महंत नरेंद्र गिरि (Mahant narendra giri) इस दुनिया में नहीं रहे. सोमवार को संदिग्ध परिस्थिति में उनकी मौत हो गई. उनके कमरे से फंदे पर लटका उनका शव मिला. इसके साथ ही उनके कमरे में 6 से 7 बजे का सुसाइड नोट मिला. जिसमें उनके शिष्य द्वारा तंग करने की बात लिखी हुई थी. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को पकड़ा है. जिसमें उनके शिष्य आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनका बेटा है. बुधवार को नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम किया गया. सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि पोस्टमार्टम में नरेंद्र गिरि की मौत फांसी के कारण हुई है. वहीं, पुलिस इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. सीएम योगी ने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
सबरीमाला मंदिर जाएंगी द्रौपदी मुर्मू, भगवान अयप्पा के दर्शन करने वालीं पहली राष्ट्रपति होंगी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 19 मई को केरल के सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन और पूजा-अर्चना करेंगीं। देश के...