विभिन्न सिविल सेवाओं के लिए उनके नामों की अनुशंसा की है। सिविल सर्विसेज परीक्षाओं का आयोजन प्रति वर्ष यूपीएससी तीन चरणों में करता है जिनमें प्रारंभिक परीक्षा‚ मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार शामिल हैं। इन परीक्षाओं के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस)‚ भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित कई अन्य सेवाओं के लिए उम्मीदवारों का चयन होता है। सिविल सर्विसेज प्रारंभिक परीक्षा‚ २०२० का आयोजन पिछले वर्ष चार अक्टूबर को हुआ था।
बयान में बताया गया कि १०‚४०‚०६० उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए आवेदन दिया था‚ जिनमें से ४‚८२‚७७० परीक्षा में बैठे। मुख्य परीक्षा के लिए १०‚५६४ उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए‚ जिसका आयोजन जनवरी २०२१ में हुआ। बयान में बताया गया कि इनमें से २०५३ उम्मीदवार साक्षात्कार के लिए चुने गये। ७६१ उम्मीदवारों में से २५ व्यक्ति दिव्यांग हैं। सफल उम्मीदवारों में से २६३ सामान्य श्रेणी के‚ ८६ आर्थिक रूप से पिछड़़े वर्ग (ईड़ब्ल्यूएस) के‚ २२० अन्य पिछड़़ा वर्ग (ओबीसी) के‚ १२२ अनुसूचित जाति (एससी) से और ६१ अनुसूचित जनजाति से हैं। कुल १५० उम्मीदवारों को आरक्षित सूची में रखा गया है। परीक्षा का परिणाम यूपीएससी की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। आयोग ने कहा‚ ‘वेबसाइट पर अंक परिणाम घोषित होने के १५ दिनों के अंदर उपलब्ध होगा।
कटिहार जिले के कदवा प्रखंड़ के कुम्हरी निवासी शुभम कुमार ने यूपीएससी की परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर पहला रैंक हासिल कर प्रखंड़ ही नहीं जिला‚ राज्य और देश भर में नाम रौशन किया है। शुक्रवार को यूपीएससी का परीक्षाफल घोषित होते ही जिला सहित पूरे बिहार में हर्ष का माहौल है। इसके पूर्व २०१९ में उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर २९० रैंक हासिल किया था। वर्तमान में वे पुणे में इंडि़यन डि़फेंस अकाउंट्स सर्विस पोस्ट में प्रशिक्षण ले रहे हैं। अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने यह कामयाबी हासिल किया है। शुभम यह कारनामा करने वाले बिहार के तीसरे व्यक्ति हैं। इससे पूर्व १९८७ में अमीर सुभानी और २००० में आलोक झा ने यह कारनामा किया था। शुभम के पिता उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक पूर्णियाँ में सहायक प्रबंधकः शुभम कुम्हरी निवासी देवानंद सिंह का पुत्र है। वह एक भाई व एक बहन है। इनके पिता देवानंद सिंह उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक पूर्णियाँ के मुख्य शाखा में सहायक प्रबंधक है। शुभम का जन्म १४ फरवरी १९९७ को कदवा के कुम्हड़ी में हुआ था। वह बचपन से ही पढ़ने में होनहार और मेधावी छात्र थे। पटना में कक्षा एक से चार तक प्राथमिक शिक्षा ग्रहण किया। इसके बाद छह से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई पूर्णिया स्थित विद्या विहार परोरा शिक्षण संस्थान में किया। बारहवीं की परीक्षा झारखंड़ के चिन्मया विद्यालय बोकारो से पास कर आईआईटी मुंबई बीटेक वर्ष २०१८ में पास की। इस सफलता पर पिता के अलावा मां पूनम सिंह फुले नहीं समा रही है। परिजनों ने कहा कि शुभम बचपन से ही सिविल सर्विसेज में जाने की ललक रखते थे। जिसकी तैयारी के लिए वह दिन रात मेहनत कर सफलता हासिल की। बारह से चौदह घंटे मेहनत कर अंतिम मुकाम दिया। शुभम की सफलता पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौर गई है। गांव के लोग खुशी से आतिशबाजी कर रहे हैं। घर पर पहुँचकर बधाई देने वालों का लगा तांताः शुभम की सफलता पर सुबे के मुख्यमन्त्री नीतीश कुमार‚ उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद‚ जल संसाधन मंत्री संजय झा‚ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सह कदवा विधायक ड़ॉ शकील अहमद खान‚ जेजेबी के सदस्य राजेश कुमार सिंह‚ वरीय अधिवक्ता शंकर सिंह ने दूरभाष पर बात कर उनसे और उनके पिता से बात कर बधाई दी है। ड़ॉ शकील अहमद खान ने कहा है कि इनकी सफलता ने एक बार फिर से बिहार का गौरव बढ़ाया है। इसके अलावा उनके घरों में बधाई देने वालों का तांता लग गया है। कई राजनीतिक और प्रशासनिक लोग उनके घर पहुंचकर उनके पिता और परिजन को बधाई दे रहे हैं। जिला पदाधिकारी उदयन मिश्रा ने भी उनकी सफलता पर बधाई दी है।