महंत नरेंद्र गिरि (Mahant narendra giri) इस दुनिया में नहीं रहे. सोमवार को संदिग्ध परिस्थिति में उनकी मौत हो गई. उनके कमरे से फंदे पर लटका उनका शव मिला. इसके साथ ही उनके कमरे में 6 से 7 बजे का सुसाइड नोट मिला. जिसमें उनके शिष्य द्वारा तंग करने की बात लिखी हुई थी. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को पकड़ा है. जिसमें उनके शिष्य आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनका बेटा है. बुधवार को नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम किया गया. सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि पोस्टमार्टम में नरेंद्र गिरि की मौत फांसी के कारण हुई है. वहीं, पुलिस इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. सीएम योगी ने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
देशभर में आज दशहरे का उत्सव, राजनाथ ने दार्जिलिंग में शस्त्र पूजा की
विजयदशमी के मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शस्त्र पूजना किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम...