पंचायत चुनाव के पहले चरण में २४ सितम्बर को राज्य के १० जिलों के १२ प्रखंड़ों में होने वाले चुनाव के लिए प्रचार–प्रसार का शोर बुधवार *को थम गया। मतदान शुक्रवार को कड़़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा। जबकि मतगणना २६–२७ सितम्बर को होगी। चुनाव प्रचार समाप्त होते ही संबंधित प्रखंड़ से जुड़े़ अंतर जिला‚ अंतरराज्यीय सीमा और अंतरराष्ट्रीय सीमा सील कर दी गयी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने संबंधित जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी को स्वतंत्र‚ निष्पक्ष और शांतिपूर्ण वातारण में चुनाव कराने की सख्त हिदायत दी है। पहले चरण में दावथ‚संझौली‚ कुदरा‚ बेलागंज‚ खिजरसराय‚ गोविंदपुर‚ औरंगाबाद‚ काको‚ सोनभद्र बंशी सूर्यपुर‚ तारापुर‚ सिकंदरा और धोरैया प्रखंड़ शामिल हैं। इस चरण में २११९ मतदान केंद्र बनाये गये हैं। पहले चरण में १६ हजार से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं। ८५८ पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हो गया है।
प्रदेश में पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में ३५ जिलों के ५० प्रखंड़ों में आठ अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए बुधवार को नामांकन की प्रक्रिया थम गयी। तीसरे चरण के लिए मंगलवार तक ७२‚९९९ उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। इसमें ३४६५२ पुरुûष और ३८३४७ महिला उम्मीदवार शामिल हैं। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा बुधवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार जिला परिषद सदस्य पद हेतु ९७३‚ पंचायत समिति सदस्य हेतु ५८९०‚ ग्राम पंचायत मुखिया हेतु ५३६१‚ ग्राम पंचायत सदस्य हेतु ४१२८९‚ ग्राम कचहरी सरपंच हेतु ३८८५ और ग्राम कचहरी पंच हेतु १५‚६०१ उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार नामांकन पत्रों की जांच की अंतिम तिथि २५ सितंबर निर्धारित है। नामांकन वापसी की अंतिम तिथि २७ सितंबर निर्धारित है। इसी दिन उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिया जायेगा। मतदान आठ अक्टूबर को सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा। जबकि मतगणना १०–११ अक्टूबर को होगी।
उधर‚ पंचायत चुनाव के चौथे चरण में २६ जिलों के ५३ प्रखंड़ों में २० अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए शुक्रवार को अधिसूचना जारी की जायेगी। नामांकन की प्रक्रिया २५ सितंबर से शुरू होगी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि एक अक्टूबर निर्धारित है। नामांकन पत्र जांच की अंतिम तिथि चार अक्टूबर निर्धारित है। नाम वापसी की अंतिम तिथि छह अक्टूबर निर्धारित है। इसी दिन उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिया जायेगा। मतदान २० अक्टूबर को सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा जबकि मतगणना २६–२७ अक्टूबर को सुबह आठ बजे से होगी।
पंचायत चुनाव २०२१ के सफल एवं सुचारु संचालन के लिए मतदान एवं मतगणना कार्य के लिए कर्मियों का द्वितीय रेंडमाइजेशन जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं प्रेक्षकगण की उपस्थिति में एनआईसी के साफ्टवेयर से किया गया। मतदान दल के रूप में २४२९० कर्मियों का रेंडमाइजेशन किया गया। इसमें से ७२७४ कर्मियों को दोबारा डियूटी दी गई है। जिसमें पीठासीन पदाधिकारी १७६७‚ पी वन १४५६‚ पी टू १४७२‚ पी थ्री (ए ) ७६९‚ पी थ्री (बी) ८०४‚ पी थ्री (सी) १००६ है। चुनाव कार्य में कुल २७०३ मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। जिसमें १०५० मजिस्ट्रेट का दोबारा डियूटी लगाया गया है तथा ६०३ का सिंगल डियूटी है। पटना जिले में लगभग एक तिहाई कर्मियों की डूटी दोबारा लगाई गई है। पंचायत चुनाव में जिला अंतर्गत अधिकतम दो चरण में ही किसी कर्मी की डियूटी लगाई जाएगी। साथ ही पहली डियूटी के उपरांत दो चरण के बाद ही कर्मी की दूसरी डियूटी लगाई जाएगी। अगर किसी कर्मी को मतदान कार्य में डियूटी लगाए गए हैं तो वैसे कर्मी को मतगणना कार्य से मुक्त रखा गया है। निर्वाचन आयोग द्वारा किसी कर्मी को अधिकतम पांच चरण में डियूटी लगाने का निर्देश है। इसके अतिरिक्त एनआईसी के सॉफ्टवेयर से मतगणना कार्य के लिए कुल ४४१६ कर्मियों का रेंडमाइजेशन जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं प्रेक्षकगण की उपस्थिति में की गई। इसके तहत माइक्रो अब्जर्वर १४४४‚ मतगणना सुपरवाइजर १५०९‚ मतगणना सहायक १४६३ का रेंडमाइजेशन किया गया। इस अवसर पर कार्मिक कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता अरुण कुमार झा‚ अपर समाहर्ता एसओआर रंजीत कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।